पटना आसरा होम : सुपरविजन रिपोर्ट तैयार, लापरवाही के कारण हुई थी दोनों संवासिनों की मौत

पटना : राजीव नगर आसरा होम मामले में सुपरविजन रिपोर्ट पूरी तरह तैयार है. सूत्रों के अनुसार सुपरविजन रिपोर्ट में केस की सत्यता पर मुहर लग जायेगी. पुलिस के पास इस केस में इतने साक्ष्य आ चुके है जो दर्ज प्राथमिकी के लापरवाही के शब्द को पुष्ट कर रहे है.एक-दो दिनों में सुपरविजन रिपोर्ट निकल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 28, 2018 7:16 AM
पटना : राजीव नगर आसरा होम मामले में सुपरविजन रिपोर्ट पूरी तरह तैयार है. सूत्रों के अनुसार सुपरविजन रिपोर्ट में केस की सत्यता पर मुहर लग जायेगी. पुलिस के पास इस केस में इतने साक्ष्य आ चुके है जो दर्ज प्राथमिकी के लापरवाही के शब्द को पुष्ट कर रहे है.एक-दो दिनों में सुपरविजन रिपोर्ट निकल जायेगा.
सुपरविजन खुद सिटी एसपी मध्य अमरकेश डी कर रहे हैं. सिटी एसपी मध्य अमरकेश डी ने बताया कि दोनों संवासिनों की मौत मामले में हुए लापरवाही के हर बिंदु पर जांच की गयी. जिसमें लापरवाही से मौत होने की बात सामने आयी है. जल्द ही सुपरविजन रिपोर्ट निकाल दी जायेगी. उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हुआ है. बेसरा जांच के लिए एफएसएल भेजा गया है.
पुलिस को दी थी कई गलत जानकारियां : पटना पुलिस को आसरा शेल्टर होम की मनीषा दयाल व चिरंतन ने पूछताछ के दौरान कई गलत जानकारियां दी थी. इसका खुलासा उस समय हुआ जब पुलिस ने उसकी दी गयी जानकारियों के आधार पर मामले की सत्यता के लिए सत्यापन किया. लेकिन मनीषा दयाल की दी गयी अधिकतर जानकारी गलत निकली.
पुलिस ने मनीषा दयाल से खाता व मनी ट्रांजेक्शन से जुड़ी जानकारियां ली थी और पूछा था कि उन्होंने किन-किन लोगाें को अपने एकाउंट से पैसे दिये थे. इस पर मनीषा ने कुछ लोगों के नामों की जानकारी दी. पुलिस ने मनीषा के बयान के आधार पर उन लोगों से पूछताछ की. जानकारी मिली कि वे लोग मनीषा दयाल के संपर्क में कभी थे ही नहीं.
आईएमए को भेजे जायेंगे चिकित्सीय जांच के कागजात
पुलिस अब चिकित्सक अंशुमन व नर्स खुशबू की दोनों संवासिनों की इलाज में भूमिका की जांच के लिए आइएमए को चिकित्सीय जांच के कागजात को भेजेगी. इसके साथ ही यह जानकारी लेगी कि दोनों संवासिनों के इलाज के लिए जो प्रक्रिया या दवाएं लिखी गयी थी, वह ठीक थी या नहीं?
इस पर आइएमए से रिपोर्ट ली जायेगी. उन दोनों संवासिनों की इलाज चिकित्सक अंशुमन ने की थी और नर्स की भूमिका में खुशबू थी. डॉक्टर का शेल्टर होम्स से कांट्रेक्ट जुलाई में खत्म हो गया था. बावजूद वे शेल्टर होम्स इलाज के लिए जाते थे.
समाज कल्याण विभाग को भी भेजा पत्र : पुलिस ने समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों को पत्र लिखा है और उनसे जानकारी मांगी है कि कांट्रेक्ट किस आधार पर मिला था? कितने पैसे शेल्टर होम्स को दिये गये थे? शेल्टर होम्स का निरीक्षण किसने किया था और कितनी बार किया गया था.
बेसरा जांच के लिए गया एफएसएल : पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दोनों संवासिनों की मौत के कारण की जानकारी नहीं मिल पायी है. चिकित्सकों ने ओपिनियन को रिजर्व कर लिया है. इसके साथ ही बेसरा जांच के लिए एफएसएल भेजने की अनुशंसा की गयी थी. सोमवार को इसे एफएसएल भेज दिया गया.

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