कनाडा में एडमिशन दिलाने का झांसा देकर ठगे चार लाख रुपये, जालंधर के छात्र को पटना बुला कर बनाया बंधक
एजी कॉलोनी में बनाया बंधक, खिड़की तोड़ कर भागा छात्र पहुंचा थाना पटना : जालंधर के छात्र रणदीप (25) की हत्या की पृष्ठभूमि लुधियाना में तैयार कर ली गयी थी और इसे पटना में अंजाम देना था. लेकिन, साहस और संघर्ष के चलते वह मौत के मुंह से निकल आया है. तीन दिनों से एजी […]
एजी कॉलोनी में बनाया बंधक, खिड़की तोड़ कर भागा छात्र पहुंचा थाना
पटना : जालंधर के छात्र रणदीप (25) की हत्या की पृष्ठभूमि लुधियाना में तैयार कर ली गयी थी और इसे पटना में अंजाम देना था. लेकिन, साहस और संघर्ष के चलते वह मौत के मुंह से निकल आया है. तीन दिनों से एजी कॉलोनी में बंधक बना कर रखे गये छात्र ने जब अपने सिर पर मौत का साया मंडराते हुए देखा, तो वह अपहरणकर्ताओं से भिड़ गया. मारपीट करने लगा. एजी कॉलोनी के फ्लैट संख्या सी-64 में काफी देर तक चले संघर्ष के बाद वह खिड़की तोड़ कर भागा और किसी तरह से शास्त्री नगर थाने पहुंचा.
थाने में उसने कनाडा में एडमिशन के नाम पर ठगी की कहानी सुनायी, तो सब सन्न रह गये. उसके परिजनों से लुधियाना के हरप्रीत सिंह ने 4 लाख रुपये ले लिये और एक मोबाइल नंबर देकर फ्लाइट से पटना भेज दिया. पटना आने के बाद अब 22 लाख और मांगा जा रहा था.
यह रकम जैसे ही किडनैपरों के हाथ लगती, वैसे ही रणदीप की हत्या कर दी जाती. इस साजिश को फेल कर खुद की जान बचाने वाले छात्र रणदीप के परिजन जब पटना पहुंचे, तो उसकी हालत देख कर रो पड़े. उसने दहशत भरी कहानी सुनायी, तो घरवालों ने उसे सीने से लगा लिया. पिता सरदार सिंह का कहना है कि वाहे गुरु की कृपा है, बेटा सलामत है. परिजनों ने पटना पुलिस का भी धन्यवाद किया है.
तीन आरोपितों की हुई पहचान, छापेमारी शुरू
अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छूट कर आये रणदीप ने तीन लोगों का नाम लिया है. इसमें एक का नाम राजू है, दूसरा बड़े भैया और एक अन्य शामिल हैं.
पुलिस का दावा है कि अारोपितों की पहचान कर ली गयी है. उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. पुलिस ने एजी कॉलोनी में घटना स्थल पर छापेमारी की, वहां से एक बैंक खाता, आधार कार्ड व पिस्टल की गोली बरामद की गयी है. पुलिस लुधियाना के रहने वाले हरप्रीत सिंह को भी गिरफ्तार करेगी.
मांग रहे थे 22 लाख और, रकम लेकर हत्या करने की थी योजना
पटना एयरपोर्ट से ही कर लिया अपहरण
रणदीप के परिजन हायर एजुकेशन के लिए उसे विदेश में पढ़ाना चाहते थे. इसके लिए इंटरनेट पर किसी एजेंसी को तलाश रहे थे. इस बीच लुधियाना के एक एजेंसी से संपर्क हुआ, एजेंसी के संचालक हरप्रीत सिंह ने एडमिशन की जिम्मेदारी ली. 26 लाख में साैदा तय हुआ. 4 लाख उसने तत्काल ले लिये. इसके बाद एजेंसी वाले ने रणदीप के परिजनों को बताया कि उसे पटना से फ्लाइट पकड़नी है.
वहां कागजात लेना है. रणदीप को पटना जाना होगा. हरप्रीत ने एक मोबाइल नंबर भी दिया, यह नंबर अपहरणकर्ताओं का था. रणदीप जब पटना एयरपोर्ट पहुंचा, तो उसने उक्त नंबर पर फोन किया. बोलेरो से चार लोग आये और आॅफिस चलने की बात कह कर एजी कॉलोनी में डीडी यादव के फ्लैट में ले जाकर बंधक बना लिया..
कनाडा पहुंचा देने का दावा कर मांग रहे थे बाकी के 22 लाख : एजी कॉलाेनी में रणदीप को बंधक बना उसके साथ मारपीट की और नशे की गोली देकर दो दिनों तक रखा. शनिवार को उसके परिजनों को इंटरनेशनल कॉल करके रणदीप को बुलवाया गया कि वह कनाडा पहुंचा गया है. बाकी के 22 लाख रुपये भी मांग रहे थे. रणदीप को अब एहसास हो गया था कि पैसा मिलते ही उसकी हत्या कर दी जायेगी.
इस बीच कमरे में मौजूद दो लोग कहीं चले गये. एक युवक ही था. इस पर रणदीप उससे मारपीट करने लगा. किसी तरह से वह कमरे का खिड़की तोड़ने में सफल रहा. वह भाग कर सीधे शास्त्री नगर थाने पहुंचा और आपबीती बतायी. इधर, थानेदार ने पूरी घटना एसएसपी मनु महाराज को दी. फिर रणदीप के पिता को जानकारी दी गयी.
पटना : बड़े कॉलेजों में एडमिशन का झांसा दे एनजीओ संचालक ने करोड़ों ठगे
पटना : तेलंगाना में उड़ान एजुकेशन एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के नाम से एनजीओ चलाने वाले घनश्याम झा को गिरफ्तार किया गया है. यह गिरफ्तारी पटना के किदवईपुरी में कोतवाली पुलिस और तेलंगाना पुलिस ने मिलकर की है.
तेलंगाना कोर्ट ने घनश्याम की गिरफ्तारी के लिए वारंट दिया था. इसके बाद तेलंगाना पुलिस पटना आयी. यहां पर कोतवाली पुलिस के सहयोग से छापेमारी की और आरोपित को गिरफ्तार किया है. तेलंगाना पुलिस घनश्याम को लेकर निकल गयी है. दरअसल घनश्याम झा पहले तेलंगाना में रहते थे, वहां पर अपना एनजीओ चलाते थे.
एनजीओ के माध्यम से छात्रों से संपर्क बनाकर बड़े कॉलेजों में एडमिशन कराने का दावा करके छात्रों से मोटा पैसा एेंठते थे. इस संबंध में कई छात्रों से ठगी के बाद घनश्याम तेलंगाना छोड़कर पटना भाग आया. यहां पर किदवईपुरी में रहने लगा था. उधर ठगी का शिकार एक छात्र स्थानीय थाने में घनश्याम के खिलाफ मामला दर्ज कराया था.
छानबीन में तेलंगाना पुलिस को घनश्याम के बारे में जानकारी मिली. इसके बाद कोर्ट से वारंट लेकर तेलंगाना पुलिस पटना आयी. यहां संयुक्त छापेमारी में आरोपित को पकड़ा गया और फिर उसे लेकर निकल गयी. पुलिस का कहना है कि करोड़ों रुपये के ठगी का आरोप है.