पटना : सात करोड़ से दुरुस्त होगा बाकरगंज नाला

पटना : पीरमुहानी से अंटा घाट तक तीन किलोमीटर लंबे बाकरगंज नाले की उड़ाही में निगम प्रशासन को काफी मशक्कत करना पड़ती है. मशक्कत के बाद बावजूद नाले की शत प्रतिशत उड़ाही नहीं हो पाती है. इसकी वजह करीब दो किलोमीटर तक नाले की दोनों ओर बने मकान हैं. शत-प्रतिशत नाला उड़ाही नहीं होने से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 10, 2018 9:32 AM
पटना : पीरमुहानी से अंटा घाट तक तीन किलोमीटर लंबे बाकरगंज नाले की उड़ाही में निगम प्रशासन को काफी मशक्कत करना पड़ती है. मशक्कत के बाद बावजूद नाले की शत प्रतिशत उड़ाही नहीं हो पाती है. इसकी वजह करीब दो किलोमीटर तक नाले की दोनों ओर बने मकान हैं.
शत-प्रतिशत नाला उड़ाही नहीं होने से बारिश के दिनों में पूर्वी-पश्चिमी लोहानीपुर और कदमकुआं के अधिकतर इलाकों में जलजमाव की समस्या बन जाती है. इस नाले को दुरुस्त करने को लिए स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में शामिल किया गया. नाले की डीपीआर तैयार कर ली गयी है और डीपीआर के अनुसार नाले को बनाने में सात करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे.
बनाये जायेंगे बॉक्स नाले व सड़क : जानकारी के मुताबिक बाकरगंज नाला खुला नाला है. इस नाले से साल भर गंदे पानी का बहाव होता रहता है. स्थिति यह है कि नाले के दोनों किनारे बने घरों में रहने वाले लोग गंदे पानी के बदबू से परेशान रहते हैं. आम लोगों की परेशानी को देखते हुए नगर निगम प्रशासन ने बड़ा बॉक्स नाला बनाने का निर्णय लिया है. नाले के ऊपर सड़क भी बनायी जायेगी. डीपीआर तैयार कर ली गयी है और सात करोड़ रुपये खर्च होंगे.
करोड़ों खर्च कर बनाये गये नाले, नहीं हो रही निकासी
नगर निगम क्षेत्र में डूडा के सहयोग से दर्जनों नाले बनाये गये, लेकिन अधिकतर नालों से समुचित पानी की निकासी नहीं हो रही है. स्थिति यह है कि करोड़ रुपये खर्च कर कदमकुआं के कांग्रेस मैदान रोड के किनारे, साहित्य सम्मेलन के पीछे, हनुमान नगर हाउसिंग कॉलोनी के समीप और शविपुरी में रेलवे लाइन किनारे करोड़ों खर्च करके नाले बनाये गये, लेकिन इन नालों से बारिश के पानी की निकासी नहीं हो रही है.

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