पटना : तीसरे तल्ले की खिड़की का ग्रिल तोड़ भागी संवासिन, पकड़ी गयी

पटना : राजीव नगर थाने के नेपाली नगर में स्थित आसरा शेल्टर होम से एक और 21 वर्षीय संवासिन रविवार की देर रात निकल भागी. हालांकि पुलिस को सही समय पर सोमवार की सुबह साढ़े तीन बजे सूचना मिल गयी. आधे घंटे के अंदर सकुशल बरामद कर लिया. संवासिन से विशेष संकेतों के जरिये पूछताछ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 25, 2018 8:30 AM
पटना : राजीव नगर थाने के नेपाली नगर में स्थित आसरा शेल्टर होम से एक और 21 वर्षीय संवासिन रविवार की देर रात निकल भागी. हालांकि पुलिस को सही समय पर सोमवार की सुबह साढ़े तीन बजे सूचना मिल गयी. आधे घंटे के अंदर सकुशल बरामद कर लिया. संवासिन से विशेष संकेतों के जरिये पूछताछ की जा रही है. उक्त संवासिन गूंगी है.
कुछ दिनों पहले ही उसे शेल्टर होम में लाया गया था. बताया जाता है कि वह तीसरे तल्ले पर एक सहयोगी के साथ कमरे में रहती थी और इस दौरान उसने रविवार की देर रात एक बजे से तीन बजे के बीच में खिड़की की कमजोर ग्रिल को तोड़ दिया और बेड शीट से रस्सी बना कर उसके सहारे शेल्टर होम के पीछे वाले हिस्से में उतर गयी और वहां से निकल गयी. हालांकि उतरने के क्रम में उसके पांव में भी चोट आयी. उसके भागने की भनक होम के गेट व पहले तल्ले पर मौजूद पुलिसकर्मियों को भी नहीं लगी. पहले तल्ले पर महिला सिपाही की तैनाती है. गेट पर राजीव नगर थाने का एक कॉन्सटेबल पहरा देता है.
उस कमरे में रहने वाली दूसरी संवासिन जब भागने में असफल रही तो उसने वहां की अधीक्षिका को भागने की जानकारी दे दी. इसके बाद साढ़े तीन बजे सुबह में राजीव नगर पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी गयी. सिटी एसपी मध्य अमरकेश डी ने संवासिन के मिलने की जानकारी दी और बताया कि उससे पूछताछ की जा रही है.
कई थानों की पुलिस ने कर दी थी खोजबीन शुरू
भागने की सूचना मिलते ही पूरे राजीव नगर थाने के साथ ही पाटलिपुत्र, शास्त्री नगर थाने की पुलिस भी उस संवासिन को खोजने के लिए निकल गयी. संवासिन को उतरने के दौरान पैर में चोट लगी थी तो वह काफी धीमी गति से आगे जा रही थी. इसी बीच राजीव नगर थाने की पुलिस को आसरा होम से सटी एक पतली गली में चेकिंग के दौरान वह आधा किलोमीटर दूरी पर मिल गयी. वह अपना मुंह छुपाये वहां बैठी थी. चूंकि उसे चोट लगी थी, जिसके कारण वह आगे नहीं बढ़ पा रही थी.
साढ़े बारह बजे रात तक सब कुछ था सामान्य : आसरा होम प्रशासन के अनुसार प्रतिदिन की तरह रविवार की रात साढ़े 12 बजे भी चेकिंग की गयी थी. लेकिन सबकुछ सामान्य था. तीसरे तल्ले पर एक कमरे में दो संवासिनें रहती थीं और उन दोनों ने भागने का पहले से ही प्लान बनाया था. इसके बाद उन लोगों ने किसी तरह से दिन में ही कोई औजार से ग्रिल को कमजोर कर दिया था. इसके बाद बेड शीट का सहारा लेकर नीचे उतर गयी.
अगस्त से चर्चा में है आसरा शेल्टर होम
अासरा शेल्टर होम अगस्त 2018 से काफी चर्चा में है. अगस्त में वहां रहने वाली दो संवासिनों की मौत लापरवाही से हो गयी थी. मामले में होम से जुड़े चिरंतन व मनीषा दयाल गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके हैं. मामला थमा भी नहीं था कि दो संवासिनों के भागने की बात सामने आयी.

Next Article

Exit mobile version