पटना : कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी के विरोध में एम्स के बाहर AISF-AISA कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन, गिरफ्तार
फुलवारीशरीफ / पटना : एम्स में जेएनयू के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार और सुशील कुमार सिंह के समर्थकों के साथ जूनियर डॉक्टरों के हुए विवाद के बाद फुलवारीशरीफ थाने में कन्हैया कुमार और सुशील कुमार सिंह पर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी. कन्हैया कुमार और सुशील कुमार सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होने के विरोध में […]
फुलवारीशरीफ / पटना : एम्स में जेएनयू के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार और सुशील कुमार सिंह के समर्थकों के साथ जूनियर डॉक्टरों के हुए विवाद के बाद फुलवारीशरीफ थाने में कन्हैया कुमार और सुशील कुमार सिंह पर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी. कन्हैया कुमार और सुशील कुमार सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होने के विरोध में एआईएसएफ और आइसा के कार्यकर्ताओं ने पटना एम्स के बाहर विरोध प्रदर्शन किया.
एआईएसएफ कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी चौबे और पटना एम्स के निदेशक डॉक्टर प्रभात कुमार सिंह का पुतला फूंक कर विरोध जताने के लिए एम्स पहुंचे. यहां पहुंचने पर पुतला फूंकने के पहले ही मौके पर मौजूद फुलवारीशरीफ थाने की पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने बताया कि यहां धारा 144 लगायी गयी है. इसका उल्लंघन करने के आरोप में कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया. इंस्पेक्टर कैसर आलम के नेतृत्व में पुलिस ने एआईएसएफ के दस और आइसा के एक कार्यकर्ता को गिरफ्तार कर वज्र वाहन से फुलवारीशरीफ थाना ले जाया गया.
कन्हैया कुमार एआईएसएफ के महासचिव सुशील कुमार सिंह को एम्स में हाल-चाल लेने गये थे, जहां अधिक समर्थकों के साथ वार्ड में घुसने से उत्पन्न हुए विवाद ने इतना तूल पकड़ लिया कि राजनीतिक गलियारे से प्रतिक्रियाओं का दौर शुरू हो गया. गिरफ्तारी से पहले एआईएसएफ के नेता महेश कुमार अधिवक्ता के नेतृत्व में एआईएसएफ नेताओं और कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे और पटना एम्स निदेशक डॉ प्रभात कुमार सिंह का पुतला बनाकर फूंकने के प्रयास करने लगे. कार्यकर्ताओं ने कन्हैया कुमार और सुशील कुमार सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के विरोध में जमकर नारेबाजी भी की. महेश कुमार ने बताया कि कन्हैया कुमार और सुशील कुमार के खिलाफ दर्ज एफआईआर वापस लेने और एम्स में एडमिट सुशील कुमार सिंह का समुचित इलाज कराने की मांग को लेकर कार्यकर्ता एम्स पहुंचे थे.