Bihar for 2019 polls: एनडीए ने सीट बंटवारे के फार्मूले को खारिज किया

पटना : लोकसभा चुनाव में एनडीए के बीच मीडिया में चल रहे 20-20 सीटों के फार्मूले को सभी घटक दलों ने सिरे से खारिज कर दिया है. एनडीए के घटक दलों का कहना है कि अभी तक सीटों के बंटवारे को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया गया है. अगर इस तरह की बात होती तो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 1, 2018 3:59 AM

पटना : लोकसभा चुनाव में एनडीए के बीच मीडिया में चल रहे 20-20 सीटों के फार्मूले को सभी घटक दलों ने सिरे से खारिज कर दिया है. एनडीए के घटक दलों का कहना है कि अभी तक सीटों के बंटवारे को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया गया है. अगर इस तरह की बात होती तो इसकी आधिकारिक घोषणा संयुक्त रूप से की जाती है.

मीडिया में आनेवाली खबरों की सत्यता से कोई वास्ता नहीं है. जदयू के राष्ट्रीय महासचिव सह राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी ने एनडीए के बीच सीट बंटवारे की खबरों को निराधार व कोरी कल्पना बताया. उन्होंने कहा कि अभी तक एनडीए के बीच कोई निर्णायक वार्ता नहीं हुई है. इस तरह के समाचारों का कहीं से भी सत्यता से सरोकार नहीं है. उन्होंने बताया कि जब सीट बंटवारे को लेकर बात ही नहीं हुई है तो फिर भाजपा को 20 और जदयू को 12 सीटें देने का सवाल कहां से पैदा होता है. आखिर किसने 20-20 का फार्मूला तैयार किया है. जदयू महासचिव ने उल्टे यह सवाल पूछा कि क्या एनडीए के किसी दल के शीर्ष नेतृत्व की ओर से इस तरह की आधिकारिक जानकारी दी गयी है? अगर ऐसे बात नहीं है तो फिर सीट बंटवारे में किसको कितनी सीटें मिलीं यह कैसे कोई कह सकता है.

एनडीए की तैयारी सभी सीटों पर
इधर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय ने कहा कि सीट पर कोई भी निर्णय केंद्रीय नेतृत्व लेगा. एनडीए सभी 40 सीटों पर चुनाव लड़ेगा. उन्होंने कहा कि एनडीए की तैयारी सभी सीटों पर हो रही है. अभी तक सीट शेयरिंग पर कोई निर्णय नहीं हुआ है. अगर निर्णय होता है तो इसकी सूचना अवश्य दी जायेगी. वहीं लोजपा के प्रवक्ता ने कहा कि अभी तक इस संबंध में कोई बैठक ही नहीं हुई है. इसके लिए अभी बैठक होगी. सीटों का निर्धारण होगा. उसके बाद औपचारिक घोषणा होगी. एनडीए में सीटों को लेकर जब फाइनल हो जायेगा तो इसकी सूचना दी जायेगी.

एनडीए में िकसी तरहका नहीं है िववाद

रालोसपा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि सीट शेयरिंग को लेकर कोई चर्चा ही नहीं है. ऐसे में किसी तरह का विवाद ही नहीं है. कुछ लोग एनडीए में हैं जो नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री देखना पसंद नहीं करते. वैसे ही लोग इस तरह का भ्रम फैला रहे हैं.

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