आईआरसीटीसी होटल आवंटन केस : अदालत में ईडी का जवाब, लालू, राबड़ी व तेजस्वी को तलब करने के लिए है पर्याप्त सबूत
नयी दिल्ली : प्रवर्तन निदेशालय ने शनिवार को अदालत से कहा कि आईआरसीटीसी होटल आवंटन धन शोधन मामले में उसके आरोपपत्र का संज्ञान लेने और लालू प्रसाद, उनकी पत्नी राबड़ी देवी व अन्य को आरोपित के तौर पर तलब करने के पर्याप्त सबूत हैं. विशेष न्यायाधीश अरविंद कुमार ने लालू, राबड़ी व उनके पुत्र तेजस्वी […]
नयी दिल्ली : प्रवर्तन निदेशालय ने शनिवार को अदालत से कहा कि आईआरसीटीसी होटल आवंटन धन शोधन मामले में उसके आरोपपत्र का संज्ञान लेने और लालू प्रसाद, उनकी पत्नी राबड़ी देवी व अन्य को आरोपित के तौर पर तलब करने के पर्याप्त सबूत हैं.
विशेष न्यायाधीश अरविंद कुमार ने लालू, राबड़ी व उनके पुत्र तेजस्वी यादव को आरोपित के तौर पर तलब करने वाली याचिका पर आदेश 11 सितंबर तक सुरक्षित रख लिया. ईडी के विशेष लोक अभियोजक अतुल त्रिपाठी ने अदालत से कहा कि एजेंसी ने आरोपियों के खिलाफ पर्याप्त सबूत जुटाये थे और आरोप पत्र के साथ उसे सौंपा था. ये सबूत आरोप पत्र का संज्ञान लेने और उसमें नामजद लोगों को आरोपी के तौर पर तलब करने के लिए पर्याप्त हैं.
जेल प्रशासन के लिए चुनौती होगी लालू की देखभाल
पटना. झारखंड हाईकोर्ट के आदेश के अनुसार लालू प्रसाद को 30 अगस्त को सीबीआई के विशेष कोर्ट में सरेंडर करना है. रांची के बिरसा मुंडा कारागारप्रशासन के लिए उनकी देखभाल बड़ी चुनौती होगी. लालू को संक्रमण का खतरा है. इसलिए वह घर पर भी वह डाॅक्टराें की निगरानी में हैं. ऐसे में जेल प्रशासन को उनकी बीमारी काे ध्यान में रखकर इंतजाम करना होगा. फिस्टुला का घाव भी अभी नहीं भरा है.
किडनी, शुगर और बीपी के भी वह रोगी हैं. दरअसल, लालू की ओर से जमानत की अवधि तीन माह तक बढ़ाने के लिए याचिका दायर की गयी थी, जिसे हाइकोर्ट ने खारिज कर दिया. 17 अगस्त को लालू की जमानत की अवधि 27 अगस्त तक बढ़ी थी.
11 मई को इलाज के लिए उन्हें छह हफ्ते की औपबंधिक जमानत इस शर्त पर मिली थी कि वह किसी कार्यक्रम में भाग नहीं लेंगे. इसके बाद जमानत 14 अगस्त और अंतिम बार 27 अगस्त तक तक बेल दी गयी थी. इधर, लोजद के संरक्षक शरद यादव लालू का हालचाल लेने शाम को उनके आवास पहुंचे.
पटना पहुंचे लालू बोले- मुझे कुछ नहीं कहना
पटना : चारा घोटाले में सजा काट रहे राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद शनिवार को मुंबई के एशियन हार्ट इंस्टीट्यूट से डिस्चार्ज होकर अपने आवास 10 सर्कुलर रोड पहुंचे. वह शनिवार की दोपहर 1:40 बजे की फ्लाइट से विधायक भोला यादव के साथ पटना आये.
हवाई अड्डे पर उन्हें लेने उनके परिवार का कोई सदस्य नहीं पहुंचा था. जहानाबाद के विधायक सुदय यादव, कार्यकर्ता शमीम अख्तर समेत तीन-चार लोग ही उनकी अगवानी के लिए आये हुए थे.
करीब 1:55 बजे निकास द्वार पर खड़ी गाड़ी में सवार होते समय लालू प्रसाद से पत्रकारों ने बात करने की कोशिश की, लेकिन वह चुपचाप कार में ड्राइवर की बगल वाली सीट पर बैठ गये. भोला यादव पीछे बैठे. कोर्ट की पाबंदी के कारण लालू प्रसाद बात नहीं करेंगे, यह सोचकर पत्रकार उनकी कार से दूर हो ही रहे थे कि अचानक लालू ने ड्राइवर को कार का शीशा खोलने का इशारा किया. शीशा खुलते ही वह बोले, मुझे कुछ नहीं कहना है.
बिहार की हाल की घटनाओं को लेकर सवाल किये गये, तो उन्होंने इतना ही कहा, बिहार में जो हुआ सो हुआ, मेरी तबीयत ठीक नहीं है. मैं इस पर क्या बोलूं? इसके आगे भी उन्होंने कुछ कहा, लेकिन शोर में उनकी आवाज दब गयी. वह 10 सर्कुलर रोड पहुंचे, तो वहां सन्नाटा पसरा हुआ था. सुरक्षाकर्मियों और मीडिया के अलावा पार्टी का कोई कार्यकर्ता नहीं था. लालू के अंदर जाते ही गेट बंद हो गया.