बिहार: कहीं अपने तो कहीं गैरों के हमले से जूझ रही भाजपा
पटना : जापलो के संरक्षक सह सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने केंद्रीय विधि न्याय एवं इलेक्ट्राॅनिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद पर ‘ट्वीट अटैक’ कर दिया है. किसानों के मुद्दों को लेकर किये गये ट्वीट में पप्पू यादव ने उनकी समझ और हैसियत पर न केवल कटाक्ष किया है, बल्कि उनको चापलूस और परजीवी तक […]
पटना : जापलो के संरक्षक सह सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने केंद्रीय विधि न्याय एवं इलेक्ट्राॅनिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद पर ‘ट्वीट अटैक’ कर दिया है. किसानों के मुद्दों को लेकर किये गये ट्वीट में पप्पू यादव ने उनकी समझ और हैसियत पर न केवल कटाक्ष किया है, बल्कि उनको चापलूस और परजीवी तक करार दे दिया है.
आम आदमी के अधिकार में बाधा डालने वाला वकील बताते हुए खेती करने की चुनौती भी दे डाली है. वहीं, व्यक्तिगत आरोपों से आहत मंत्रीजी ने पलटवार में प्रधानमंत्री की ही योजनाओं का सहारा लिया है. शुक्रवार की दोपहर करीब तीन बजे सांसद पप्पू यादव ने केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को सेकेंड के अंतराल पर चार ट्वीट किये.
पप्पू ने ट्वीट में लिखा
रविशंकर जी अपने झूठ के लिए देश के किसानों से माफी मांग राजनीति से संन्यास ले लीजिये. आप जैसे परजीवी राजनीतिज्ञ किसानों, मजदूरों, मेहनतकश को न्याय और अधिकार मिलने में सबसे बड़े बाधक हैं. सुप्रीम कोर्ट-हाईकोर्ट में आपकी जो खेती है वैसा किसान नहीं करते हैं.
मंत्रीजी आपकी अपनी कोई राजनीतिक जमीन नहीं है तो चापलूसी के सहारे अपनी सियासी हैसियत बरकरार रखने के लिए किसानों की पीठ में झूठ का छुरा क्यों भोंक रहे हैं. 866 रुपये में आप एक क्विंटल गेहूं उपजा सकते हैं तो मैं आपको 866000 रुपये देता हूं, एक हजार क्विंटल गेहूं उपजाकर दीजिए. जापलो नेता का तीसरा और चौथा ट्वीट केंद्रीय मंत्री को खेती की कितनी जानकारी है इस पर सवाल खड़ा करने वाला है.
मंत्री ने दिया जवाब
रविशंकर प्रसाद ने पप्पू यादव को जवाब दिया है. वह जवाब में लिखते हैं- लोकतंत्र में आपको आलोचना करने का अधिकार है जिस भाषा में मेरे ऊपर आपने व्यक्तिगत आरोप लगाये हैं वो कितना उचित हैं ये मैं आपके विवेक पर छोड़ता हूं. पप्पू यादव जी नरेंद्र मोदी की सरकार किसानों के सर्वांगीण विकास के लिए काम कर रही है. इसके लिए पर्याप्त बजट, न्यूनतम समर्थन मूल्य, टेक्नोलॉजी, फसल बीमा, सिंचाई और अन्य सुविधाओं पर ध्यान दिया जा रहा है.
मैंने ट्वीट कर दिया है
मुझे जो कहना था उसके लिए ट्वीट कर दिया है. इससे आगे और कुछ नहीं कहना है.
रविशंकर प्रसाद, केंद्रीय विधि न्याय एवं इलेक्ट्रानिकी मंत्री
सात को गया में धरना देंगे डॉ सीपी ठाकुर, सवर्णों की करेंगे अगुआई
गया के बेलागंज में सामान्य वर्ग की महिलाओं पर हुए पुलिसिया बर्बरता के खिलाफ और सवर्ण समाज को आरक्षण दिलाने के लिए भाजपा सांसद डाॅ सीपी ठाकुर सात अक्तूबर को गया में धरना पर बैठेंगे. उनके साथ पूर्व सांसद सूरजभान सिंह भी धरना में शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि सवर्ण (सामान्य वर्ग) के युवाओं की मांग होगी तो वह इस मुद्दे को लेकर अगुआई भी करेंगे. उनके इस आंदोलन में शामिल होने के लिए मुस्लिम समुदाय की चार सवर्ण जातियां मलिक, शेख, सैयद और पठान को भी आमंत्रित किया गया है. डाॅ ठाकुर ने बताया कि आर्थिक आधार पर सवर्णों में भी गरीब हैं. महाधरना में शामिल होने से पहले डॉ ठाकुर ने साफ कहा कि बिहार में सवर्ण युवाओं और महिलाओं को निशाना बनाया जा रहा है. गया के बेलागंज में पुलिस द्वारा घर में घुसकर और जाति पूछकर महिलाओं के साथ मारपीट की गयी. इसमें पुलिस ने कारगिल में शहीद की पत्नी और बेटी को भी बेरहमी से पीटा. ऐसा कभी नहीं हुआ था.