ड्रग्स, स्मोकिंग और तनाव कम उम्र में ही बना रहे हैं दिल का मरीज
पटना : शुक्रवार की रात हवाई जहाज में 22 साल के एक युवक का हार्ट अटैक हो गया, उसे अभी भी गहन चिकित्सा इकाई में रखा गया है. यह घटनाक्रम इसलिए चिंताजनक है कि युवक की उम्र कम थी. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर युवा किस वजह से ह्दयघात के शिकार हो रहे […]
पटना : शुक्रवार की रात हवाई जहाज में 22 साल के एक युवक का हार्ट अटैक हो गया, उसे अभी भी गहन चिकित्सा इकाई में रखा गया है. यह घटनाक्रम इसलिए चिंताजनक है कि युवक की उम्र कम थी. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर युवा किस वजह से ह्दयघात के शिकार हो रहे हैं.
अलबत्ता अभी तक सामान्य धारणा यह रही है कि हृदयाघात 40 साल की उम्र के बाद शुरू होती है. एक्सपर्ट का कहना है कि भारत में भी लोगों की लाइफ स्टाइल काफी बदल गयी है. खासकर युवाओं की दिनचर्या में अप्रत्याशित बदलाव आया है. कम उम्र में युवा ड्रग्स जैसे स्मोकिंग व अल्कोहल आदि का सेवन करने लगे हैं. साथ ही बड़ी संख्या में युवा जंक फूड का भी सेवन कर रहे हैं. इस बीच उनकी शारीरिक गतिविधियां खासतौर पर व्यायाम व मैदानी खेल खत्म हो गये हैं. इन सब की वजह से युवाओं में मानसिक तनाव बढ़ता जा रहा है. लाइफ स्टाइल में युवा इतने व्यस्त हैं कि सेहत का ख्याल नहीं करते हैं और धीरे-धीरे हार्ट के मरीज बनते चले जाते हैं.
कम उम्र में हार्ट अटैक का सबसे बड़ा कारण वर्क लोड, स्मोकिंग, अल्कोहल व जंक फूड का सेवन है. आमतौर पर लोग अपने लाइफ स्टाइल में व्यस्त गये हैं. इसमें अपनी सेहत का ध्यान नहीं रखते हैं. साथ ही युवाओं में बॉडी बनाने की होड़ है, जो खतरे की ओर इशारा करता है.
—डॉ अरुण कुमार सिन्हा, आईजीआईसी, पटना
18 से 25 साल के बीच के युवा इन दिनों हार्ट अटैक की चपेट में है. अक्सर इस उम्र के युवा दूसरों की देखा-देखी में स्मोकिंग व अल्कोहल की आदत लगा लेते हैं, जिसके वो आदी हो जाते हैं और कार्डियोवस्कुलर डिजिज के शिकार हो जाते है. इससे हार्ट अटैक होने का खतरा बढ़ जाता है.
— डॉ एके झा, आईसीआईसी, पटना