बिहार बोर्ड : इंटरमीडिएट शिक्षण संस्थानों के लिए हेल्पलाइन नंबर व पोर्टल
पटना : बिहार बोर्ड ने इंटरमीडिएट शिक्षण संस्थानों के लिए हेल्पलाइन नंबर के अलावा ओएफएसएस की वेबसाइट www.ofssbihar.in पर ग्रिवांस रिड्रेसल पोर्टल बनाया है. संस्थान के प्राचार्य इस पोर्टल पर शिकायत या सुझाव दर्ज करा सकते हैं. यह जानकारी बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने दी. उन्होंने बताया कि शिकायत अथवा सुझाव दर्ज कराने के […]
पटना : बिहार बोर्ड ने इंटरमीडिएट शिक्षण संस्थानों के लिए हेल्पलाइन नंबर के अलावा ओएफएसएस की वेबसाइट www.ofssbihar.in पर ग्रिवांस रिड्रेसल पोर्टल बनाया है. संस्थान के प्राचार्य इस पोर्टल पर शिकायत या सुझाव दर्ज करा सकते हैं. यह जानकारी बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने दी.
उन्होंने बताया कि शिकायत अथवा सुझाव दर्ज कराने के लिए पोर्टल पर यूजर आइडी व पासवर्ड का उपयोग करते हुए लॉगिन करना होगा. उसके बाद ग्रिवांस रिड्रेसल पोर्टल पर क्लिक कर समस्या या सुझाव दर्ज किया जा सकेगा. इस पर दो एमबी तक का डाक्यूमेंट, स्क्रीन शॉट या वीडियो क्लिपिंग भी डाला जा सकता है. हेल्पलाइन नंबर 0612-2230009 पर भी शिकायत या सुझाव दर्ज कराया जा सकता है.
चयन के बाद भी नहीं हो रहा दाखिला, तो करें सुधार : आनंद किशोर ने बताया कि यदि किसी विद्यार्थी का प्रथम मेरिट लिस्ट में चयन हुआ है, लेकिन अलग आरक्षण श्रेणी भरने या अन्य कारण से आवंटित प्लस टू या कॉलेज में नामांकन नहीं हो पा रहा है, तो ऐसे विद्यार्थी सुधार कर सकते हैं. वे पहले OFSS पोर्टल www.ofssbihar.in पर विभिन्न स्कूल-कॉलेजों व संकायों का कट ऑफ देख लें. यूजर आइडी व पासवर्ड का उपयोग करते हुए न्यूनतम पांच व अधिकतम 20 संस्थानों का विकल्प भर सकते हैं. इसकी अंतिम तिथि 25 अगस्त है. निर्धारित तिथि तक भरे गये विकल्प के आधार पर अहर्ता को देखते हुए दो सितंबर को जारी होनेवाली द्वितीय मेरिट लिस्ट में इन्हें शामिल किया जा सकेगा.
23 को भी होगा नामांकन
बिहार बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा है कि स्कूल-कॉलेजों को 23 अगस्त को भी नामांकन करने को कहा है. अवकाश या प्रतिबंधित अवकाश होने की स्थिति में भी नामांकन के लिए संस्थान खोला जायेगा. चूंकि नामांकन की समय-सीमा निर्धारित है, अत: अतिरिक्त कर्मियों की प्रतिनियुक्ति करने के साथ ज्यादा से ज्यादा काउंटर खोले जाएं.
पटना : लोकमत सम्मत भी हैं तुलसी के कथन
पटना : हिंदी के आलोचक प्रो सियाराम तिवारी ने तुलसी की कुछ विवादित पंक्तियों की व्याख्या करते हुए यह स्पष्ट किया कि तुलसी के कथन न केवल शास्त्र सम्मत बल्कि लोकमत सम्मत भी हैं. वे मंगलवार को पटना काॅलेज के हिंदी सह जनसंचार विभाग में रामचरितमानस के रचयिता तुलसीदास की जयंती समारोह में विशिष्ट अतिथि और मुख्य वक्ता के रूप में छात्रों को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने तुलसी की लोकप्रियता और उनके महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि तुलसी ने शब्दों का अत्यंत जागरूक और व्याकरण सम्मत प्रयोग किया है. उनका हर शब्द संगत है तथा शास्त्रों की सीमा के अंदर है. तुलसीदास के वक्तव्य को अथाह बताया.