पटना : महागठबंधन से कांग्रेस को नफा-नुकसान दोनों हुए : दिग्विजय सिंह
पटना : कांग्रेस को महागठबंधन से फायदा के साथ नुकसान भी हुए हैं. एनडीए में नरेंद्र मोदी ही बड़े भाई की भूमिका में हैं. मोदी का ग्राफ गिरते ही नीतीश कुमार कभी भी पाला बदल सकते हैं. ये बातें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहीं. वे बुधवार को पटना पहुंचने के बाद संवाददाताओं […]
पटना : कांग्रेस को महागठबंधन से फायदा के साथ नुकसान भी हुए हैं. एनडीए में नरेंद्र मोदी ही बड़े भाई की भूमिका में हैं. मोदी का ग्राफ गिरते ही नीतीश कुमार कभी भी पाला बदल सकते हैं. ये बातें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहीं. वे बुधवार को पटना पहुंचने के बाद संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि राफेल मामले में मोदी सरकार ने जनता को झूठा ब्योरा दिया है. इसके लिए नरेंद्र मोदी को पीएम पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. दिग्विजय सिंह ने कहा कि भाजपा सहित एनडीए के खिलाफ महागठबंधन बनने से गैर सांप्रदायिक ताकतें एक हुईं. लालू प्रसाद, मुलायम और जेडीएस को कांग्रेस ने समर्थन दिया, क्योंकि सांप्रदायिक ताकतों को रोकने के लिए यह जरूरी था.
वहीं, महागठबंधन बनने से कांग्रेस को नुकसान यह हुआ कि जिन राज्यों में यह कभी सत्ता में रहा करती थी, वहां इसकी स्थिति कमजोर हुई. अगले चुनाव में महागठबंधन का बड़ा स्वरूप मोदी-शाह के विरोध में बनेगा और कामयाब होगा. कांग्रेस नेता ने कहा कि 1977 में जनता पार्टी का महागठबंधन चुनाव के कुछ ही दिन पहले बना था.
कैडर आधारित पार्टी बननी चाहिए, संगठन में हो रही पद की राजनीति
कांग्रेस की खराब हालत पर चर्चा करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि यह जनसमूह आधारित पार्टी रही है. इसे कैडर आधारित पार्टी बननी चाहिए, क्योंकि इसका मुकाबला आरएसएस के प्रशिक्षित कैडर से है. आज के दौर में इस पार्टी के नेता पद की राजनीति करते हैं. इस समय कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्षों को भी पार्टी बदलते में देर नहीं लगती. ऐसे बहुत उदाहरण हैं. आज की लड़ाई अवसरवादी हो गयी है, जबकि विचारधारा की लड़ाई होनी चाहिए.
कांग्रेस को मजबूत करने की हो रही कोशिश
कांग्रेस को मजबूत करने के बारे में दिग्विजय सिंह ने कहा कि शक्ति एेप लांच किया गया है. इसके द्वारा एक आम कार्यकर्ता सीधा पार्टी आलाकमान तक अपनी बात पहुंचा सकते हैं. इससे संगठन को मजबूती देने में मदद मिलेगी. साथ ही कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी कार्यकर्ताओं और नेताओं के लिए प्रशिक्षण अभियान की शुरुआत की है.
केंद्र सरकार पर साधा निशाना
राफेल मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरते हुए दिग्विजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस्तीफा मांगा. उन्होंने कहा कि सरकार ने जनता को राफेल मामले में झूठा ब्योरा दिया है. पहले के समझौते को रद्द करते हुए अनिल अंबानी की कंपनी को डील करवाया गया.