पटना : दो बड़ी सड़कें बनने का रास्ता साफ
पटना : रविवार को आर ब्लॉक-दीघा रेल लाइन की जमीन राज्य सरकार को हस्तांतरित की गयी, इसके अतिरिक्त पटना साहिब स्टेशन से पटना घाट के बीच बंद पड़े 1.25 किलोमीटर की दूरी वाले रेलवे ट्रैक की जमीन को राज्य सरकार को देने की घोषणा के साथ ही राज्य को दो बड़ी सड़कों के रूप में […]
पटना : रविवार को आर ब्लॉक-दीघा रेल लाइन की जमीन राज्य सरकार को हस्तांतरित की गयी, इसके अतिरिक्त पटना साहिब स्टेशन से पटना घाट के बीच बंद पड़े 1.25 किलोमीटर की दूरी वाले रेलवे ट्रैक की जमीन को राज्य सरकार को देने की घोषणा के साथ ही राज्य को दो बड़ी सड़कों के रूप में सौगात मिली.
दीघा-आर ब्लॉक के बीच अगले साल जनवरी सेफोरलेन बनाने का काम होगा शुरू
रविवार को आर ब्लॉक-दीघा रेल लाइन की जमीन राज्य सरकार को हस्तांतरित होने के बाद अगले साल जनवरी से फोर लेन बनाने की प्रक्रिया शुरू होने की संभावना है. आर ब्लॉक-दीघा के बीच लगभग सात किलोमीटर फोर लेन निर्माण का काम बिहार राज्य पथ विकास निगम के जिम्मे है. इसके लिए डीपीआर बनाये जाने की प्रक्रिया शुरू है. इस संबंध में सोमवार को टेंडर खुलेगा. टेंडर में शामिल एजेंसियों का पहले टेक्निकल मूल्यांकन होगा. इसमें सफल एजेंसियों का वित्तीय मूल्यांकन तय होगा. जानकारों के अनुसार 10 दिनों में डीपीआर बनानेवाली एजेंसी चयनित हो जायेगी.
आठ एकड़ जमीन पर है अतिक्रमण
जमीन हस्तांतरित के बाद उक्त जमीन पर से अतिक्रमण हटाने के काम में तेजी आयेगी. लगभग सात किलोमीटर रेल लाइन की जमीन को पांच जोन में बांट कर रेल लाइन के किनारे अतिक्रमण को हटाने का अभियान जारी रहेगा. आर ब्लॉक-दीघा के बीच कुल जमीन लगभग 72 एकड़ है. इसमें आठ एकड़ जमीन पर अतिक्रमण है. रेल लाइन किनारे लोगों ने झोंपड़ी बना रखे हैं. अतिक्रमण हटाने को लेकर जिला प्रशासन द्वारा नोटिस जारी कर दी गयी है. आर ब्लॉक से दीघा क्रॉसिंग तक अतिक्रमण हटाने का काम होगा.
घटेगी दूरी
आर-ब्लॉक-दीघा के बीच फोर लेन बनने से दीघा से लगभग दो किलोमीटर दूरी कम हो जायेगी. फोर लेन बनने से आर ब्लॉक, शिवपुरी, महेश नगर, इंद्रपुरी, राजीव नगर, दीघा के लोगों को फायदा होगा. फोर लेन सड़क बोरिंग रोड सड़क का विकल्प होगा. इससे बोरिंग रोड सड़क के साथ बेली रोड भी यातायात दबाव कम होगा. आर ब्लॉक-दीघा के बीच फोर लेन निर्माण के दौरान हड़ताली मोड़ के समीप फलाइओवर बनेगा. साथ ही बीच-बीच में अंडरपास का भी निर्माण होगा. ताकि फोर लेन किनारे बसे मुहल्ले के लोगों को आवागमन में सहूलियत होगी. फोर लेन के बीच में मेट्रो प्रस्तावित है. इसके लिए जमीन छोड़ी जायेगी.