एससी-एसटी एक्ट पर केंद्र सरकार के फैसले के खिलाफ बंद ग्रामीण क्षेत्रों में असरदार, सड़क पर प्रदर्शन, ट्रैफिक, ट्रेनें रोकीं
एससी/एसटी एक्ट पर सरकार के फैसले के विरोध में सवर्ण संगठनों द्वारा बुलाये गये भारत बंद का पटना में मिलाजुला असर दिखा. सड़कों पर लोगों का गुस्सा दिखा. जगह-जगह विरोध-प्रदर्शन हुए. सवर्ण संगठनाें ने जुलूस निकाला और केंद्र सरकार के विरोध में नारे लगाये. कंकड़बाग मेन सड़क पर टायर जलाकर प्रदर्शन किया. इनकम टैक्स गोलंबर, […]
एससी/एसटी एक्ट पर सरकार के फैसले के विरोध में सवर्ण संगठनों द्वारा बुलाये गये भारत बंद का पटना में मिलाजुला असर दिखा. सड़कों पर लोगों का गुस्सा दिखा. जगह-जगह विरोध-प्रदर्शन हुए. सवर्ण संगठनाें ने जुलूस निकाला और केंद्र सरकार के विरोध में नारे लगाये. कंकड़बाग मेन सड़क पर टायर जलाकर प्रदर्शन किया.
इनकम टैक्स गोलंबर, डाकबंगला चौराहा, वीरचंद पटेल मार्ग पर भाजपा व जदयू कार्यालय के बाहर नारेबाजी की और एससी-एसटी एक्ट में सुप्रीम कोर्ट द्वारा किये गये संशोधनों को बहाल करने की मांग की. प्रदर्शन के बाद कोतवाली में गिरफ्तारी दी. देर शाम इन्हें बांड भरवाकर छोड़ दिया गया. विरोध का असर रेलवे पर भी असर दिखा.
पटना के राजेंद्र नगर में रेलवे ट्रैक जाम किया गया, जिससे कई ट्रेनें प्रभावित हुईं. क्यूल, जमालपुर, दानापुर, बख्तियारपुर, बाढ़, मोकामा समेत कई जगहों पर ट्रेनें रोकी गयीं. असर ग्रामीण इलाकों में ज्यादा दिखा. दानापुर, बिहटा, बख्तियारपुर, बाढ़, मोकामा जैसे इलाकों में दुकानें भी बंद रहीं और प्रदर्शन भी उग्र हुए. बाजार में खरीदारों की संख्या कम रही. करोड़ों का कारोबार प्रभावित हुआ.
सड़कों पर कम दिखी आवाजाही
भारत बंद को लेकर राजधानी में दुकानें तो खुली रहीं, लेकिन खरीदार नहीं दिखे. सुबह से लेकर तीसरे पहर तक सड़कों पर रोज की तरह व्यस्तता नहीं थी. गाड़ियों की संख्या कम दिखी. इनकम टैक्स, डाकबंगला चौराहा, स्टेशन गोलंबर, बोरिंग रोड चौराहा, जीपीओ, पाटलिपुत्र गोलंबर समेत अन्य चौराहे, जहां रोज भारी जाम लगता है, वहां गाड़ियां कम दिखीं. अनुमानित तौर पर देखें, तो रोज के मुकाबले 40 प्रतिशत गाड़ियां ही सड़कों पर दिखीं. वही लोग घर से निकले, जिन्हें जरूरी काम था. हालांकि कुछ इलाकों में जाम का भी दृश्य देखने को मिला. दोपहर में चिरैयाटांड़ पुल पर भीषण जाम लगा था. इस दौरान जाम में स्कूली वैन और एंबुलेंस भी फंसे रहे.
दानापुर में ट्रेन रोककर प्रदर्शन
खगौल
खगौल में भारत बंद समर्थकों ने दानापुर स्टेशन पर ट्रेन रोक भारत बंद का समर्थन किया. हालांकि, किसी प्रकार की क्षति नहीं हुई शांतिपूर्ण विरोध-प्रदर्शन किया. आंदोलनकारियों ने इस बात की घोषणा की है कि 2019 के चुनाव में वैसे सभी नेताओं का पुरजोर विरोध किया जायेगा जो आज हैं.
एससी-एसटी एक्ट के खिलाफ प्रदर्शन
में भारत बंद के दौरान हटिया पटना पाटलीपुत्र एक्स तकरीबन पांच घंटे तक पंडारक में रुकी रही. इससे यात्रियों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. टाल इलाके के अजगरा बकमा आदि जगहों पर भी विरोध प्रदर्शन हुआ.
सड़क पर टायर जला कर किया प्रदर्शन
नौबतपुर : भारत बंद को लेकर सवर्ण समाज के लोगों ने नौबतपुर बस पड़ाव, बिक्रम मोड़ समेत कई जगहों पर वाहनों को खड़ा कर व बेंच कुर्सी लगा सड़क पर बैठ गये. इस दौरान लोगों ने सड़क पर टायर जला कर प्रदर्शन भी किया. नौबतपुर व निसरपुरा लॉक के दुकानदारों ने भी दुकानें बंद कर बंद का समर्थन किया.
बिहटा में रोड जाम कर किया विरोध
बिहटा : भारत बंद के आह्वान पर बिहटा में विभिन्न जगहों पर सड़क जाम कर जम कर विरोध किया. बंद के दौरान बिहटा में विष्णुपुरा, ओवरब्रिज, राघोपुर, सिकरिया, आनंदपुर, अमहारा आदि जगहों पर यातायात बाधित कर लोगों ने जम कर विरोध किया. इस दौरान मार्ग से गुजरने वाली स्कूली बस, एंबुलेंस सहित अन्य लोगों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ा.
राजेंद्र नगर टर्मिनल समेत
सोलह स्टेशनों पर रोकीं ट्रेनें
पटना : एससी/एसटी एक्ट पर सरकार के फैसले के विरोध में भारत बंद का असर रेलवे परिचालन पर भी दिखाई दिया. दानापुर रेल मंडल में राजेंद्र नगर टर्मिनल समेत सोलह स्टेशनों पर ट्रेनों को आधा से दो घंटे तक रोका गया. दोपहर के बाद दो बजे तक रेलयात्रियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी.
रेलमंडल के किऊल-जमालपुर के बीच, मोकामा स्टेशन, बाढ़ स्टेशन, दानापुर स्टेशन, करोटा-पटरी हॉल्ट, सिरारी व करोटा-पटरी हॉल्ट के बीच, शेखपुरा, काशी चक, वारसलीगंज, नवादा, तिलैया, वजीरगंज-तिलैया के बीच, कजरा, शेखपुरा-काशी चक के बीच, पावापुरी रोड व नालंदा के बीच और राजगीर व नालंदा के बीच ट्रेनों को रोका गया. अलग-अलग स्टेशनों पर दर्जनों ट्रेनें रोकी गयीं. इनमें सबसे ज्यादा परेशानी राजगीर से खुलने वाली श्रमजीवी एक्सप्रेस के यात्रियों को झेलनी पड़ी.
काफी प्रयास के बाद खाली कराया ट्रैक
गुरुवार को सवर्ण सेना के राष्ट्रीय संयोजक भागवत शर्मा के नेतृत्व में सुबह नौ बजे 100 से अधिक लोग राजेंद्र नगर टर्मिनल पहुंचे. प्रदर्शन शुरू कर दिया. इस दौरान टर्मिनल पर ट्रेन संख्या 13131 कोलकाता-पटना एक्सप्रेस पहुंची, तो प्रदर्शनकारी ट्रेन के आगे पहुंच गये. ट्रेन परिचालन बाधित होते ही आरपीएफ जवानों ने प्रदर्शनकारियों को हटाना शुरू किया. आरपीएफ ने काफी मशक्कत के बाद 9:30 बजे प्रदर्शनकारियों को ट्रेन से हटाया.
रेलवे एक्ट के तहत प्राथमिकी
वहीं, अखिल भारतीय भूमिहार ब्राह्मण महासभा के संयोजक विवेक शर्मा केनेतृत्व में दानापुर व पटना और अखिल भारतीय सवर्ण मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष
शशि रंजन सिंह के नेतृत्व में आयकर गोलंबर व भाजपा कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया. ट्रेन परिचालन बाधित करने के आरोप में आरपीएफ ने भागवत शर्मा व सुमित कुमार के खिलाफ रेलवे एक्ट की धारा 176, 145, 147 और 174 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी.
नेतृत्व कर रहे भागवत शर्मा ने बताया कि भारत सरकार
एससी/एसटी एक्ट के माध्यम से सवर्ण समाज व पिछड़ा समाज का शोषण करने में लग गयी है. हरिजन एक्ट के तहत दर्ज प्राथमिकी में 75 प्रतिशत केस फर्जी निकल रहे हैं. इसके बावजूद भारत सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ अध्यादेश ला कर कानून बनाया.
मंडी तक नहीं पहुंच सके कारोबारी, 50% दुकानों के शटर गिरे
पटना : अनुसूचित जाति-जनजाति (अत्याचार निरोधक) कानून में केंद्र सरकार के संशोधन के खिलाफ अनारक्षित समुदाय के गुरुवार को बुलाये गये बंद के दौरान राजधानी की प्रमुख मंडियों और बाजारों में आधे दिन तक कारोबार ठप रहा. इससे लगभग 15 से 20 करोड़ रुपये के कारोबार पर असर पड़ा. इसका मुख्य कारण बाहर से आने वाली ट्रेनों का आवागमन बाधित होना रहा. दूसरे खरीदार भी बाजार में कम पहुंचे.
थोक मंडी में दुकानें तो खुलीं, लेकिन कारोबारी मंडी तक नहीं पहुंच सके. कई कारोबारी तो किसी तरह देर शाम तक पटना पहुंचे. लेकिन वे कारोबार नहीं कर सके. बंद का असर डाकबंगला चौराहा, मौर्यालोक परिसर, फ्रेजर रोड, एग्जीबिशन रोड आदि इलाकों में दोपहर 12 बजे तक आंशिक रूप से देखने को मिला. बंद समर्थकों के आक्रोश को देखते हुए करीब 50% दुकानों के शटर आधे गिरे रहे.
4-5 करोड़ का कारोबार सर्राफा मंडी में प्रभावित
सर्राफा की थोक मंडी बाकरगंज में भी बंदी का असर देखने को मिला. कई कारोबारियों के यहां तो बोहनी तक नहीं हुई. कारोबारियों ने बताया कि बाहर से आने वाले कारोबारी पटना नहीं पहुंचे सके. कई तो रास्ते से ही वापस चले गये. पाटलिपुत्र सर्राफा संघ के महासचिव शशि कुमार ने बताया कि 40 फीसदी कम ग्राहक आये, लेकिन मंडी में इसका असर दिखा. कुमार ने बताया कि 4 से 5 करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ है. जबकि सामान्य दिनों में 10 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार होता है.
3-4 करोड़ का कारोबार दवा मंडी में बाधित
सूबे की सबसे बड़ी दवा मंडी गोविंद मित्रा रोड का हाल भी कुछ ऐसा ही रहा. बिहार केमिस्ट एंड ड्रग एसोसिएशन के संयोजक अमर नाथ वर्मा ने बताया कि दूसरे जिलों से आनेवाले काराबोरी देर शाम पहुंचे, लेकिन दवाओं की खरीदारी नहीं की. इन्होंने शुक्रवार को खरीदारी की. उन्होंने बताया कि तीन से चार करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित हुआ है. इसी तरह इलेक्ट्रिक सामान की थोक मंडी चांदनी चौक मार्केट में व्यवसायी कम पहुंचे. इस बाजार के वरीय सदस्य आरएस जीत ने बताया कि लगभग एक करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार प्रभावित हुआ है.
हालांकि बंद के दौरान किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ है. इसके अलावा स्टेशनरी की थोक मंडी खजांची रोड में सामान्य दिनों की अपेक्षा कम कारोबारी पहुंचे. कारोबारियों की मानें, तो एक करोड़ से अधिक का कारोबार प्रभावित हुआ है. इसके अलावा खाद्यान्न मंडी में भी कारोबार प्रभावित रहा.
प्रदर्शनकारियों ने बांस-बल्ली लगाकर हाईवे को किया जाम
फुलवारीशरीफ : भारत बंद के समर्थन में फुलवारीशरीफ एक बभनपूरा, गाजा चक महमदपुर, सीमरा, हुलासचक, परसा के कुर्थौल और संपतचक के बैरिया, फतेहपुर में बांस-बल्ली लगा रोड जाम कर केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि एससी/एसटी एक्ट के पुराने कानून को पुनर्बहाल करने के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं.
एससी/एसटी एक्ट के खिलाफ प्रदर्शन, टायर जला कर की नारेबाजी
बाढ़ : अनुमंडल मुख्यालय में एससी/एसटी एक्ट के खिलाफ भारत बंद को लेकर लोग सड़क पर उतर कर केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन किया. इस दौरान लोगों ने कई जगहों पर टायर जला कर नारेबाजी की. बाढ़ में सवेरा मोड़, भुनेश्वरी चौक व अचुआरा सहित कई जगहों पर प्रदर्शन किया. बाढ़ जिला भाजपा कार्यालय के सामने पछियारी मलाही गांव के पास करीब चार घंटे तक हाईवे जाम रखा.
मना किये जाने पर पुलिस के साथ नोकझोंक लाठी-डंडा लेकर बंद कराया बाजार
पालीगंज /दुल्हिनबाजार
बंद समर्थक सुबह से ही बाजार बंद कराने आ गये. इस दौरान हाथ में लाठी डंडे लेकर बाजार बंद कराया. पुलिस द्वारा मना किये जाने पर पुलिस के साथ नोकझोंक की. दुकानदार संघ के नेताओं ने बताया कि सवर्ण सेनाओं के उपद्रव के खिलाफ एक बैठक की जायेगी. वहीं, धरहरा गांव समीप एक सिटी बस के शीशे तोड़ क्षतिग्रस्त कर दिया.
टायर जला रोड किया जाम
बिक्रम. एससी/एसटी एक्ट में संशोधन के विरोध में सवर्णों द्वारा भारत बंद को लेकर सुबह नौ बजे से ही बाजार स्थित शहीद चौक, असपुरा चौक, पतुत चौक, सैदाबाद चौक, रानीतालाब-कनपा चौक, महजपुरा सहित अन्य जगहों पर टायर जला कर सड़क जाम कर दिया. इस दौरान लोगों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की. वहीं, शहीद चौक के पास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अरथी जुलूस भी निकाला गया, जिसमें पूर्व शिक्षक राम बिनय शर्मा ने मुंडन करा कर विरोध जताया.
बंद रहीं दुकानें, रोकी ट्रेन
बख्तियारपुर /मोकामा : भारत बंद को सफल बनाने के लिए मोकामा में सैकड़ों सवर्ण युवक सड़क पर उतर गये. ट्रेन परिचालन भी तकरीबन आधे घंटे तक बाधित कर दिया. बादपुर में एनएच 80, महेंद्रपुर में एनएच 80 व 31 पर वाहनों की आवाजाही बंद करा दी गयी. दूसरी ओर बख्तियारपुर व अथमलगोला में भी एससी एसटी एक्ट में संशोधन को लेकर सरकार के तालीबानी फैसले का जमकर विरोध हुआ. सबनिमा गांव के पास यातायात बाधित कर दिया गया. प्रदर्शनकारियों ने आर्थिक आधार पर आरक्षण की मांग की.