पटना : डूबते समय छात्रों ने हाथ निकाल कर लगाई थी मदद की गुहार
तीन किशोरों के डूबने के बाद बुंदेल टोली में पसरा सन्नाटा, पूजा की तैयारी फीकी हुई पटना सिटी : मालसलामी थाना क्षेत्र के दमराही व बुंदेल टोली घाट के पास सोमवार की शाम गंगा तट पर तीन किशोर के डूबने की घटना के बाद दुर्गापूजा की तैयारियों में जुटे मुहल्ले में मातमी सन्नाटा पसर गया […]
तीन किशोरों के डूबने के बाद बुंदेल टोली में पसरा सन्नाटा, पूजा की तैयारी फीकी हुई
पटना सिटी : मालसलामी थाना क्षेत्र के दमराही व बुंदेल टोली घाट के पास सोमवार की शाम गंगा तट पर तीन किशोर के डूबने की घटना के बाद दुर्गापूजा की तैयारियों में जुटे मुहल्ले में मातमी सन्नाटा पसर गया है.
गंगा तट पर पहुंचे मुहल्ले के लोग व परिजनों ने बताया कि घर से खेलने की बात कह कर लगभग साढ़े तीन बजे तीनों किशोर निकले थे. इसी दरम्यान यह हादसा हो गया. तट पर मौजूद लोगों की मानें तो पहले तीनों पानी में उतर कर एक- दूसरे पर पानी फेंकते हुए खेल रहे थे. इसी बीच नाव पर उतर छलांग लगाने की चेष्टा की.पानी के अंदर गड्ढा होने की स्थिति में डूब गये. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जिस समय तीनों डूब रहे थे, उस समय पानी से हाथ निकाल कर मदद की गुहार लगा रहे थे.
…काहे अइल तट र खेले ला बऊआ
…काहे अइल गंगा तट र खेले ला हे बऊआ यह कहते हुए फूट-फूट कर रो रहे डूबे सुमित के चाचा रवि . पिता संजय कुमार की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहा था. चाचा रवि बताते हैं कि भैया संजय प्राइवेट काम कर परिवार का जीवनयापन करते हैं. सुमित दो भाई था.
बड़ा सुमित था, जबकि छोटा छोटू है. पिता को अरमान था कि बेटा पढ़ -लिख कर डॉक्टर बने या फिर सरकारी सेवा में अफसर, लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था. कुछ इसी तरह की स्थिति लेथ मशीन के मैकेनिक प्रिंस के पिता अमन की थी. प्रिंस की मां रेखा देवी, बहन डिंपल, नेहा व भाई अंशु के आंसू नहीं थम रहे थे.
परिजनों ने बताया कि प्रिंस ने मां से नीचे कमरे की चाबी दोपहर तीन बजे मांगी थी कि चाबी दो सोने जा रहे हैं. उसी समय एक लड़का आया, जिसके साथ प्रिंस घर से निकल गया. परिजनों ने बताया कि प्रिंस व आकाश दोनों चौक पर स्थित एक सरकारी विद्यालय में अष्टम वर्ग के छात्र थे. परिजनों ने बताया कि शाम लगभग छह बजे पड़ोसियों से तीनों के डूबने की सूचना मिली.
बचाने की कोशिश हुई विफल
जब तक कुछ लोग समझ पाते, तब तक तीनों डूब गये. हालांकि, इस दरम्यान कुछ लोगों ने बचाने की चेष्टा करते हुए बांस व कपड़ा भी फेंका, तब तक देर हो चुकी थी. इन तीनों किशोरों के डूबने के बाद बुंदेल टोली में सन्नाटा पसरा हुआ है. दुर्गापूजा की तैयारी फीकी पड़ गयी है.