अक्तूबर तक 90 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच सकती है पेट्रोल की कीमत

पटना पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने जतायी आशंका पटना में पेट्रोल-डीजल के सस्ते होने का इंतजार कर रहे लोगों के लिए बुरी खबर है. कच्चे तेल की कीमतों में बड़ा इजाफा हो सकता है और यह 75 डॉलर प्रति बैरल के स्‍तर पर पहुंच सकता है. ऐसा होने पर पेट्रोल की कीमत 90 रुपये तक जा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 2, 2018 8:24 AM
पटना पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने जतायी आशंका
पटना में पेट्रोल-डीजल के सस्ते होने का इंतजार कर रहे लोगों के लिए बुरी खबर है. कच्चे तेल की कीमतों में बड़ा इजाफा हो सकता है और यह 75 डॉलर प्रति बैरल के स्‍तर पर पहुंच सकता है. ऐसा होने पर पेट्रोल की कीमत 90 रुपये तक जा सकती है. डीजल की कीमत भी बढ़ सकती हैं. इससे महंगाई और बढ़ेगी. यह आशंका पटना पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के महासचिव अजय कुमार सिंह ने जतायी है.
डीलर्स का बढ़ रहा है निवेश
सिंह ने कहा कि कीमत बढ़ने के बावजूद पेट्रोल की मांग बढ़ रही है. इसका मुख्य कारण वाहनों की बिक्री में काफी तेजी है. चाहे बाइक हो या कार, पेट्रोल और डीजल की कीमत बढ़ने का असर पेट्रोलियम डीलर्स पर पड़ रहा है, क्योंकि कीमत बढ़ने के साथ निवेश लगातार बढ़ रहा है. हालांकि दाम में बढ़ोतरी के बाद भी खपत पर बहुत असर नहीं है.
कच्चे तेल और रुपये में गिरावट का असर
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी का सबसे बड़ा कारण कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें हैं. दूसरी ओर डॉलर के मुकाबले रुपये में लगातार जारी गिरावट का असर भी पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर दिख रहा है. रुपये की गिरावट से सार्वजनिक तेल कंपनियों की लागत बढ़ रही है. इसका सीधा असर ईंधन की कीमतों पर देखने को मिल रहा है.
वर्तमान में पेट्रोल पर 26 फीसदी वैट, 1 फीसदी सेस और 2.89 रुपये डीलर कमीशन लग रहा है, जबकि डीजल पर 19 फीसदी वैट, 1 फीसदी सेस ओर 1.82 रुपये डीलर कमीशन लग रहा है.
आठ दिनों में पेट्रोल के दाम में 1.15 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई, जबकि डीजल के दाम में 1.39 रुपये की बढ़ोतरी हो चुकी है.
माल ढुलाई बढ़ने से वस्तुएं होंगी महंगी
बिहार राज्य खाद्यान्न व्यवसायी संघ के महामंत्री नवीन कुमार के मुताबिक दाम इससे ज्यादा स्तर पर जाने से आम लोगों को मुश्किल होगी. अागे दाम और बढ़ने की उम्मीद है. डीजल की कीमत बढ़ने का असर माल ढुलाई पर पड़ रहा है, जिसकी वजह से फल-सब्जियों की कीमत में 10-15 फीसदी, जबकि एफएमसीजी वस्तुओं की कीमतों में 5 फीसदी तक का इजाफा हो सकता है. बिहार खुदरा विक्रेता महासंघ के महासचिव रमेश तलरेजा कहते हैं कि बीते अगस्त माह के पहले पखवाड़े में ही डीजल के दाम में प्रति लीटर दो रुपये से अधिक की बढ़ोतरी हो चुकी थी. इस वजह से ट्रक भाड़े में तीन-चार फीसदी की बढ़ोतरी हो चुकी है. इन दिनों पेट्रोल और डीजल के दाम सरकार के लिए सिरदर्द बने हुए हैं.

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