ग्रामीण बसावटों को जोड़ने में बिहार को पहला स्थान
पटना : बिहार ने एक बार फिर से अपने विकास कार्यों से राष्ट्रीय स्तर पर लोहा मनवा दिया है. देश के अन्य राज्यों की तुलना में ग्रामीण क्षेत्रों की सुदूर बसावटों को जोड़ने में बिहार सबसे तेजी गति से संपर्कता दिया है. बिहार में ग्रामीण सड़कों के माध्यम से बसावटों को जोड़ने के निर्धारित लक्ष्य […]
पटना : बिहार ने एक बार फिर से अपने विकास कार्यों से राष्ट्रीय स्तर पर लोहा मनवा दिया है. देश के अन्य राज्यों की तुलना में ग्रामीण क्षेत्रों की सुदूर बसावटों को जोड़ने में बिहार सबसे तेजी गति से संपर्कता दिया है. बिहार में ग्रामीण सड़कों के माध्यम से बसावटों को जोड़ने के निर्धारित लक्ष्य को समय सीमा में हासिल किया गया है. अब इन बसावटों में रहनेवाले लोगों को बारहमासी सड़कों से जोड़ दिया गया है.
ग्रामीण सड़कों के निर्माण में बिहार ने वित्तीय वर्ष 2017 18 में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के निर्माण में बिहार को राष्ट्रीय स्तर पर दूसरा स्थान मिला है. मंगलवार को बिहार को यह दोनों पुरस्कार मिला .
ग्रामीण कार्य विभाग के अभियंता प्रमुख सुभाष चरण बताया की वित्तीय वर्ष 2017 18 में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना में 34 3418 बसावटों को जोड़ा गया. इसमें बिहार ने पूरे देश में पहला स्थान प्राप्त किया है जबकि 5257 किलोमीटर पीएमजीएसवाई में सड़क बनाकर बिहार में पूरे देश में दूसरा स्थान प्राप्त किया है. उन्होंने इसके लिए विभाग के सभी अभियंताओं और को बधाई दी है. उन्होंने बताया कि विभागीय मंत्री शैलेश कुमार और सचिव विनय कुमार के मार्ग निर्देशन में यह सफलता अर्जित की है. मालूम हो कि ग्रामीण कार्य विभाग के पास 129000 किलोमीटर सड़क है और अभी तक करीब 75000 किलोमीटर सड़कों का निर्माण हो चुका है. इतनी ही बसावटों को सड़क से जोड़ भी दिया गया है.