पटना : बिहार में विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी को देखते हुए सोमवार को स्वास्थ्य विभाग एवं केंद्र सरकार के पब्लिक हेल्थ फाउन्डेशन इंडिया (पीएचएफआई) के प्रतिनिधियों के बीच राज्य के सामान्य चिकित्सकों को विशेषज्ञ बनाने के लिए सोमवार को एमओयू पर हस्ताक्षर किया गया. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि राज्य में विशेषज्ञ चिकित्सकों की काफी कमी है. इस कमी को दूर करने के लिए राज्य सरकार निरंतर प्रयासरत है.
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने कहा कि राज्य में विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी दूर करने के लिए पीएचएफआई के साथ प्रशिक्षण कार्यक्रम के एमओयू पर हस्ताक्षर किया गया है. संजय कुमार ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधा को सुदृढ़ बनाने में स्वास्थ्य विभाग का यह कदम कारगर साबित होगा. उन्होंने कहा कि इसके तहत राज्य के चयनित जिलों के जिला अस्पताल में पदास्थापित सामान्य चिकित्सकों को विशेषज्ञ चिकित्सक बनाने के लिए डीएनबी अथवा सीपीएस के अंतर्गत प्रशिक्षण दिया जायेगा, जो डिग्री एवं डिप्लोमा के समकक्ष होगा.
उन्होंने ने कहा कि नेशनल हेल्थ पॉलिसी-2017 के तहत डीएनबी अथवा सीपीएस शैक्षणिक कार्यक्रम के तहत विशेषज्ञों की कमी को दूर करने की चर्चा की गयी है. इस अवसर पर प्रधान सचिव के अलावा पीएचएफआई के उपाध्यक्ष संजय जोड़पे सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.