बिहार: बिन बरसात ‘हथिया’ का आगाज, रूठी तो बिगड़ जायेगी अर्थव्यवस्था

पटना : बिहार की खेती में हथिया नक्षत्र की बारिश का खास महत्व है. गुरुवार-शुक्रवार की मध्यरात्रि के बाद से बरसात के लिए अहम माने जाने वाले हथिया नक्षत्र की शुरुआत हो गयी. हालांकि यह आगाज निराशाजनक है, क्याेंकि बारिश की फिलहाल अगले चार दिन नाम मात्र की संभावना है. बारिश की संभावना को लेकर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 29, 2018 3:27 AM
पटना : बिहार की खेती में हथिया नक्षत्र की बारिश का खास महत्व है. गुरुवार-शुक्रवार की मध्यरात्रि के बाद से बरसात के लिए अहम माने जाने वाले हथिया नक्षत्र की शुरुआत हो गयी. हालांकि यह आगाज निराशाजनक है, क्याेंकि बारिश की फिलहाल अगले चार दिन नाम मात्र की संभावना है. बारिश की संभावना को लेकर मौसम विभाग भी अभी मौन है.
बता दें कि समूचे बिहार में अभी औसत से 23 फीसदी कम बारिश हुई है. ऐसे में हथिया की बारिश की काफी जरूरत है, लेकिन मौसम की स्थिति को देखते हुए इस बार हथिया नक्षत्र की बारिश पर संदेह बन गया है. विशेषज्ञों के मुताबिक हथिया का रूठना बिहार की अर्थव्यवस्था के लिए झटका साबित हो सकती है. अलबत्ता राहत की बात ये है कि मॉनसून की विदाई अभी बाकी है. इसलिए बारिश की उम्मीद अभी बनी हुई है.
केवल 623 मिलीमीटर बारिश
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक समूचे बिहार में एक जून से 27 सितंबर तक की औसत बारिश 1002 मिलीमीटर रही है. अब तक केवल 770़ 4 मिलीमीटर ही बारिश हुई है. कुल मिलाकर सामान्य से 23 फीसदी कम बारिश हुई है. जहां तक पटना जिले का सवाल है, यहां भी इसी तिथि के दरम्यान औसत बारिश 918़ 9 मिलीमीटर की तुलना में केवल 623 मिलीमीटर बारिश हुई है. यह औसत बारिश से करीब 32 फीसदी कम है.
नहीं हुई बारिश तो पड़ेगा असर
ऐसे में अगर हथिया नक्षत्र के दौरान बारिश नहीं हुई तो न केवल धान की फसल पर विपरीत असर पड़ेगा, बल्कि आगामी रबी की सीजन पर भी असर पड़ना तय है. दरअसल रबी की खेती को इस नक्षत्र की बारिश खास तौर पर प्रभावित करेगी, क्योंकि रबी की जुताई से लेकर बोवनी तक इस बारिश से अर्जित नमी में ही संभव हो पाती है.
डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी डॉ ए सत्तार ने बताया कि इस नक्षत्र का अहम महत्व है. खास तौर पर खरीफ और रबी के संधि काल में होने वाली ये बरसात बिहार में खास मानी जाती है. फिलहाल अभी मॉनसून कमजोर है. हालांकि उम्मीद की जानी चाहिए कि आगामी हफ्ते में बेहतर बारिश की संभावना बने.

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