पटना : पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने शुक्रवार को बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अगर उनके प्रस्ताव को स्वीकार कर लेंगे, तो वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से गठबंधन कर लेंगे. साथ ही कहा कि मुख्यमंत्री ‘असली दलित हितैषी’ कहलायेंगे. जीतनराम मांझी के बयान दिये जाने के बाद सत्ताधारी दलों के नेताओं ने उन्हें वोट बैंक के लिए राजनीति करनेवाला करार देते हुए कहा है कि ब्लैकमेल करना उनकी आदत हो गयी है. वे परिवारवाद की राजनीति करते हैं.
जानकारी के मुताबिक, पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने शुक्रवार को बड़ा बयान देते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को प्रस्ताव दिया है कि अगर मुख्यमंत्री न्यायपालिका में आरक्षण दें, तो वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से गठबंधन कर लेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि न्यायपालिका में आरक्षण देने पर वह दलितों के असली हितैषी कहलायेंगे.
जीतनराम मांझी द्वारा बयान दिये जाने के बाद सत्ताधारी दलों के नेताओं ने उन्हें आड़े हाथ लिया. भाजपा नेता निखिल आनंद ने कहा कि वह वोट बैंक की राजनीति करते हैं. परिवारवाद की राजनीति करते हैं. ब्लैकमेल करना उनकी आदत-सी हो गयी है. वह अपने पुत्र संतोष मांझी को विधानपार्षद बनवाने के लिए राजद के साथ गठबंधन कर लिया था. अब फिर ब्लैकमेल करने लगे हैं.