फुलवारीशरीफ : मौत से जंग हार गयी एम्स में भर्ती लोकगायिका तीस्ता
फुलवारीशरीफ : एक्यूट सेप्टेसेमिया नामक रोग से लड़ते-लड़ते बिहार की उभरती भोजपुरी लोकगायिका 17 वर्षीया तीस्ता शांडिल्य मंगलवार को पटना एम्स में शाम करीब साढ़े सात बजे मौत से जंग हार गयी. पटना एम्स से मंगलवार की देर शाम जैसे ही यह खबर आयी की सुरीली आवाज की धनी और बाबू वीर कुंवर सिंह की […]
फुलवारीशरीफ : एक्यूट सेप्टेसेमिया नामक रोग से लड़ते-लड़ते बिहार की उभरती भोजपुरी लोकगायिका 17 वर्षीया तीस्ता शांडिल्य मंगलवार को पटना एम्स में शाम करीब साढ़े सात बजे मौत से जंग हार गयी. पटना एम्स से मंगलवार की देर शाम जैसे ही यह खबर आयी की सुरीली आवाज की धनी और बाबू वीर कुंवर सिंह की गाथा का अपनी गायिकी से बखान करने वाली तीस्ता शांडिल्य अब इस दुनिया में नहीं रही, तो बिहार से लेकर देश भर के कलाप्रेमियों में शोक की लहर दौड़ गयी.
तीस्ता तीन दिनों से पटना एम्स के वेंटिलेटर पर थी. एम्स के चिकित्सक अपनी हर कोशिश कर रहे थे ताकि तीस्ता को बचाया जा सके. तीस्ता के पिता उदय नारायण सिंह अपनी बेटी की जिंदगी बचाने के लिए दिन- रात एक किये हुए थे. तीस्ता के मौत की खबर सुनते ही एम्स में मौजूद उसके पिता उदय नारायण सिंह समेत अन्य परिजनों के सब्र का बांध टूट गया और सभी बिलखने लगे.
डॉ नीरज ने बताया कि शाम साढ़े सात बजे एम्स में तीस्ता ने अंतिम सांस ली. पटना एम्स के मेडिसिन विभाग के डॉ रवि कीर्ति और आईसीयू के डॉ नीरज कुमार के अथक प्रयास के बावजूद भी लोक गायिका तीस्ता शांडिल्य को बचाया नहीं जा सका.