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बख्तियारपुर : धोखे से ग्राहकों के आधार लिंक कर खातों से 38.16 लाख रुपये उड़ाये

बख्तियारपुर : सालिमपुर थाना अंतर्गत ग्यासपुर सेंट्रल बैंक आॅफ इंडिया के ग्राहकों के खातों से 38.16 लाख रुपये उड़ा लिये गये. इस मामले में सेंट्रल बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक केके कला के आवेदन पर एफआईआर दर्ज हुई है. इसमें ग्राहक सेवा केंद्र संचालक नीतीश कुमार (ग्यासपुर निवासी) और बैंक के जेनेरेटर ऑपरेटर अभिषेक कुमार (सीतामढ़ी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 14, 2018 7:31 AM
बख्तियारपुर : सालिमपुर थाना अंतर्गत ग्यासपुर सेंट्रल बैंक आॅफ इंडिया के ग्राहकों के खातों से 38.16 लाख रुपये उड़ा लिये गये. इस मामले में सेंट्रल बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक केके कला के आवेदन पर एफआईआर दर्ज हुई है.
इसमें ग्राहक सेवा केंद्र संचालक नीतीश कुमार (ग्यासपुर निवासी) और बैंक के जेनेरेटर ऑपरेटर अभिषेक कुमार (सीतामढ़ी निवासी) को नामजद किया गया है. आरोप है कि ग्राहकों के आधार नंबर धोखे से लिंक कर ग्राहक सेवा केंद्र संचालक ने लाखों रुपये की हेराफेरी की. इस अपराध में जेनेरेटर ऑपरेटर भी शामिल था. बताया जा रहा है कि खातों से रुपये उड़ाने का खेल काफी दिनों से चल रहा था. इस बीच कई ग्राहकों ने स्थानीय बैंक शाखा में इसकी शिकायत भी की, लेकिन बैंक के अधिकारी व कर्मचारी ने इसे गंभीरतापूर्वक नहीं लिया. इस फायदा उठाकर ग्राहक सेवा केंद्र संचालक ने मोटी रकम पर हाथ साफ कर दिया. बाद में यह मामला क्षेत्रीय कार्यालय तक पहुंच गया. क्षेत्रीय प्रबंधक ने जांच टीम गठित की. मामले की तह तक छानबीन की गयी तो धोखाधड़ी उजागर हो गया.
एसएसपी के निर्देश पर एफआईआर
फर्जीवाड़ा कर लाखों रुपये निकाले जाने का मामला सामने आने पर एसएसपी मनु महाराज ने सालिमपुर के थानाध्यक्ष को तुरंत केस दर्ज करने का निर्देश दिया. मामले का खुलासा होते ही दोनों आरोपित फरार हो गये. थानेदार ने बताया कि पुलिस आरोपितों की तलाश में जुटी है. दूसरी ओर, इस मामले में पीड़ित ग्राहकों का भी बयान दर्ज किया जा रहा है. इधर इस मामले की आर्थिक अपराध इकाई भी जांच कर रही है.
शाखा प्रबंधक व कैशियर निलंबित
मामले में तत्कालीन शाखा प्रबंधक संजय घोष और कैशियर विजय सिंह को निलंबित कर दिया गया. दोनों पर घोर लापरवाही बरतने का आरोप लगा है. पुलिस सूत्रों का कहना है कि रुपये की हेराफेरी में शाखा प्रबंधक व कैशियर की संलिप्तता की भी जांच चल रही है. आशंका है कि शाखा प्रबंधक की मिलीभगत से ही ग्राहक सेवा केंद्र संचालक ने ग्राहकों के लाखों रुपये अपने खाते में ट्रांसफर कर लिये. वहीं, इसकी शिकायत करने ग्राहक बैंक पहुंचे तो टालमटोल कर दिया गया.
कम पढ़े -लिखे ग्राहकों को लगाया चूना
ग्राहक सेवा केंद्र संचालक ने कम पढ़े-लिखे लोगों को चूना लगाया. सूत्रों के मुताबिक फरवरी, 2018 से ही खातों से रुपये उड़ाने का गोरखधंधा जारी था. ग्राहकों को लिंक फेल का बहाना बनाकर संचालक आधार को लगातार दो-तीन बार लिंक कर लेता था. वहीं, ग्राहकों द्वारा मांगी गयी रकम देकर बाकी के पैसे अपने खाते में ट्रांसफर कर देता था.
इलाके के दो- तीन ग्राहकों को खातों से रुपये गायब होने का पता चला. बाद में खाता अपडेट कराने पर अन्य ग्राहकों को रुपये की हेराफेरी की जानकारी मिलने लगी. मामला बैंक के आला अधिकारी तक पहुंचने पर ग्राहक सेवा केंद्र के ट्रांजेक्शन को खंगाला गया, तो पैर तले जमीन खिसक गयी.

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