पटना : मौर्या होटल से रामगुलाम चौक तक सात मीटर और चौड़ी होगी सड़क, बनेंगे पार्किंग, जॉगिंग ट्रैक व ग्रीन बेल्ट

अतिक्रमण हटाओ अभियान का दिखने लगा असर, यहां-वहां कब्जा रखी थी जमीन पटना : राम गुलाम चौक से मौर्या होटल जाने वाली सड़क के किनारे 75 से 80 फुट चौड़ी सरकारी जमीन है. इस जमीन पर अतिक्रमणकारियों का कब्जा था, जिसे सोमवार को खाली कराया गया. अब मौर्या होटल से राम गुलाम चौक तक सड़क […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 28, 2018 7:08 AM
अतिक्रमण हटाओ अभियान का दिखने लगा असर, यहां-वहां कब्जा रखी थी जमीन
पटना : राम गुलाम चौक से मौर्या होटल जाने वाली सड़क के किनारे 75 से 80 फुट चौड़ी सरकारी जमीन है. इस जमीन पर अतिक्रमणकारियों का कब्जा था, जिसे सोमवार को खाली कराया गया. अब मौर्या होटल से राम गुलाम चौक तक सड़क सात मीटर और चौड़ी होगी. इसके साथ ही खाली करायी गयी जमीन पर पार्किंग के साथ-साथ जॉगिंग ट्रैक व ग्रीन बेल्ट बनाया जायेगा.
सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटने के बाद दोपहर एक बजे प्रमंडलीय आयुक्त आनंद किशोर निरीक्षण के लिए पहुंचे. निरीक्षण के दौरान आनंद किशोर ने पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता उमेश कुमार राय को निर्देश दिया कि चौड़ी सड़क, पार्किंग, ग्रीन बेल्ट व जॉगिंग ट्रैक की योजना तैयार करें. एक सप्ताह के भीतर प्राक्कलन के साथ प्रस्ताव उपलब्ध कराएं, ताकि शीघ्र स्वीकृति देकर योजना पूरी की जा सके.
अभी 14 मीटर चौड़ी है सड़क : मौर्या होटल से राम गुलाम चौक और राम गुलाम चौक से मौर्या होटल तक आने-जाने वाली सड़क सात-सात मीटर चौड़ी सड़क है.
इस सड़क की चौड़ाई को बढ़ा कर 10.5-10.5 मीटर किया जायेगा. प्रमंडलीय आयुक्त ने बताया कि मौर्या होटल से होटल पनाश तक 75 से 80 फुट चौड़ी सरकारी जमीन है. इस जमीन के समतलीकरण का काम शुरू कर दिया गया है. इसमें 40 से 45 फुट चौड़ा वाहन पार्किंग बनाया जायेगा और 10 से 15 फुट चौड़ा जॉगिंग ट्रैक व ग्रीन बेल्ट बनाया जायेगा. इसको लेकर पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को योजना तैयार करने का निर्देश दिया गया है.
एक सप्ताह के भीतर हटाएं ट्रांसफॉर्मर: सरकारी जमीन पर होटल के साथ-साथ कई संस्थाओं ने निजी ट्रांसफॉर्मर लगा रखा था. प्रमंडलीय आयुक्त ने पेसू जीएम को सख्त निर्देश दिया कि जिन-जिन संस्थानों के निजी ट्रांसफॉर्मर हैं, उन्हें एक सप्ताह में ट्रांसफॉर्मर हटाने के लिए नोटिस दें. रविवार तक हर हाल में सरकारी जमीन पर से निजी ट्रांसफॉर्मर हट जाना चाहिए.
इको पार्क के समीप स्थित गेट नंबर चार को तोड़ा गया : इको पार्क के समीप गेट नंबर-चार बनाया गया था. लेकिन, इस गेट की वजह से सड़क की चौड़ाई कम हो गयी थी और फुटपाथ भी अवरुद्ध था. आनंद किशोर, एनसीसी कार्यपालक पदाधिकारी शैलेश कुमार, अपर नगर आयुक्त शीला ईरानी सहित कई अधिकारी गेट के समीप दल-बल व उपकरणों के साथ पहुंचे.
गेट के समीप पहुंचते ही दोनों ओर से यातायात को रोक दिया गया और फिर गेट तोड़ने की कार्रवाई शुरू की गयी. 15 मिनट में गेट तोड़ने के बाद पथ निर्माण विभाग को निर्देश दिया गया कि दो घंटे के भीतर मलबा हटा लें, ताकि यातायात सामान्य हो सके.
सर्पेंटाइन नाला पर नया पुल बनाने का मांगा प्रस्ताव : विकास भवन से सरदार पटेल पथ की ओर जाने पर भी एक गेट है. गेट के समीप से सर्पेंटाइन नाला निकल रहा है. प्रमंडलीय आयुक्त ने पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिया कि एक सप्ताह में नाले के ऊपर नया पुल बनाने का प्रस्ताव प्राक्कलन के साथ उपलब्ध कराएं, ताकि शीघ्र योजना की स्वीकृति देकर निर्माण कार्य पूरा किया जा सके. नया पुल बनने के बाद नाला के समीप स्थित गेट को तोड़ दिया जायेगा.
राजवंशी नगर : तोड़ा गया रैन बसेरा
बेली रोड स्थित राजवंशी नगर मोड़ स्थित हनुमान मंदिर के समीप मिठाई दुकानदार का वर्षों से स्थायी कब्जा था. इस दुकानदार ने मंदिर के बगल में स्थित दो रैन बसेरों पर भी कब्जा किया था.
प्रमंडलीय आयुक्त के निर्देश पर पहले मिठाई दुकान ध्वस्त की गयी. सोमवार को दोनों रैन बसेराें को तोड़ा गया. इसके साथ ही एक पुराना बस स्टॉप भी तोड़ दिया गया, ताकि मंदिर के पीछे सड़क बनाने में कोई अवराेध नहीं रहे. प्रमंडलीय आयुक्त ने पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिया कि शीघ्र सड़क का प्रस्ताव मुहैया कराएं.
बोरिंग रोड चौराहा नहीं बनी अब तक कोई नीति
बोरिंग रोड चौराहा पर सोमवार को सुबह भी लंबा-लंबा जाम लगता रहा. हेवी ट्रैफिक लोड रहने की वजह से दो मिनट बाद जब एक सिरे का ट्रैफिक खोला जाता था, तब तक उस सिरे पर वाहनों की इतनी लंबी कतार लग जा रही थी कि वे एक बार में चौराहा क्रॉस भी नहीं कर पाती थीं. इसको देखते हुए दोपहर बाद फिर से ट्रॉली लगा कर चौराहा को बंद कर दिया गया और गोलंबर से घूम कर फिर से ट्रैफिक को निकाला जाने लगा. चौराहा पर बदलती व्यवस्था और परेशानियों की ओर ध्यान दिलाये जाने पर ट्रैफिक एसपी पीएन मिश्र ने कहा कि अभी इस संबंध में कोई स्पष्ट नीति नहीं बनी है.
30 वाहनों को किया टो
98 वाहनों से वसूले 1.02 लाख
अवैध पार्किंग के विरुद्ध अभियान के दौरान सोमवार को पटना ट्रैफिक पुलिस ने 128 वाहनों के विरुद्ध कार्रवाई की, जिनमें चारपहिया और दुपहिया दोनों प्रकार के वाहन शामिल थे. ट्रैफिक एसपी पीएन मिश्र ने बताया कि इस दौरान सड़क पर या उसके किनारे गैर पार्किंग क्षेत्र में खड़े किये गये 98 वाहनों से 1.02 लाख रुपये जुर्माने के रूप में वसूले गये. अभियान के दौरान 30 वाहनों को टो भी किया गया.
कहीं पार्किंग तो कहीं अवैध निर्माण से कर रखा है कब्जा
पटना : प्रशासन की ओर से चलाये जा रहे अतिक्रमण हटाओ अभियान का एक और फायदा निकल कर सामने आ रहा है. पहली बात तो सड़क को अतिक्रमण से मुक्त कर रास्ते को साफ किया जा रहा है. वहीं दूसरी तरफ शहर के कई ऐसे महत्वपूर्ण इलाके हैं, जहां लोगों व व्यावसायिक प्रतिष्ठानों ने करोड़ों की सरकारी जमीन पर कब्जा जमा लिया है. प्रशासन ने नापी के बाद कई जगहों पर ऐसी सरकारी जमीनों को खोज निकाला है. इस तरह की जमीनें पथ निर्माण विभाग, नगर निगम व पीआरडीए की हैं. गांधी मैदान, नाला रोड, दिनकर गोलंबर, राजेंद्र नगर से लेकर कई जगहों पर मामले आये हैं.
करोड़ों की बेशकीमती जमीन
दो दिनों की नापी के बाद गांधी मैदान के सामने होटल मौर्या से लेकर होटल पनाश तक लंबी-चौड़ी जमीन निकल कर सामने आयी है. सीओ सदर प्रदीप कुमार सिन्हा ने बताया कि इस जगह पर सड़क से पनाश होटल के सामने 72 फुट व होटल मौर्या के सामने 79 फुट तक पथ निर्माण विभाग की जमीन निकल कर सामने आयी है.
उन्होंने बताया कि होटल संचालकों ने उस जगह पर ग्रीन फील्ड विकसित करने के नाम पर ले रखी थी और उस पर पार्किंग बना लिया गया था. इसके अलावा दिनकर गोलंबर के पास 10 से अधिक ऐसे निर्माण निकल कर सामने आये हैं, जिन्हें पीआरडीए द्वारा आवंटित किया गया था. अब उसकी लीज अवधि समाप्त हो चुकी है. अब वहां आवास के बदले उसका व्यावसायिक उपयोग किया जा रहा है.
इसके अलावा राजेंद्र नगर पुल के नीचे 32 एेसी दुकानें हैं, जिनके आवंटन की अवधि 27 वर्ष से अधिक हो चुकी है. इसके अलावा राजेंद्र नगर के पूरब में 16 कट्ठा की जमीन निकल कर सामने आयी है, जो नगर निगम की है और वर्तमान में उस पर अतिक्रमण है.
एसकेपुरी, कंकड़बाग, राजेंद्र नगर में निकल सकती है जमीन: कार्रवाई किये जा रहे इलाकों के अलावा शहर में अभी भी कई ऐसे इलाके हैं, जहां सरकार की जमीन निकलने की पूरी संभावना है. इसमें पीआरडीए, आवास बोर्ड व अन्य विभागों की जमीनों पर अतिक्रमण है. एसकेपुरी में अधिकांश का आवंटन आवासीय निर्माण के लिए किया गया है. कंकड़बाग की पीसी कॉलोनी, डॉक्टर्स कॉलोनी, हनुमान नगर, बहादुरपुर से लेकर राजेंद्र नगर में ऐसे मामले मिलने की अधिक संभावना है.
पटना : नगर प्रमंडल आयुक्त के निर्देश पर कंकड़बाग अंचल के कार्यपालक पदाधिकारी पूनम कुमारी के नेतृत्व में टीम मीठापुर बस स्टैंड पहुंची. बस स्टैंड के गेट संख्या-एक पर जमे अतिक्रमणकारियों के दो-चार ठेले व सामान को जब्त किया गया. गेट को अतिक्रमण मुक्त करने के बाद टीम परिसर में पहुंची और अतिक्रमण कर बनाये गये एक-एक निर्माण को ध्वस्त कर दिया. बस स्टैंड परिसर से अतिक्रमण हटाने में पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात थी, जिससे अतिक्रमणकारी विरोध नहीं कर सके और शांति से अतिक्रमणकारियों के निर्माण को ध्वस्त कर दिया गया.
अतिक्रमणकारियों में मची अफरा-तफरी : नूतन राजधानी अंचल की दूसरी टीम जीपीओ गोलंबर के समीप पहुंची और सड़कों और फुटपाथ पर कब्जा करनेवालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की. अभियान टीम ने जैसे ही कार्रवाई शुरू की, तो अतिक्रमणकारियों में अफरा-तफरी मच गयी. जीपीओ से स्टेशन गोलंबर जानेवाली सड़क किनारे पांच-छह मुर्गा की दुकानें हैं, जो फुटपाथ तक कब्जा किये थे. सबको हटाया गया.
सरकारी जमीन पर अवैध पार्किंग से जुर्माना, मलबा हटाने का निर्देश : पटना सिटी में जिलाधिकारी ने निरीक्षण के क्रम में तोड़े गये डिवाइडर के मलबा को हटाने निर्देश कार्यपालक अभियंता एनएच को दिया.
साथ ही सड़क किनारे सरकारी जमीन पर वाहनों की अवैध पार्किंग थी, अवैध पार्किग वाले वाहनों से जुर्माना वसूलने का आदेश यातायात पुलिस अधीक्षक को दिया गया. सात वाहनों से जर्माना वूसला गया. साथ ही हाजीपुर से आ रही ओवर लोडेड पांच बस को पकड़ा, इसके बाद यात्रियों को उतार दूसरी बस से भेजा गया. परिवहन विभाग की टीम को कार्रवाई का आदेश दिया गया. जुर्माना के तौर पर 64 हजार 800 रुपये की राशि वसूल की गयी.
गये थे अतिक्रमण खोजने, गोदाम में मिलीं एक्सपायरी दवाएं
पटना सिटी : अगमकुआं थाना क्षेत्र के जीरो माईल गांधी सेतु रोड स्थित अशोक ट्रांसपोर्ट कंपनी में छापेमारी की गयी. यह छापेमारी प्रमंडलीय आयुक्त आनंद किशोर व जिलाधिकारी कुमार रवि ने विभागीय अधिकारियों के साथ सोमवार की शाम की. छापेमारी के क्रम में एक्सपायरी दवाओं का भंडारण किया हुआ मिला. आयुक्त ने जारी प्रेस नोट में बताया है कि गोदाम में छापेमारी के दरम्यान दर्जनों कार्टन में रखी 14 प्रकार के एक्सपायरी दवा मिली है.
एक कार्टन फिजिशयन सैंपल की दवा है. इन दवाओं को जब्त कर लिया गया है. आयुक्त ने कंपनी के स्थानीय व्यवस्थापक केएन दास समेत अन्य कर्मियों को एक्सपाइरी दवा रखने,गोदाम में फायर सिस्टम नहीं होने व हिसाब-किताब में गड़बड़ी व पार्किंग की जगह नहीं होने के आरोप में कार्रवाई व कंपनी के मालिक देवजीत बासु पर प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया. जिलाधिकारी के निर्देश के बाद गोदाम में जांच के लिए औषधि नियंत्रक की टीम को वहां जांच पड़ताल के लिए भेजा गया.
दो गोदामों को किया गया सील
सहायक ड्रग्स नियंत्रक विश्वजीत दास गुप्ता ने बताया कि गोदाम में जांच की गयी है, जिसमें लगभग तीन लाख रुपये मूल्य की एक्सपाइरी दवा बरामद की गयी है. साथ ही दो गोदामों को सील किया गया है. साथ ही इन गोदामों की भी जांच -पड़ताल की जायेगी. कुछ दवाओं के सैंपल मिले है जो काफी पुराने हैं. दवाओं के संबंध में गंभीरता पूर्वक कागजात व स्टॉक की जांच -पड़ताल की जा रही है. इसके बाद ही कार्रवाई की जायेगी. डीएम ने जांच के उपरांत गड़बड़ी पाये जाने पर नियमानुकूल कार्रवाई का आदेश दिया है. जांच टीम गोदाम के प्रबंधक से पूछताछ कर रही है.
जिलाधिकारी ने बताया कि गोदामों की जांच का निर्देश भी अशोक एजेंसी, ऑटो एजेंसी, उज्जैन एजेंसी व अश्विनी एजेंसी को दिया गया है. साथ ही फायर ब्रिगेड के अधिकारियों को भी गोदाम के सुरक्षा मानकों की जांच करने व एसडीओ पटना सिटी को धारा 133 के तहत कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है. आयुक्त व जिलाधिकारी के निर्देश पर डीसीएलआर अखिलेश कुमार व औषधि निरीक्षक की टीम व थानाध्यक्ष अगमकुआं अशोक कुमार पांडे देर रात तक मामले में जांच- पड़ताल करते रहे.
पुलिस वर्दी में हथुआ कार्यालय में
मौजूद कर्मी को गिरफ्तार करने का निर्देश
अतिक्रमण हटाओ अतिक्रमण के दौरान प्रमंडलीय आयुक्त आनंद किशोर ने पनाश होटल के सामने हथुआ कार्यालय में मौजूद कर्मी को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया. कर्मी रामकृष्ण पंत पुलिस वर्दी में था. मौके पर उन्होंने ऐसे संस्थान जो पुलिस वर्दी पहनने की अनुमति देते हैं. उन पर भी कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिये. इसके अलावा वर्दी बेचने वाले दुकानों के सत्यापन कराने के भी निर्देश दिये.
एक दर्जन लोगों को भेजा नोटिस
पटना सिटी : जिला व निगम की ओर से अतिक्रमण हटाने के चल रहे अभियान में सोमवार को बाईपास थाना से अवैध निर्माण के खिलाफ अभियान चलाया गया. जो चौकशिकारपुर उपरि सेतु होते हुए बाल लीला गुरुद्वारा मंगल तालाब तक चला. अभियान के दरम्यान दो लाख 50 रुपये की राशि जुर्माना के तौर पर वसूल की गयी. इस दरम्यान विरोध व तनातनी के बीच चबूतरा व छज्जा तोड़ने का कार्य कराया गया.
साथ ही पोर्टिकों बनाये एक दर्जन से अधिक लोगों को नोटिस के साथ जुर्माना की रसीद भी थमायी गयी. साथ ही सीढ़ी,प्लास्टिक शेड, लकड़ी, गैराज का सामान जब्त किया गया. अभियान का निरीक्षण करने कार्यपालक पदाधिकारी सुशील कुमार मिश्र भी पहुंचे. अभियान में दंडाधिकारी, नगर प्रबंधक रणधीर किशोर व दल प्रभारी मनोज कुमार, विजय कुमार निराला ने जिला से आये तीन दर्जन पुलिसकर्मी व तीन दर्जन श्रमिकों को लेकर अतिक्रमण हटाया.
इस दरम्यान विरोध व तनातनी का भी सामना करना पड़ा. कार्यपालक पदाधिकारी सुशील कुमार मिश्र व राजस्व पदाधिकारी उमा शंकर प्रसाद सिंह भी शामिल हुए. कार्यपालक ने बताया कि 31 अगस्त तक अभियान चलेगा. इसके तहत अशोक राजपथ पर भी अभियान चलाया जायेगा.
सर्विस लेन की सड़क होगी चौड़ी
पहाड़ी के पास सर्विस लेन की सड़क के चौड़ीकरण के लिए डिवाइडर को तोड़ने का कार्य आरंभ किया गया है. चल रहे कार्य का जायजा लेने के लिए जिलाधिकारी कुमार रवि व एसडीओ राजेश रौशन भी पहुंचे. एसडीओ ने बताया कि डिवाइडर को तोड़ सड़क चौड़ा किया जायेगा.

Next Article

Exit mobile version