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पटना : पीएमसीएच में लगातार हो रहीं चोरी की घटनाएं

पटना : पीएमसीएच में तमाम सुरक्षा प्रबंधों को धता बताते हुए आये दिन चोरी की घटनाएं हो रही हैं. ऐसा तब हो रहा है जब पीएमसीएच की सुरक्षा पर सालाना करोड़ों रुपये खर्च किये जा रहे हैं. पिछले कुछ महीनों से पीएमसीएच में मरीजों और उनके परिजनों से नकदी और मोबाइल चोरी की करीब आधा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 8, 2018 8:42 AM
पटना : पीएमसीएच में तमाम सुरक्षा प्रबंधों को धता बताते हुए आये दिन चोरी की घटनाएं हो रही हैं. ऐसा तब हो रहा है जब पीएमसीएच की सुरक्षा पर सालाना करोड़ों रुपये खर्च किये जा रहे हैं. पिछले कुछ महीनों से पीएमसीएच में मरीजों और उनके परिजनों से नकदी और मोबाइल चोरी की करीब आधा दर्जन घटनाएं हो चुकी हैं.
दर्ज होते हैं मामले, नहीं पकड़े जाते हैं चोर : सुरक्षा के लिए पीएमसीएच कैंपस में टीओपी पुलिस व सुरक्षा गार्डों की व्यवस्था की गयी है. बड़ी बात तो यह है कि चोरी के बाद मरीज के परिजन या फिर अस्पताल के डॉक्टर व कर्मचारी पुलिस थाने में मामला दर्ज कराते हैं. बावजूद दर्ज मामलों पर कार्रवाई नहीं की जाती है. लोगों की मानें, तो चोरी के बाद चोर बेखौफ घूम रहे हैं और कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जाती है.
घटना एक नजर में
जुलाई, 2018 : पीएमसीएच की इमरजेंसी के सामने से रात में एक वृद्ध महिला के तीन हजार रुपये व मोबाइल फोन चोरों ने उड़ा लिया. महिला इमरजेंसी के बाहर अन्य मरीजों के परिजनों के साथ सो रही थी.
21 अक्तूबर, 2017 : पीएमसीएच के क्वार्टर में रह रहे डॉ संजय कुमार वर्मा के घर से चोर लाखों रुपये का सामान ले उड़े. अभी तक चोर की तलाश नहीं हो पायी.
23 मई, 2017 : पीएमसीएच के एनेस्थीसिया विभाग के सीनियर रेजिडेंट डॉ गीतेश कुमार की बाइक बीआर- 7 के 3327 चोरी हो गयी. चोर पकड़ में नहीं आया.
अस्पताल में सुरक्षा को देखते हुए सिक्योरिटी गार्डों की संख्या बढ़ा दी गयी है. मेन गेट से लेकर वार्ड और कैंपस में गार्ड को लगाया गया है. इतना ही नहीं सभी वार्डों में अलार्म सिस्टम भी लगाये जा रहे हैं, ताकि कोई भी घटना हो तो तुरंत मौके पर सुरक्षा कर्मचारी पहुंच जाएं. चोरी की घटना होती है तो तुरंत पुलिस में मामला दर्ज करा दिया जाता है.
डॉ अजीत कुमार वर्मा, प्रिंसिपल, पीएमसीएच

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