PU के शताब्दी वर्ष के समापन समारोह में बोले जावड़ेकर- यूनिवर्सिटी के हर प्रपोजल को करूंगा पूरा, जारी हुआ डाक टिकट

पटना : पटना विश्वविद्यालय की हर कमी को दूर करने और इसके विकास के लिए केंद्र सरकार की ओर से राशि दी जायेगी. शिक्षा से बढ़ कर दूसरा कोई भी प्रभावी हथियार नहीं है. आज दुनिया में तेजी से बढ़ने वाली अर्थ व्यवस्था भारत की है. हम तेजी से विकास की ओर है. उक्त बातें […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 25, 2018 3:01 PM

पटना : पटना विश्वविद्यालय की हर कमी को दूर करने और इसके विकास के लिए केंद्र सरकार की ओर से राशि दी जायेगी. शिक्षा से बढ़ कर दूसरा कोई भी प्रभावी हथियार नहीं है. आज दुनिया में तेजी से बढ़ने वाली अर्थ व्यवस्था भारत की है. हम तेजी से विकास की ओर है. उक्त बातें केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावेड़कर ने कहा. वो शनिवार को पटना यूनिवर्सिटी के शताब्दी समापन समारोह कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थें. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जावड़ेकर ने कहा कि अब आपको पढ़ कर रोजगार के लिए 4 साल इंतजार नहीं करना पड़ेगा. उच्च शिक्षा के लिए हम कई स्तर पर काम कर रहे है. आज देश में एक नया विश्वास पैदा हुआ है. शोध पर काम हो रहा है. देश की समस्या पर आज युवा पीढ़ी काम कर रही है, शोध करने के लिए स्कॉलरशिप दी जा रही है.

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि अगर आप देश के किसी हिस्से में जाये और कहे की PU के छात्र रहे हैं तो आप 4 अंगुली ऊपर उठ जायेंगे. उन्होंने कहा कि बिहार में जितने भी विश्वविद्यालय बने सभी ने पटना विश्वविद्यालय की कोख से ही जन्म लिया. वहीं, उन्होंने पीयू के शिक्षकों को आह्वान करते हुए कहा कि किसी को हड़ताल पर जाने की जरूरत नहीं, हमने 7वें वेतनमान को लेकर कमेटी गठित कर दी है. 20 से अधिक विषयों में शिक्षकों की बहाली की प्रक्रिया जारी है, डेढ़ साल के भीतर शिक्षक की कमी दूर हो जायेगी. इस दौरान शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा ने कहा कि टेक्निक हम नहीं निकाले, लेकिन उसमें ब्रेन हमारी है. शोध से ही देश विकास करेगा. उन्होंने कहा कि सरकार ने डिजिटल लाइब्रेरी शुरू की है. युवा पीढ़ी मुफ्त में इसका लाभ ले. फर्जीवाड़ा रोकने के लिए हर यूनिवर्सिटी में डिजिटल स्टोर बनाया जायेगा.

PU पर जारी हुआ डाक टिकट
पटना यूनिवर्सिटी के शताब्दी वर्ष का समापन समारोह की अध्यक्षता राज्यपाल सह कुलाधिपति लालजी टंडन किया. वहीं, इस अवसर पर पटना यूनिवर्सिटी पर डाक टिकट जारी किया गया. समापन समारोह के बाद भी शताब्दी वर्ष को लेकर तीन कार्यक्रम होंगे. इसमें सबसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम पटना विश्वविद्यालय में फ्री क्लास लेने वाले सेवानिवृत प्रोफेसर होंगे. कुलपति प्रो. रासबिहारी प्रसाद सिंह ने बताया कि सेवानिवृत्ति के बाद नियमित कक्षा लेने वाले प्रोफेसर विश्वविद्यालय के अनमोल हीरे हैं. इन्हें सम्मानित करना विश्वविद्यालय के लिए गर्व की बात होगी. उधर सभी विभागों और कॉलेजों से नि:शुल्क नियमित कक्षा लेने वाले शिक्षकों की सूची मांगी गयी है. सम्मान समारोह की तिथि सूची तैयार होने के बाद जारी की जायेगी.

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