पटना : सम्मेलन में जदयू ने दिखायी ताकत, सीएम की मौजूदगी में एसकेएम हॉल में हुआ दलित-महादलित सम्मेलन

पटना : जदयू के प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सदस्य वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में दलित-महादलित के लिए जो कार्य हुए हैं, वैसा कोई दूसरा उदाहरण नहीं है. सत्ता यदि सेवा का पर्याय बन जाये तो सरकार और लोकतंत्र को इससे स्थायी मजबूती मिलती है. नीतीश कुमार ने अपने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 4, 2018 8:23 AM
पटना : जदयू के प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सदस्य वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में दलित-महादलित के लिए जो कार्य हुए हैं, वैसा कोई दूसरा उदाहरण नहीं है. सत्ता यदि सेवा का पर्याय बन जाये तो सरकार और लोकतंत्र को इससे स्थायी मजबूती मिलती है.
नीतीश कुमार ने अपने कार्यों से यह करके दिखा दिया है. बुधवार को एसकेएम हाॅल में जदयू के दलित महादलित सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि दलित-महादलितों को सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी रखनी होगी. सलाह दी कि सभी अपने घर पर विकास योजनों के पर्चा रखें. उसे देखकर अपना अधिकार मांगें.
ऐसा करने से उनका कोई हक नहीं मार सकेगा. सम्मेलन के मुख्य आयोजनकर्ता जदयू के राष्ट्रीय महासचिव सह विधायक श्याम रजक ने कहा कि नीतीश कुमार के कारण अब दलित-महादलित याचक नहीं दाता की भूमिका में है. उनको एकता के सूत्र में बंधे रहना है. शेर बनने के लिए शेरनी का दूध पीना होगा. शिक्षा ही वह शेरनी है जिसके बल पर दलित-महादलित शेर बन सकते हैं.
पूर्व विधायक ने खोली ओडीएफ की पोल
दलित-महादलित सम्मेलन में जदयू के पूर्व विधायक अरुण मांझी ने राज्य में ओडीएफ की सच्चाई सामने ला दी. मंच से उन्होंने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष से अनुरोध किया कि वह मुख्यमंत्री तक यह बात पहुंचा दें कि अफसरों पर चाबुक चलाने की जरूरत है. मांझी ने कहा कि 90 फीसदी शौचालय अब तक नहीं बने हैं.
अधिकारी कागजों में शौचालय बनवाकर सरकार को गुमराह कर रहे हैं. बीडीओ मनमानी कर रहे हैं. यह भी आरोप लगाया कि शौचालय निर्माण में ठेकेदारी करने वाले भी गड़बड़ी कर रहे हैं. अधिकारियों ने जिन स्थानों को ओडीएफ घोषित कर दिया है, वहां आज भी लेाग लोटा लेकर जा रहे हैं. अफसर सरकार की याेजनाओं को जमीन पर नहीं उतार रहे हैं.
आज यहां होंगे सम्मेलन
जदयू का बुधवार को भागलपुर, बक्सर, पूर्णिया, दरभंगा और बेगूसराय में भी दलित-महादलित सम्मेलन हुआ. भागलपुर में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) व राज्यसभा में दल के नेता आरसीपी सिंह, बक्सर में परिवहन मंत्री संतोष निराला, पूर्णिया में अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण मंत्री रमेश ऋषिदेव, दरभंगा में भवन निर्माण मंत्री महेश्वर हजारी और बेगूसराय में पूर्व मंत्री सह विधानपार्षद अशोक चौधरी ने सम्मेलन का नेतृत्व किया.
प्रदेश महासचिव सह मुख्यालय प्रभारी अनिल कुमार ने बताया कि चार अक्तूबर को मुंगेर में, नवादा, कटिहार, भोजपुर, मधुबनी तथा मुजफ्फरपुर में सम्मेलन होगा.
श्याम रजक ने सभागार में मौजूद लोगों के हाथ उठवाकर मुख्यमंत्री को भरोसा दिलाया कि राज्य के दलित-महादलित नीतीश कुमार के साथ हैं और रहेंगे. अजय आलोक वाल्मीकी सिंह, इम्तियाज अंसारी, अरुण मांझी, अजय पासवान, रविंद्र तांती, भूपेंद्र प्रसाद, राजीव रंजन, डाॅ अमरदीप आदि पार्टी नेताओं ने भी अपने विचार व्यक्त किये.

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