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पटना : सड़क पर छीन रहे मोबाइल, पुलिस दर्ज कर रही केवल गुमशुदगी का सनहा
पटना : पटना पुलिस के कार्रवाई भी खूब है. रोजाना मोबाइल लूट की हो रही वारदातों को पुलिस गुमशुदगी का सनहा दर्ज कर रही है. पुलिस के इस रवैये से मोबाइल चोरों को फायदा हो रहा है. वे पुलिस की पकड़ से बच जाते हैं. इधर पुलिस के पचड़े में कोई नहीं पड़ना चाहता है […]
पटना : पटना पुलिस के कार्रवाई भी खूब है. रोजाना मोबाइल लूट की हो रही वारदातों को पुलिस गुमशुदगी का सनहा दर्ज कर रही है. पुलिस के इस रवैये से मोबाइल चोरों को फायदा हो रहा है. वे पुलिस की पकड़ से बच जाते हैं.
इधर पुलिस के पचड़े में कोई नहीं पड़ना चाहता है और लूट की शिकायत दर्ज कराने पहुंचे शिकायतकर्ता पुलिस के दबाव में गुमशुदगी की रिसीविंग ले लेते हैं. कई मामलों में तो शिकायतकर्ता मोबाइल छीनने वाले के हुलिया के साथ ही उनकी बाइक के संबंध में जानकारी भी आवेदन में देते हैं. लेकिन हर मामलों में पुलिस गुमशुदगी का मामला दर्ज कर उसे रद्दी के टोकरे में डालती रही. यहां तक कि मामला ऐसी घटना थाने तक ही दब कर रह जाती है और पुलिस के आलाधिकारियों तक नहीं पहुंच पाती है.
केस लड़ने और परेशानी होने का दिखाते हैं डर : जानकारी के मुताबिक अब पत्रकार नगर थाने का कुछ ऐसा मामला सामने आया है जिसमें छात्र-छात्राओं से बीच सड़क पर बाइक सवार बदमाश मोबाइल फोन छीन कर भाग गये. जब पीड़ितछात्र-छात्राएं पत्रकार नगर थाना में पहुंचे तो पुलिसकर्मियों ने पहले तो मामला दर्ज करने से इन्कार करदिया. बाद में मामला दर्ज करने के लिए राजी हुए भी तो उन्होंने मोबाइल
छीनने की सूचना को दर्ज करने से इन्कार कर दिया और उनको समझाया कि छीनने की प्राथमिकी दर्ज करने पर उन्हें केस लड़ना पड़ेगा और काफी परेशानी होगी. अंत में उन छात्र-छात्राओं ने मोबाइल गुम होने का सनहा दर्ज करा लिया और अपने मोबाइल फोन को भूल गये.
राजेंद्र नगर गोलंबर से मलाही पकड़ी, सत्तर फुट रोड तक है स्नैचरों का आतंकमोबाइल स्नैचरों का राजेंद्र नगर गोलंबर से मलाही पकड़ी, सत्तर फुट न्यू बाईपास तक आतंक है. इसी के एक किलोमीटर के दायरे में मोबाइल स्नैचर लगातार घटना को अंजाम दे रहे हैं.
पूर्व की घटनाएं पुलिस नहीं सुलझा पायी और इसका नतीजा यह रहा कि तीन सितंबर को कॉलेज ऑफ कॉमर्स के छात्र मनीष कुमार का मोबाइल फोन बाइक सवार बदमाशों से छीन लिया. वह पत्रकार नगर थाने पहुंचा तो पहले तो मोबाइल छिनतई की प्राथमिकी करने को कोई तैयार नहीं हुआ, लेकिन उसने जब एएसपी सदर सुशांत कुमार सरोज को यह जानकारी दी तो उनके निर्देश पर प्राथमिकी दर्ज हुई.
पीड़ितों ने दी बदमाशों की जानकारी, लेकिन पुलिस ने नहीं दिखायी रुचि
छात्र-छात्राएं जब प्राथमिकी दर्ज कराने के उद्देश्य से वहां पहुंचे तो पुलिस को यह जानकारी देनी चाही कि मोबाइल छीनने वाला काले रंग के पल्सर पर था. किसी ने बाइक नंबर के अंतिम तीन अंक देखे थे तो किसी ने बदमाशों के चेहरे को देखा था. उन्होंने पुलिस को यह सब जानकारी देने की कोशिश की, लेकिन इसमें पुलिस ने कोई रुचि नहीं दिखायी.
कुछ ऐसे जिनका मोबाइल छीना गया, लेकिन दर्ज किया गया गुमशुदगी का सनहा
इस साल राजेंद्र नगर गोलंबर से लेकर सत्तर फिट रोड तक कई मोबाइल स्नेचिंग की घटनाएं सामने आयीं. छात्र कुणाल कुमार, निशांत कुमार व छात्रा सोनाली कुमारी का मोबाइल फोन भी इसी इलाके में छीन लिया गया. ये सभी पत्रकार नगर थाने में मोबाइल छीनने की प्राथमिकी करने गये, लेकिन अंत में पुलिस के दबाव में मोबाइल गुम होने का सनहा दर्ज करा कर वापस लौट गये.
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