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पटना : एके-47 का तस्कर मंजर गिरफ्तार

जबलपुर की एके-47 हथियार तस्करी से भी संबंध होने के पुख्ता संकेत पटना : मुंगेर के हथियार तस्कर मंजर आलम (वर्धा, मुंगेर) को पटना में बुद्धा कॉलोनी थाने की नागेश्वर कॉलोनी स्थित एक गेस्ट हाउस से मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया. उसके पास से मुंगेर निर्मित नाइन एमएम की पिस्टल व कारतूस भी बरामद […]

जबलपुर की एके-47 हथियार तस्करी से भी संबंध होने के पुख्ता संकेत
पटना : मुंगेर के हथियार तस्कर मंजर आलम (वर्धा, मुंगेर) को पटना में बुद्धा कॉलोनी थाने की नागेश्वर कॉलोनी स्थित एक गेस्ट हाउस से मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया.
उसके पास से मुंगेर निर्मित नाइन एमएम की पिस्टल व कारतूस भी बरामद किये गये हैं. पटना से गिरफ्तारी होने की जानकारी मिलने के बाद उससे पूछताछ करने के लिए एनआईए की टीम पटना आयेगी. मंजर आलम की तलाश पटना, मुंगेर, झारखंड, मध्यप्रदेश की पुलिस के साथ ही एनआईए को थी. मुंगेर में बरामद हुए एके-47 राइफल के मामले में उसकी खोज पुलिस कर रही थी.
जानकारों के मुताबिक जबलपुर से एके-47 तस्करी मामले में मंजर आलम के कई रिश्तेदार जुड़े हैं. मंजर आलम के नेटवर्क का संंबंध भी जबलपुर के सेंट्रल ऑर्डिनेंस डिपो से हुई एके-47 की तस्करी से जुड़ा है. अलबत्ता इस मामले में अभी खुलासा होना बाकी है. पटना के जक्कनपुर थाने में मंजर आलम के खिलाफ खिलाफ आर्म्स एक्ट का एक मामला पहले से दर्ज था. उसी मामले में वह फरार चल रहा था.
मोनाजिर का है रिश्तेदार
जानकारी के मुताबिक एके-47 राइफल बरामदगी मामले में हजारीबाग से पकड़े गये मोनाजिर का वह रिश्तेदार है. इसके साथ ही तीन एके-47 के साथ मुंगेर पुलिस ने जिस इमरान को गिरफ्तार किया था.
आलम उसका भी रिश्तेदार लगता है. वह एके-47 राइफल की तस्करी में सहयोगी था. मोनाजिर की गिरफ्तारी के बाद इसका नाम सामने आ चुका था. एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि पूछताछ में मंजर आलम ने कई जानकारियां दी हैं और उसके बयान के आधार पर अन्य लोगाें को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है.
पटना में रह रहा था नाम बदलकर : मंजर आलम पटना में नाम बदल कर रह रहा था. लेकिन एसएसपी मनु महाराज को उसके संबंध में जानकारी मिल गयी और फिर घेराबंदी कर मंजर आलम को नागेश्वर कॉलोनी इलाके में गिरफ्तार कर लिया गया. मुंगेर में मिले एके-47 राइफल के मामले में पुलिस इन दिनों ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है. इसके कारण वह पुलिस से बचने के लिए पटना चला आया था.
बरामद कारतूस मामले में थी तलाश
मंजर आलम हथियार तस्कर है. इसके गिरोह का नेटवर्क पूरे भारत में फैला हुआ है. नाइन एमएएम पिस्टल, एके-47 राइफल से लेकर कारतूस की तस्करी में इसका नाम कई बार आ चुका है. इसके खिलाफ मुंगेर में कई मामले दर्ज है. हथियार की तस्करी में यह वर्ष 2000 से सक्रिय है.
अप्रैल, 2014 में इसकी एक बड़ी खेप को जक्कनपुर थाने के पूर्व थानाध्यक्ष अर्जुन लाल ने मीठापुर बस स्टैंड में पकड़ा था. यह अपने सहयोगी निरंजन शर्मा के साथ एंबेसडर कार से काफी संख्या में कारतूस की तस्करी करके लाया था. इसी बीच पुलिस ने पकड़ लिया. एंबेसडर की तेल टंकी केमें सारे कारतूस को छिपा कर रखा था. निरंजन शर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. लेकिन यह फरार होने में सफल रहा था.
उपलब्ध कराता था एके-47
सूत्रों के अनुसार मंजर आलम को सात एके-47 की खेप को पहुंचाने की जिम्मेदारी गिरोह की ओर से मिली थी. इसने पूछताछ में यह जानकारी दी है कि वह एक एके-47 राइफल तीन से पांच लाख रुपये में बेच देता था.
इसके अलावा नाइन एमएम पिस्टल 35 हजार रुपये में बिक्री करता था. कारतूस की कीमत भी हथियार के अनुसार थी. पुलिस को यह भी जानकारी मिली है कि एके-47 राइफल मुंगेर में ही बनायी जाती थी. हथियारों की तस्करी नेपाल, बांग्लादेश से भी देश में की जाती है. मुंगेर में कुछ दिनों पहले एके-47 हथियार के जखीरे को पुलिस ने पकड़ा था.

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