नयी दिल्ली : आज भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी पंचतत्व में विलीन हो गये. नम आंखों से देश-विदेश के नेताओं और आम लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. दिल्ली के राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया. दिवंगत वाजपेयी की बेटी नमिता भट्टाचार्य ने उन्हें मुखाग्नि दी. इस दौरान बिहार के सीएम नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम सुशील मोदी और मंत्री नंद किशोर यादव भी मौजूद थे.
इससे पहले बिहार के राज्यपाल सत्यपाल मलिक भी अटल निवास पर पहुंच कर दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के पार्थिव को श्रद्धा सुमन अर्पित किया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिवंगत वाजपेयी को याद करते हुए उन्हें देश का सबसे बड़ा राजनीतिक शख्सियत, प्रखर वक्ता, लेखक, चिंतक, अभिभावक और करिश्माई व्यक्तित्व बताया. ज्ञातहो कि नीतीश कुमार ने वाजपेयी की सरकार में रेल मंत्री रहते हुए कई बड़े काम किये. इसकी वजह से बिहार की राजनीति में नीतीश की छवि विकास पुरुष की बनी.
वहीं, डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी कहने पर ही वे राजनीति में आये. सुशील मोदी ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी सामान्य कार्यकर्ता का भी बेहद खयाल रखते थे. मेरे आम कार्यकर्ता होने के बावजूद वे मेरी शादी में आये थे. इतना ही नहीं सुशील मोदी ने यह भी कहा कि अटल जी की पुत्री ने मुखाग्नि देकर एक नयी परंपरा की शुरुआत की है.