पटना : कांग्रेस ने शुरू की राजनीतिक गोलबंदी की तैयारी, आज मनायी जायेगी बिहार के पहले मुख्यमंत्री की जयंती

पटना : बिहार कांग्रेस ने प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री डॉ श्रीकृष्ण सिंह की जयंती के अवसर पर 21 अक्टूबर को राजनीतिक गोलबंदी की तैयारी की है. इसमें महागठबंधन के प्रमुख घटक दलों के नेताओं को आमंत्रित किया गया है. इस अवसर पर बिहार के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल, मीरा कुमार, निखिल कुमार, तेजस्वी यादव, जीतन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 21, 2018 6:18 AM
पटना : बिहार कांग्रेस ने प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री डॉ श्रीकृष्ण सिंह की जयंती के अवसर पर 21 अक्टूबर को राजनीतिक गोलबंदी की तैयारी की है. इसमें महागठबंधन के प्रमुख घटक दलों के नेताओं को आमंत्रित किया गया है.
इस अवसर पर बिहार के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल, मीरा कुमार, निखिल कुमार, तेजस्वी यादव, जीतन राम मांझी सहित कई प्रमुख नेताओं के शामिल होने की संभावना है. जयंती समारोह का आयोजन पटना स्थित श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में रविवार को होगा. सूत्रों की मानें तो आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर इस जयंती समारोह में महागठबंधन के नेताओं का जुटान अहम माना जा रहा है.
वहीं सवर्ण मतदाताओं को भी साधना एक महत्वपूर्ण मकसद है. फिलहाल भाजपा सहित एनडीए के खिलाफ एकजुट होने के मुद्दे पर अन्य पार्टियां महागठबंधन को महत्व दे रही हैं. हालांकि सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस के नेता कुछ भी बोलने से इन्कार कर रहे हैं, लेकिन सूत्रों का कहना है कि प्रमुख घटक दलों के बीच इस मुद्दे पर कई बार बातचीत हो चुकी है.
महागठबंधन के घटक दलों के नेताओं को किया गया आमंत्रित
विधानसभा चुनाव पर पड़ेगा असर
सूत्रों का कहना है कि लोकसभा चुनाव में बनने वाला समीकरण वर्ष 2020 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है.
जो पार्टियां महागठबंधन में शामिल होकर लोकसभा चुनाव लड़ेंगी उन पार्टियों के आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में भी शामिल होने की प्रबल संभावना है. ऐसे में राजनीतिक संबंधों का दूरगामी लाभ उठाने के लिए लोकसभा चुनाव में सीटों के मुद्दे पर कुछ पार्टियां कम सीटों पर भी समझौता करने का भी मन बना चुकी हैं.
वाम दलों को शामिल करना चुनौती
लोकसभा चुनाव में महागठबंधन में वाम दलों को शामिल होकर चुनाव लड़ना एक चुनौती होगी. इसका कारण यह है कि प्रमुख तीन वाम दल भाकपा, माकपा और भाकपा माले ने लोकसभा की कुल 40 में से करीब 16 सीटों पर चुनाव लड़ने का मन बनाया हुआ है. वहीं राजद, कांग्रेस, हम सहित अन्य पार्टियां भी अधिकांश सीटों पर अपनी दावेदारी पेश करेंगी. ऐसे में महागठबंधन के घटक दलों में सीटों का बंटवारा अासान नहीं होगा. हालांकि पार्टी मंथन कर रही है.

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