छठ पूजा (Chhath 2021) को लेकर पटना जिला प्रशासन ने तैयारी अब और तेज कर दी है. इस बार कई घाटों को लेकर संशय की स्थिति प्रशासन के सामने बनी रही. राजधानी के 12 घाटों को खतरनाक घोषित कर दिया गया है. वहीं कलेक्ट्रेट घाट पर जाने के लिए इस बार बांस घाट के तरफ से तैयार किये गये वैकल्पिक रास्ते का इस्तेमाल किया जा सकता है.
पटना जिला प्रशासन के लिए इस बार कई घाटों के लिए फैसला लेना बेहद चुनौती भरा रहा. कलेक्ट्रेट और महेंद्रू घाट पर पटना की बड़ी आबादी छठ के लिए पहुंचती है. इस बार गंगा का जलस्तर बाढ़ के दौरान काफी तेजी से बढ़ा. लेकिन अब जब पर्व नजदीक है तो पानी काफी घट चुका है और काफी दूर जा चुका है. दोनों घाटों को तो तैयार कर दिया गया है लेकिन वहां तक पहुंचना इस बार चुनौती से कम नहीं.
कलेक्ट्रेट और महेंद्रू घाट तक जाने वाले रास्ते में दलदल है जो बेहद खतरनाक है. इसलिए इसबार बांस घाट होकर जाने वाले रास्ते से ही कलेक्ट्रेट घाट जा सकेंगे. हालांकि प्रशासन पीपा पुल के जरिये रास्ता तैयार करने की कोशिश में है लेकिन शायद ही ये संभव हो पाए. इस बार दीघा के आस-पास वाले घाटों पर ही भीड़ उमड़ेगी. वहीं 12 घाटों को खतरनाक घोषित कर दिया गया है और व्रतियों से अपील की गयी है कि वो इन घाटों पर नहीं जाएं.
-कंटाही घाट
-टेढ़ी घाट
– मिरचई घाट
-महराज घाट
-अदालत घाट
-मिश्री घाट
– टी एन बनर्जी घाट
– जजेज घाट
– अंटा घाट
– जहाज घाट
– बी एन कॉलेज घाट
– बांकीपुर घाट
Published By: Thakur Shaktilochan