पटना : रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने सीट शेयरिंग पर बगैर किसी गठबंधन का नाम लिए कहा कि जिसकी जितनी भागीदारी उसको उतनी हिस्सेदारी मिलनी चाहिए. किसी को जरूरत से ज्यादा नहीं व किसी को कम भी नहीं मिले. वे मंगलवार को पंचायत परिषद भवन में पार्टी की ओर से आयोजित पैगाम-ए-खीर कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने इस कार्यक्रम को राजनीति से दूर बताते हुए कहा कि यह पूरी तरह से सामाजिक कार्यक्रम था. इसमें कोई राजनीतिक चर्चा नहीं हुई है. समाज के सभी वर्गों जिसमें यदुवंशियों का दूध, कुशवंशियों का चावल, सवर्णों की चीनी, अतिपिछड़ा से पंचमेवा लेकर खीर तैयार कर दलित का तुलसी पत्ता डाला गया. अल्पसंख्यक के दस्तरखान पर बैठ कर सभी लोगों ने खीर खाया. यह आयोजन सोसाइटी के लिए एक मैसेज था.
कुशवाहा ने पैगाम-ए-खीर कार्यक्रम के बहाने सियासत साधने की कोशिश की. उन्होंने इस माध्यम से राजनीतिक दलों को मैसेज देने की कोशिश कि उनके साथ सभी समाज के लोग हैं. राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के अपराधियों से अपराध नहीं करने की गुहार पर मीडिया द्वारा यह पूछे गये सवाल पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि इन बातों को छोड़िए, खीर का स्वाद मत बिगाड़िये.
कार्यक्रम में विधायक सुधांशु शेखर, राजेश यादव, शंंकर झा आजाद, भूदेव चौधरी, दशई चौधरी, सत्यानंद दांगी, ई अभिषेक झा, भोला शर्मा, अनिल यादव, ई आशुतोष झा, संजय मेहता, अभयानंद सुमन, अजय कुमार सिंह सहित बड़ी संख्या में पार्टी के नेता व कार्यकर्ता शामिल हुए.