पटना: बहुचर्चित अलकतरा घोटाला के एक मामले में बिहार के पूर्व पथ निर्माण मंत्री इलियास हुसैन, उनके पीए शहाबुद्दीन बेग और ट्रांसपोर्टर जनार्दन प्रसाद को सीबीआई अदालत ने चार-चार साल की सजा सुनाई है. जिसको लेकर बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने ट्वीट किया और राजद पर जमकर निशाना साधा है. सुशील मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा है, 1992 में भाजपा ने अलकतरा घोटाले मेें लोकहित याचिका दायर कर तत्कालीन पथनिर्माण मंत्री और राजद विधायक इलियास हुसेन के खिलाफ ठोस सबूतों के आधार पर कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, जिससे 26 साल बाद ही सही, उन्हें जनता के पैसे लूटने की सजा सुनायी गयी.
उन्होंने आगे लिखा है, तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद ने दागी मंत्री का इस्तीफा लेने के बजाय पद का दुरुपयोग कर कांग्रेस विधायक की अध्यक्षता वाली जांच कमेटी बनाकर इलियास को क्लीनचिट दिलाने की कोशिश की थी. राजद-कांग्रेस के भ्रष्ट गठबंधन के चलते बिहार की सड़कें उन दिनों गड्ढों में बदल गयी थीं.
सुशील मोदी ने आगे कहा, राजद एक ऐसी पार्टी है, जिसके सुप्रीमो लालू प्रसाद चारा घोटाला के चार मामलों मे सजायफ्ता होकर रांची की जेल में हैं और चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य हैं. पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के पूर्व सदस्य और हत्या के कई मामलों में सजायाफ्ता शहाबुद्दीन इतने खतरनाक हैं कि उन्हें राज्य से बाहर दिल्ली की तिहाड़ जेल में रखा गया. लालू के राजनीतिक वारिस तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव और राबड़ी देवी समेत दो दर्जन नेता बेनामी संपत्ति सहित कई मामलों में चार्जशीटेड हैं. विधायक राजबल्लभ यादव नाबालिग से बलात्कार के मामले में बंदी हैं.
उन्होंने कहा, सीबीआई कोर्ट की सजा का एलान होने से राजद की सुपर ब्लैक लिस्ट में इलियास हुसेन के नाम का केवल रिन्यूअल हुआ है. जेल तो वे पहले भी जा चुके हैं. दागियों की लंबी होती सूची के साथ राजद ने मुख्य विरोधी दल बने रहने का नैतिक आधार खो दिया है.