पत्नी ऐश्वर्या को लड़ाने की चाहत छोड़ी, सारण के चुनावी दंगल में उतरेंगे तेज प्रताप, राजीव प्रताप रूड़ी को देंगे चुनौती!

सुमित कुमार पटना : राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के बड़े बेटे और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव आगामी लोकसभा चुनाव के दंगल में उतरने को तैयार हैं. इसके लिए उन्होंने राजनीतिक जमीन भी खोज ली है. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों की मानें, तो उन्होंने लालू परिवार की परंपरागत सीट रही सारण संसदीय क्षेत्र से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 7, 2018 6:31 AM
सुमित कुमार
पटना : राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के बड़े बेटे और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव आगामी लोकसभा चुनाव के दंगल में उतरने को तैयार हैं. इसके लिए उन्होंने राजनीतिक जमीन भी खोज ली है. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों की मानें, तो उन्होंने लालू परिवार की परंपरागत सीट रही सारण संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ने का मन बनाया है. पिछले तीन लोकसभा चुनावों में खुद लालू प्रसाद और राबड़ी देवी इस सीट पर राजद के टिकट से लड़ते आये हैं. इस बार उनके लाल तेज प्रताप भाजपा के राजीव प्रताप रूड़ी को टक्कर देने को तैयार हैं.
अंदर-अंदर शुरू हुईं चुनावी तैयारियां
पार्टी के नेताओं की मानें तो तेज प्रताप लोकसभा में पार्टी का प्रतिनिधित्व करने की चाहत रखते हैं. सारण क्षेत्र में उनकी ताजा सक्रियता से इस बात को बल मिला है. पिछले दिनों ही उनके संरक्षण में चलने वाले संगठन छात्र राजद के सदस्यों ने पटना से सिताब दियारा तक पदयात्रा की थी.
इस पदयात्रा के दौरान ही तेज प्रताप ने पूरे देश से भाजपा को हटाने के लिए जेपी मूवमेंट की तर्ज पर लालू मूवमेंट शुरू करने की घोषणा की थी. सारण लोकसभा क्षेत्र के चौक-चौराहों पर भी उनके चुनाव लड़ने की चर्चा आम है. उनसे जुड़े राजद नेताओं की मानें तो आने वाले दिनों में तेज प्रताप यादव सारण लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली सभी छह विधानसभा क्षेत्रों का दौरा करेंगे और पब्लिक मीटिंग में भी भाग लेंगे.
लालू परिवार की परंपरागत सीट, ससुराल का भी सहयोग
सारण लोकसभा क्षेत्र लालू परिवार की परंपरागत सीट बताया जाता है. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने वर्ष 1977 में यहीं से पहली बार लोकसभा का चुनाव जीता था. वर्ष 2004 और वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में लालू प्रसाद ने इस सीट से चुनाव लड़ते हुए करीब 60 हजार और 52 हजार वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी. वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में राबड़ी देवी इस सीट पर लड़ीं, लेकिन उनको मौजूदा भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूड़ी से करीब 41 हजार वोटों से हार मिली. पूर्व मंत्री चंद्रिका राय भी लंबे अरसे से इसी संसदीय क्षेत्र के परसा विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री दारोगा प्रसाद राय के परिवार का होने की वजह से उनका इस क्षेत्र में अपना अलग प्रभाव रहा है.
पत्नी को लड़ाने की चाहत छोड़ी
रणनीति के तहत तेज प्रताप यादव की इच्छा पत्नी ऐश्वर्या राय को सारण लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाने की थी. लेकिन, इसमें ऐश्वर्या की उम्र आड़े आ गयी. ऐश्वर्या की जन्म तिथि 10 फरवरी 1995 बतायी गयी है. इस हिसाब से लोकसभा चुनाव तक उनकी उम्र 23 वर्ष से थोड़ी अधिक ही होगी. 25 वर्ष पूरा करने के लिए उनको 10 फरवरी 2020 तक का इंतजार करना पड़ेगा. उस वक्त होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए ऐश्वर्या को तेज प्रताप की खाली की गयी सीट महुआ से उम्मीदवार बनाया जा सकता है.
सारण लोस क्षेत्र लालू प्रसाद की पुरानी सीट रही है. वर्ष 1977 में पहली बार सारण से ही वे जीत कर लोस पहुंचे. तेजस्वी की सक्रियता को देख लालू प्रसाद तेज प्रताप को केंद्रीय राजनीति में भेजने का दांव लगा सकते हैं. हालांकि तेज प्रताप की क्षमता को लेकर भी सवाल उठते रहे हैं, लेकिन लालू हमेशा अविश्वनीय फैसलों के लिए ही जाने जाते हैं.
देवेंंद्र मिश्र, वरिष्ठ पत्रकार

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