अगर कानून-व्यवस्था बरकरार नहीं रहती तो गुजरात में लगे राष्ट्रपति शासन : गोहिल
नयी दिल्ली/पटना : गुजरात में उत्तर भारतीय लोगों पर हमले की घटनाओं की निंदा करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शक्ति सिंह गोहिल ने बुधवार को कहा कि अगर राज्य सरकार कानून-व्यवस्था बरकरार रखने में सक्षम नहीं है तो वहां राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए. उन्होंने कांग्रेस नेता अल्पेश ठाकोर पर हिंसा भड़काने के आरोपों […]
नयी दिल्ली/पटना : गुजरात में उत्तर भारतीय लोगों पर हमले की घटनाओं की निंदा करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शक्ति सिंह गोहिल ने बुधवार को कहा कि अगर राज्य सरकार कानून-व्यवस्था बरकरार रखने में सक्षम नहीं है तो वहां राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए. उन्होंने कांग्रेस नेता अल्पेश ठाकोर पर हिंसा भड़काने के आरोपों को खारिज किया और विजय रुपाणी सरकार को चुनौती दी कि अगर ठाकोर हिंसा के लिए जिम्मेदार हैं तो उनको गिरफ्तार करें.
गोहिल ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मेरे लिए और हर गुजराती के लिए शर्म की बात है कि भाजपा ने सोची-समझी साजिश के तहत उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों के खिलाफ मुहिम चलायी. मेरे पास कुछ सबूत है कि फेसबुक और व्हाट्सऐप पर भाजपा के लोग ये मुहिम चला रहे हैं.” उन्होंने कहा, ‘‘सरकार के पास कोई मुद्दा नहीं है. अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए यह सोची समझी साजिश रची गयी.” उन्होंने कहा, ‘‘अगर वहां की सरकार कानून-व्यवस्था बरकरार नहीं सकती है तो उसे बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगाया जाये.”
गोहिल ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री जी उत्तर प्रदेश से चुनाव जीतते हैं और उत्तर प्रदेश के लोगों की गुजरात में सुरक्षा नहीं होती. उनको जवाब देना चाहिए.” कांग्रेस के बिहार प्रभारी ने कहा, ‘‘बिहार और गुजरात का बहुत पुराना रिश्ता है. गुजरात गांधी जी की जन्मस्थली है और बिहार उनकी कर्मभूमि रही. दोनों राज्यों का रिश्ता बहुत गहरा है.” अल्पेश ठाकोर पर लग रहे आरोपों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘ठाकोर ने खुद वीडियो पोस्ट कर लोगों से अपील की है कि शांति बनाये रखें. अगर वह जिम्मेदार हैं तो उन पर प्राथमिकी दर्ज करो और जेल में डालो. लेकिन यह सरकार ऐसा नहीं करेगी क्योंकि उसे सिर्फ राजनीति करनी है.”