पटना : मंजर कई गैंगस्टर को कर चुका है एके 47 की सप्लाई
मंजर को लिया गया एक दिन की रिमांड पर पटना : मुंगेर के हथियार तस्कर मंजर आलम (वर्धा, मुंगेर) को पटना पुलिस ने जेल भेज दिया और फिर बुधवार को एक दिन के रिमांड पर लिया है. पुलिस उससे गहनता से पूछताछ कर रही है. जिसमें उसने पुलिस को कई अहम जानकारियां दी है. सूत्रों […]
मंजर को लिया गया एक दिन की रिमांड पर
पटना : मुंगेर के हथियार तस्कर मंजर आलम (वर्धा, मुंगेर) को पटना पुलिस ने जेल भेज दिया और फिर बुधवार को एक दिन के रिमांड पर लिया है. पुलिस उससे गहनता से पूछताछ कर रही है. जिसमें उसने पुलिस को कई अहम जानकारियां दी है.
सूत्रों का कहना है कि उसके नक्सलियों से कनेक्शन की भी जानकारी पुलिस को हाथ लगी है. आतंकियों को हथियार सप्लाई के विंदु पर पुलिस पूछताछ करने में लगी है. सूत्रों के अनुसार यह 2000 से ही आर्म्स सप्लायर का काम कर रहा था और इस दौरान इसने पटना, बेगूसराय व मुजफ्फरपुर के साथ ही कई अन्य जिलों के गैंगस्टर को एके 47 की सप्लाई कर चुका है. इसके अलावा यह नक्सलियों को भी आर्म्स व कारतूस की सप्लाई कर चुका है.
जक्कनपुर में दर्ज केस के संबंध में पुलिस पूछताछ कर रही है. पुलिस को इस बात का भी शक है कि यह नक्सलियों के साथ ही आतंकियों को भी आर्म्स की सप्लाई करने में शामिल रहा है. पुलिस इसलिए शक कर रही है कि क्योंकि आतंकियों के पास से भी जो हथियार पूर्व में बरामद किये गये है वो सभी मुंगेर निर्मित थे.
दिल्ली में पुलिस ने एक सौ नाइन एमएम पिस्टल बरामद किया था और इंडियन मुजाहिद्दीन के तीन सदस्यों को पकड़ा था. ये पिस्टल मुंगेर निर्मित थे. जिसके कारण पुलिस यह मान कर चल रही है कि मंजर आलम का गिरोह आतंकियों को भी हथियारों की सप्लाई करता था.
कानपुर के आर्म्स डीलर से लिया कारतूस
सूत्रों के अनुसार वर्ष 2014 में जक्कनपुर थाना क्षेत्र में काफी संख्या में कारतूस की बरामदगी हुई थी. यह कारतूस कानपुर के एक आर्म्स डीलर से मंजर आलम व उसके सहयोगी निरंजन शर्मा ने लिया था और उसकी सप्लाइ नक्सलियों को करने जा रहे थे. यह जानकारी उसने पुलिस को दिया है. हालांकि उससे हुई पूछताछ को पुलिस गोपनीय रख रही है.
मंजर खोल सकता है कई की पोल
मंजर आलम के रूप में पुलिस को एक तरह से तुरुप का पत्ता हाथ लग चुका है. मंजर आलम ने कई राजनेताओं, बाहुबलियों व गैंगस्टर को एके-47 व अन्य हथियारों की सप्लाई की थी. अब पुलिस की पूछताछ में वह उनके नामों की जानकारी पुलिस व एनआईए को दे सकती है. यह हथियार तस्करी के धंधे में वर्ष 2000 से शामिल है.
जिसके कारण कई एके 47 को गैंगस्टर को दिये जाने की संभावना जतायी जा रही है. मंजर कई राजनेताओं, बाहुबलियों को एके-47 जैसे हथियार देने का राजदार भी है. रिमांड पर पूछताछ के दौरान उसने कई गैंगस्टर व राजनेताओं के नामों की जानकारी पुलिस को दी है और यह बताया है कि उन लोगों के पास एके 47 राइफल है. हालांकि पुलिस उन नामों की जानकारी नहीं दे रही है और बयान का सत्यापन कर रही लगी है.