पटना : बिहार के ऊर्जा मंत्री विजेंद्र यादव के कटिहार जिले में रविवार को आयोजित तालीमी बेदारी कॉन्फ्रेंस के दौरान कथित तौर पर नमाजी टोपी न पहनने की विपक्षी दलों ने निंदा की है. राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2013 में भाजपा से अलग होने के बाद यह कहा था कि सबको साथ लेकर चलना होगा. टोपी भी पहननी पड़ेगी और टीका भी लगाना पड़ेगा. अब यदि उनकी पार्टी में लोग इसके विपरीत काम कर रहे हैं तो उनके पास चिंता करने का कारण है.
#WATCH: Bihar Minister Bijendra Prasad Yadav refuses to wear a skull cap offered to him at a conference in Katihar. (30/9/2018) pic.twitter.com/JeUtoWG0tv
— ANI (@ANI) September 30, 2018
शिवानंद तिवारी ने कहा कि उस समय नीतीश का इशारा गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर था. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीशकुमार वर्तमान में भाजपा के साथ राजग में शामिल हैं. वहीं राजग छोड़कर विपक्षी महागठबंधन में शामिल हुई हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा सेक्युलर के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने जदयू का संघीकरण (आरएसएस) हो जाने आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहते थे कि टोपी भी पहनना होगा और टीका भी लगाना होगा, लेकिन जदयू नेता किसके कहने पर टोपी से परहेज कर रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि कटिहार जिले में रविवार को आयोजित तालीमी बेदारी कॉन्फ्रेंस के दौरान मंच पर आसीन बिहार के मंत्री विजेंद्र यादव को आयोजन कर्ताओं में शामिल एक व्यक्ति ने जब नमाजी टोपी पहनाने का प्रयास किया तो उन्होंने उसे सिर पर पहनने की बजाय उसे अपने हाथ में ले लिया और पीछे बैठे एक व्यक्ति को थमा दिया.