पटना : जिम्मेदारियों से बचने के लिए जाति व धर्म का कार्ड चला रहे दल : दिवाकर

पटना : एएन सिन्हा संस्थान के पूर्व निदेशक एवं अर्थशास्त्री डीएम दिवाकर ने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन के बाद सत्ता का हस्तांतरण तो हुआ, पर देश को पूरी आजादी नहीं मिली है. सर्वोच्च न्यायालय भी मानता है कि जनता ही मालिक है. पर, मालिक सुस्त और सेवक चुस्त हो गये हैं. राजनीतिक दल अपनी जिम्मेदारियों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 1, 2018 9:20 AM
पटना : एएन सिन्हा संस्थान के पूर्व निदेशक एवं अर्थशास्त्री डीएम दिवाकर ने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन के बाद सत्ता का हस्तांतरण तो हुआ, पर देश को पूरी आजादी नहीं मिली है. सर्वोच्च न्यायालय भी मानता है कि जनता ही मालिक है. पर, मालिक सुस्त और सेवक चुस्त हो गये हैं.
राजनीतिक दल अपनी जिम्मेदारियों से बचने के लिए जाति व धर्म का कार्ड चलाते हैं. आम जनता को जागरूक करने के लिए स्वयंसेवियों को मतदाता जागरूकता व पुनरीक्षण के कामों में भाग लेना चाहिए. इसके लिए सतत जागरूकता अभियान चलाये जाने की जरूरत है. वे रविवार को एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) एवं बिहार इलेक्शन वाच के संयुक्त तत्वावधान में बिहार इलेक्शन वाच से जुड़े स्वयंसेवियों के क्षमता विकास के लिए दो दिवसीय कार्यशाला में बोल रहे थे.
आरटीआई मंच के एसएन उपाध्याय ने राजनीति के अपराधीकरण के खिलाफ अभियान चलाने पर बल दिया. पटना हाईकोर्ट की अधिवक्ता एवं सामाजिक कार्यकर्ता मधु श्रीवास्तव ने देश के 65 फीसदी युवाओं से जाति धर्म से ऊपर उठ उम्मीदवारों के चयन का आह्वान किया. कार्यक्रम में पटना, मुजफ्फरपुर, वैशाली, सुपौल, नवादा, भोजपुर, समस्तीपुर, बेगूसराय आदि जिलों से करीब 100 स्वयंसेवियों ने भाग लिया.

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