पटना : एके-47 और मैगजीन सप्लाई को पांच माह में आठ बार मुंगेर आया पुरुषोत्तम
जबलपुर से मुंगेर आयेगी क्राइम ब्रांच की टीम, शमशेर और नियाजुल से होगी पूछताछ पटना : आर्मोरर पुरुषोत्तम लाल रजक अप्रैल से ज्यादा सक्रिय हो गया था. एके-47 और मैगजिन की सप्लाई के लिए वह 10 अप्रैल से 28 अगस्त के बीच आठ बार मुंगेर आया था. इस बीच उसने कई डील की थी. पुलिस […]
जबलपुर से मुंगेर आयेगी क्राइम ब्रांच की टीम, शमशेर और नियाजुल से होगी पूछताछ
पटना : आर्मोरर पुरुषोत्तम लाल रजक अप्रैल से ज्यादा सक्रिय हो गया था. एके-47 और मैगजिन की सप्लाई के लिए वह 10 अप्रैल से 28 अगस्त के बीच आठ बार मुंगेर आया था. इस बीच उसने कई डील की थी. पुलिस रिमांड पर 17 दिनों तक जबलपुर में हुई पूछताछ में उसने कई राज उगले हैं. पुलिस को उसके मुंगेर आने के प्रमाण भी मिले हैं. पुरुषोत्तम से पूछताछ के बाद अब बारी है मुंगेर के रहने वाले शमशेर और आर्मोरर से रिटायर्ड नियाजुल हसन से पूछताछ की. जबलपुर पुलिस अब दोनों से मुंगेर आकर पूछताछ करेगी.
सूत्रों की मानें तो 19 सितंबर को क्राइम ब्रांच की टीम जबलपुर से मुंगेर पहुंचेगी. यहां से दोनों को ट्रांजिट रिमांड लेकर जबलपुर भी ले जाया सकता है.
दरअसल एक के बाद एक हथियारों की बरामदगी ने दोनों राज्यों के पुलिस की सकते में डाल दिया है. पुलिस अब इस मामले में पूरे जड़ तक जाना चाहती है. कोशिश है ज्यादा से ज्यादा एके-47 बरामद कर लिये जायें जो बेची गयीं हैं. दूसरा इसकी सप्लाई में लगे पूरे रैकेटे को बेनकाब करने का. फिलहाल दोनों राज्य की पुलिस मामले की पड़ताल में लगी हुई है. जल्द ही सफलता की मिलने की उम्मीद है.
दरअसल बिहार का मुंगेर शुरुआत से ही अवैध असलहा के निर्माण और बिक्री का मंडी रहा है. कई बड़े मामलों में देश की बड़ी जांच एजेंसियों मुंगेर का चक्कर काट चुकी हैं. यही वजह है जब मुंगेर के रहने वाले नियाजुल हसन जैसे लोग आरमोर्रर के तौर पर सीओडी में काम करने पहुंचे तो वहां से सेना के एके-47 की अवैध सप्लाई का रास्ता खुल गया.
यह रास्ता देश भर के सीओडी से चला और मुंगेर में आकर खत्म हुआ. मुंगेर में आने के बाद इसकी कीमत मुंह मांगी हो जाती थी. आर्मोरर अगर पांच लाख में हथियार बेचते थे तो मुंगेर के इमरान, शमशेर जैसे लोग इसका दोगुना कीमत वसूल कर बेचते थे. इस तरह से पूरा सिंडिकेट मुंगेर से जुड़ गया. अब जब मामला उजागर हो गया है तो जांच की कड़ियां मुंगेर से जुड़ने लगी हैं.
पुरुषोत्तम ने कबूला लालच में बना देशद्राेही
जबलपुर सीओडी में आरमोर्रर के पद पर काम कर चुका पुरुषोत्तम रजक जब पुलिस के हत्थे चढ़ा तो उसने इधर-उधर बरगलाने की कोशिश की.
लेकिन जब उसके घर से हथियार और पार्टस मिल गये तो पुलिस ने उसे आठ दिनों के लिए रिमांड पर लिया. फिर दूसरा आरमोर्रर सुरेश ठाकुर पकड़ा गया. पुलिस को कई ठोस जानकारी तब हाथ लगी जब पुरुषोत्तम पूछताछ में टूट गया. पुलिस के बड़े अधिकारियों के सामने पुरुषोत्तम फफर पर रो पड़ा. उसे गलती का एहसास हुआ तो उसने कहा कि साहब… लालच में आ गया, मैंने गलती किया है, मैं देशद्रोही हूं. जो सजा मिलेगी वह मंजूर है.
सीओडी में कर्मियों के निजी वाहन बैन
सेना के एके-47 की अवैध सप्लाई का राज खुलने के बाद पूरा सिंडिकेट पुलिस के टारेगट पर आ गया है. देश भर के सीओडी (सेंट्रल आर्डिनेंस डिपो) में जांच पड़ताल और सख्ती तेज हो गयी है. गृह मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद सीओडी में काम करने वाले कर्मचारियों के निजी वाहन को बैन कर दिया गया है. साइकिल और दिव्यांग की ट्राई साइकिल तक को भी इंट्री नहीं है. सिर्फ अधिकारियों की सरकारी गाड़ियां ही अंदर जा रही हैं. खास करके जबलपुर सीओडी, सिलिगुड़ी के बैंगडुबी सेना छावनी (डीएससी) में सीधे तौर पर सख्ती देखी जा रही है.
मुंगेर में अभी चलेगी कार्रवाई की तलवार
मुंगेर में फिर से बड़ी कार्रवाई की तैयारी है. एके-47 के तस्कर इमरान, शमशेर, रिजवाना अख्तर, नियाजुल हसन की जांच पड़ताल तो हो ही रही है, इसके अलावा इनके पूरे कुनबे, रिश्तेदारों की कुंडली पुलिस खंगाल रही है.
सूत्रों कि मानें तो मुंगेर में अन्य छोटे-बड़े असलहा कारोबारियों पर भी गाज गिरेगी. ऊपर से आदेश के बाद मुंगेर की पुलिस ऐसे लोगों की सूची तैयार कर रही है जो असलहा तस्करी में जेल जा चुके हैं. खास तौर पर वह तस्कर जो जिनका नाम नक्सली संगठनों, डी कंपनी और आतंकवादी संगठन को असलहा सप्लाई करने का आरोप है. इन लोगों पर देशद्रोह के आरोप में कार्रवाई की तैयारी है.