श्रीकृष्ण को प्रसन्न करने के लिए जन्माष्टमी पर राशिनुसार करें पूजन, धन की कमी को दूर करने के लिए क्या करें उपाय, …जानें
भगवान श्रीकृष्ण द्वारका के राजा थे. उन्होंने द्वारका नगरी बसायी थी. इसलिए उन्हें द्वारकाधीश भी कहते हैं. शास्त्रों के अनुसार, द्वारकाधीश की कृपा होने पर मनुष्य के भाग्य बदल जाते हैं. यूं कहें, तो उनका जीवन सुखमय होने लगता है. उनके जीवन की सभी समस्याएं सभी संकट कष्ट विपत्तियां परेशानियां प्रत्यक्ष-परोक्ष परेशानियां दूर होने लगते […]
भगवान श्रीकृष्ण द्वारका के राजा थे. उन्होंने द्वारका नगरी बसायी थी. इसलिए उन्हें द्वारकाधीश भी कहते हैं. शास्त्रों के अनुसार, द्वारकाधीश की कृपा होने पर मनुष्य के भाग्य बदल जाते हैं. यूं कहें, तो उनका जीवन सुखमय होने लगता है. उनके जीवन की सभी समस्याएं सभी संकट कष्ट विपत्तियां परेशानियां प्रत्यक्ष-परोक्ष परेशानियां दूर होने लगते हैं. भगवान श्रीकृष्ण की कृपा प्राप्ति के लिए जन्माष्टमी को उत्कृष्ट दिन माना गया है. जन्माष्टमी के दिन भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था. अतः पूजा-पाठ, अभ्यर्थना उनकी करनी चाहिए. मनुष्य अपनी राशि के अनुसार भगवान का पूजन करें, तो उन्हें श्रेष्ठ फलों की प्राप्ति होती है.
मेष : राशि वालों को राधाकृष्णजी का गंगाजल से अभिषेक करना चाहिए. कृष्ण-कन्हैया को दूध से बनी हुई मिठाई, नारियल के लड्डू एवं माखन मिश्री का भोग लगाना चाहिए. साथ ही तुलसी की माला से ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः’ मंत्र का यथासंभव जाप करना चाहिए. इस मंत्र के जाप के बाद यथासंभव में अगर प्रसाद में अनार अर्पित किया जाये, तो मेष राशिवालों को कार्यों में सर्वोत्तम सफलता मिलेगी.
वृष : राशि वाले को भगवान श्रीकृष्ण का पंचामृत से अभिषेक करके उन्हें दूध से निर्मित मिठाई, रसगुल्ले आदि का भोग लगाना चाहिए. कमलगट्टे की माला से ‘श्रीराधाकृष्ण शरणम मम्’ मंत्र की 11 माला का जाप करना चाहिए. भगवान को मखाने का भोग लगाना चाहिए. इससे वृषभ राशि वाले जातकों की जीवन में मनवांछित फल की प्राप्ति होगी.
मिथुन : राशि वाले भगवान श्रीकृष्ण का दुग्ध से अभिषेक करके उन्हें पंचमेवा काजू से निर्मित मिठाई और केले का भोग लगाना चाहिए. साथ ही ‘श्रीराधायै स्वाहा’ मंत्र की तुलसी या स्फटिक की 11 माला का जप करें. फलों में पीले केले को अर्पित करें. इससे आपके जीवन में मान सम्मान और यश की वृद्धि होगी.
कर्क : राशि के जातकों को भगवान राधेकृष्ण का अभिषेक कर केसर और खोये या काजू की बर्फी का भोग लगाना चाहिए. साथ ही ‘श्रीराधा वल्लभाय नमः’ मंत्र की पांच माला का जाप करें. फलों में पानीवाला नारियल चढ़ाएं. इससे घर परिवार में सुख-समृद्धि की वृद्धि होगी और सुख की प्राप्ति होगी.
सिंह : राशि वाले को भगवान श्रीकृष्ण का गंगाजल में शहद मिलाकर अभिषेक करके उन्हें लाल-पीले और गुड़ का भोग लगाना चाहिए. साथ ही ‘ॐ विष्णवे नमः’ मंत्र का जाप करें. बादाम, मिश्री और फल शिव को अर्पित करें. इससे सभी क्षेत्र में अपार सफलता प्राप्त होगी और विरोध भी कुछ नहीं कर पाएंगे.
कन्या : राशि वाले को भगवान श्रीकृष्ण का दूध में घी मिलाकर अभिषेक करना चाहिए. साथ ही मेवा या दूध से बनी हुई मिठाई का भोग लगाना चाहिए. ‘ह्रीं श्रीं राधा ही स्वाहा’ मंत्र का 11 माला का जप करें. भगवान कृष्ण को लौंग, इलायची, तुलसी का पत्ता, हरा पान और कोई हरा फल भोग में लगाएं. इससे आपके जीवन में सुख-समृद्धि में वृद्धि होगी.
तुला : राशि वाले को भगवान कृष्ण को दूध में शक्कर मिलाकर अभिषेक करना चाहिए और प्रसाद से संबंधित दूध से निर्मित प्रसाद चढ़ाना चाहिए और श्री कृष्णाय नमः मंत्र की माला का जाप करें और महाप्रसाद में बादाम, माखन, मिश्री और केला भोग में लगाएं. इससे जीवन में तमाम परेशानियां धीरे-धीरे स्वत: समाप्त समाप्त हो जायेंगी.
वृश्चिक :राशि वालों को भगवान श्रीकृष्ण का पंचामृत से अभिषेक करके गुड़ से बने हुए मिष्ठान का भोग लगाना चाहिए. ‘श्री राधा कृष्णाय नमः’ मंत्र के कम-से-कम पांच माला का जाप करें. साथ ही पंचमेवा फलों में पानी वाला नारियल भोग में लगाएं. इससे आपके सभी काम आसानी से बनने शुरू हो जायेंगे.
धनु : राशि वाले को भगवान श्रीकृष्ण को शहद और दूध से अभिषेक करके बेसन की मिठाई का भोग लगाना चाहिए और ‘ओम नमो नारायणाय नमः’ मंत्र की पांच माला का जाप करें. पीला वस्त्र और पीला फल चढ़ाएं. अमरूद चढ़ाएं.
मकर : राशि वाले को भगवान श्रीकृष्ण को गंगाजल से अभिषेक करके भोग लगाएं. साथ ही ‘देवकीसुत गोविंदाय नमः’ मंत्र का जाप करें. अंगूर, मीठा पान और केसरवाली मिठाई भोग लगाएं. व्यापार में लाभ की प्राप्ति होगी.
कुंभ : राशि वाले को भगवान श्रीकृष्ण का पंचामृत से अभिषेक करके उन्हें लालिमायुक्त दूध से निर्मित मिठाई का भोग लगाना चाहिए. ‘ओम नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का 11 बार जाप करना चाहिए. मेवे, बादाम, काजू, किशमिश, पिस्ता, अखरोट का प्रसाद चढ़ाना चाहिए. जीवन के सभी क्षेत्रों में मनवांछित फल की प्राप्ति होगी.
मीन : राशि वाले को भगवान श्रीकृष्ण का पंचामृत से अभिषेक करके उन्हें मेवा की मिठाई प्रसाद में चुनाव करें. साथ ही ‘ओम देवकीसूत गोविंदाय नमः’ मंत्र का जाप करें. भगवान को इलायची, नारियल और फल अर्पित करें.
धन की कमी दूर करने के लिए करें उपाय
धन की कमी को दूर करने के लिए इन उपायों में से कृष्ण जन्माष्टमी पर कोई भी एक किया जाये, तो धन की कमी दूर होगी.
सिक्का : जन्माष्टमी पर जब आप श्रीकृष्ण का पूजन करें, तो उससमय कुछ सिक्के पूजा स्थल पर रख दें. उसके बाद पूजा करें. पूजा समाप्त होते ही इन सिक्कों को अपने पर्स में रख दें. ऐसा करने से लक्ष्मीजी का आशीर्वाद प्राप्त होगा.
धन कौड़ी : मां लक्ष्मी को कौड़ियां पसंद हैं. ऐसा माना जाता है, जन्माष्टमी पर कृष्ण पूजन करते समय पूजा स्थल पर पीले वस्त्र में कुल 11 कौड़ियां बांधकर रख दें. कृष्णजी के साथ मां लक्ष्मी का भी पूजन करें. पूजा समाप्त होने के बाद इस पीली पोटली को धन की तिजोरी में रख दें. ऐसा करने से धन से जुड़ी हर समस्याओं का खात्मा होगा.
दीया : जन्माष्टमी की शाम तुलसी के पौधे पर लाल चुनरी ओढ़ाएं. साथ ही एक दीया भी जला दें. इसके बाद वहीं बैठकर मंत्र ‘ॐ वासुदेवाय नम:’ का दो माला जाप करें. आपकी धन से जुड़ी समस्याएं दूर होंगी.
शंख : जमाष्टमी पर भगवान श्रीकृष्ण के नंदलाल स्वरूप का शंख में दूध डालकर अभिषेक करें. इसके बाद मां लक्ष्मी का भी पूजन करें. दोनों की कृपा से आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार आयेगा.
फल और अनाज : कृष्ण जन्माष्टमी के दिन गरीबों में या फिर किसी धार्मिक स्थल पर जाकर फल और अनाज दान करें. यदि आप दान की सही मात्रा जानना चाहते हैं, तो किसी ज्योतिषी से कुंडली के स्थिति के अनुसार इसे जान लें, अन्यथा मन मुताबिक किसी भी मात्रा में दान करना भी शुभ ही होगा.