जूनियर इंजीनियरों के 12 और अभ्यर्थी के दस्तावेज फर्जी
शुक्रवार को हुए दस्तावेज सत्यापन में कुल नौ अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्र फर्जी पाये गये थे.
पटना. वर्ष 2019 में निकले 6379 जूनियर इंजीनियरों की बहाली के लिए जारी दस्तावेज सत्यापन की प्रक्रिया के दौरान शनिवार को 12 अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्र या तो फर्जी पाये गये या उनमें छेड़छाड़ की गयी. आयोग की ओर से इन सभी के खिलाफ सचिवालय थाने में प्राथमिकी दर्ज कराते हुए इन्हें पुलिस के हवाले कर दिया गया. इससे पहले शुक्रवार को हुए दस्तावेज सत्यापन में कुल नौ अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्र फर्जी पाये गये थे. शनिवार को जिन अभ्यथिर्यों के प्रमाण पत्र फर्जी पाये गये उनमें पांच महिलाएं हैं, साथ ही दो गांवों से क्रमश: तीन और दो लोग शामिल हैं. नालंदा जिले के सिलाव के एक गांव ननंद से ही तीन अभ्यर्थी शामिल हैं, इनके नाम नीतीश कुमार, विजय कुमार और ममता कुमारी हैं. इसी तरह मधेपुरा के शंकरपुर के राजभीर गांव से पूजा कुमारी और रितू कुमारी शामिल हैं. इन पांचों ने ओपीजेएस यूनिवर्सिटी, चुरू, राजस्थान का फर्जी प्रमाण पत्र जमा किया था. 12 में से नौ अभ्यर्थियों ने इसी संस्थान का फर्जी दस्तावेज जमा किया था. इनके अलावा फर्जी प्रमाण पत्र वाले अभ्यर्थियों में नालंदा के एकंगरसराय के महाराजगंज निवासी बिरेंद्र कुमार, पुर्णिया के भट्टा बाजार निवासी मो जुल्फीकार, भागलपुर के इसाकचक निवासी अमित कश्यप, नवगठिया निवासी रेश्मा कुमारी, समस्तीपुर के सरायरंजन निवासी रूबी कुमारी, सुपौल के छतरपुर निवासी मंजीत कुमार दास और सारण के एकमा निवासी मनीष कुमार शामिल हैं.
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