पटना: आज भी यदि देश के किसी भी कोने में समाजवादियों की बात होती है, तो वह विनोदा जी की चर्चा के बिना अधूरी रहती है. हमें इस बात का गर्व है कि हमारे बीच इस तरह का अनूठा व्यक्तित्व पैदा हुआ, जिसने अपने परिवार के बदले पूरे समाज को प्राथमिकता दी.
ये बातें मंगलवार को महान समाजवादी चिंतक प्रो विनोदानंद सिंह की 74वीं जयंती पर गांधी संग्रहालय के अध्यक्ष रजी अहमद ने कहीं. श्री अहमद ने कहा कि विनोदा बाबू की यादों को संजोने और उनके विचारों को आगे ले जाने की जरूरत पूरे समाज के लिए जरूरी है, क्योंकि हम फासीवादी शक्तियों से लगातार घिरते जा रहे हैं.
समारोह की अध्यक्षता करते हुए पूर्व विधायक मो शहाबुद्दीन ने विनोदा बाबू के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए उनके विचारों को आगे बढ़ाने की कृतसंकल्पता दोहरायी. उनकी छोटी पुत्री रेखा जी ने अतिथियों का स्वागत किया. समारोह में आइएएस अधिकारी डॉ मनोज कुमार श्रीवास्तव, डॉ घनश्याम प्रसाद सिंह, मुंद्रिका प्रसाद, नंदलाल, चित्तरंजन प्रसाद सिंह, नवेंदु प्रियदर्शी, डॉ अमरनाथ सिंह, शशिकांत पांडेय आदि ने भी अपने विचार रखे.