वीआईपी व वीवीआईपी की सुरक्षा में नहीं होगी चूक
पटना : प्रदेश में वीआईपी-वीवीआईपी की सुरक्षा और चाक-चौबंद होगी. इसके लिए बिहार पुलिस ‘व्हीकल माउंटेड जैमर’ खरीदने जा रही है. इसके लिए गृह विभाग (आरक्षी शाखा) ने एक करोड़ 59 लाख रुपये राशि दिया है. जैमर की खरीदारी हैदराबाद से होगी. 75 प्रतिशत राशि का भुगतान किया जा चुका है. भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड ‘व्हीकल […]
पटना : प्रदेश में वीआईपी-वीवीआईपी की सुरक्षा और चाक-चौबंद होगी. इसके लिए बिहार पुलिस ‘व्हीकल माउंटेड जैमर’ खरीदने जा रही है. इसके लिए गृह विभाग (आरक्षी शाखा) ने एक करोड़ 59 लाख रुपये राशि दिया है. जैमर की खरीदारी हैदराबाद से होगी. 75 प्रतिशत राशि का भुगतान किया जा चुका है. भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड ‘व्हीकल माउंटेड जैमर’ की आपूर्ति करेगा.
पहले दो जैमर खरीदने की थी योजना : गृह विभाग (आरक्षी शाखा) के सूत्रों की मानें तो पहले दो जैमर खरीदने की योजना थी. इसके लिए ढाई करोड़ रुपये की प्रशासनिक स्वीकृति दी गयी थी. राशि भी विमुक्त की गयी थी.
किसी कारणवश यह राशि खर्च नहीं हो पाया. एक बार फिर पुलिस मुख्यालय ने गृह विभाग से अनुरोध किया. इसके बाद एक ‘व्हीकल माउंटेड जैमर’ खरीदने की योजना बनी. एक करोड़ 25 लाख रुपये भी विमुक्त भी किया गया. भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, हैदराबाद के कोटेशन एक ‘व्हीकल माउंटेड जैमर’ की कीमत एक करोड़ 59 लाख 24 हजार 178 रुपये बतायी गयी. 75 प्रतिशत राशि गृह विभाग ने दे दी थी.
वित्तीय वर्ष 2017-18 में भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड ने जैमर की आपूर्ति नहीं की. इसके कारण राशि का भुगतान भी नहीं हुआ. अब एक ‘व्हीकल माउंटेड जैमर’ के लिए शेष 25 प्रतिशत राशि विमुक्त करने की स्वीकृति दी गयी है. उम्मीद है जल्दी ही कंपनी ‘व्हीकल माउंटेड जैमर’ की आपूर्ति कर देगी.
ऐसे काम करता है जैमर : जैमर में जैमिंग डिवाइस उसी फ्रीक्वेंसी पर रेडियो तरंगें प्रवाहित करते हैं, जिस पर फोन डिवाइस काम कर रही हैं. इससे फोन सेवाओं में व्यवधान पैदा हो जाता है और कुछ देर के लिए टावर से संपर्क टूट जाता है.
इस इलाके से बाहर आने पर सेवा फिर से शुरू हो जाती है. वीआईपी-वीवीआईपी की सुरक्षा के दौरान इसे काफिले में सुरक्षा की दृष्टि से शामिल किया जाता है. वीवीआईपी को काफिला जहां से गुजरता है वहां सौ से पांच सौ मीटर के दायरा में सिग्नल को जाम कर देता है. इसके दायरे में आने के दौरान रिमोट से चलने वाले बम काम नहीं करते. बता दें कि ‘व्हीकल माउंटेड जैमर’ अत्याधुनिक है.