पटना : इस महीने के अंत तक प्रदेश के हर घर में पहुंच जायेगी बिजली
सौभाग्य योजना लागू होने के बाद बिहार में चल रहा युद्ध स्तर पर काम पटना : बिहार के हर घर में इस महीने के अंत तक बिजली पहुंच जायेगी और इसका औपचारिक एलान भी होगा. हर घर बिजली पहुंचाने की तय अंतिम तिथि 31 दिसंबर 2018 थी. केंद्र सरकार की ताजा रिपोर्ट के अनुसार सौभाग्य […]
सौभाग्य योजना लागू होने के बाद बिहार में चल रहा युद्ध स्तर पर काम
पटना : बिहार के हर घर में इस महीने के अंत तक बिजली पहुंच जायेगी और इसका औपचारिक एलान भी होगा. हर घर बिजली पहुंचाने की तय अंतिम तिथि 31 दिसंबर 2018 थी. केंद्र सरकार की ताजा रिपोर्ट के अनुसार सौभाग्य योजना के तहत घर-घर बिजली पहुंचाने के मामले में बिहार का प्रदर्शन इस समय पूरे देश में सबसे बेहतर है. पिछले साल 25 सितंबर को सौभाग्य योजना लागू होने के बाद बिहार में इसे लेकर युद्ध स्तर पर काम हुआ.
ऊर्जा विभाग के सूत्रों का कहना है कि दिसंबर 2018 तक हर घर में बिजली पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था. इसके तहत पहले
मई 2018 तक हर टोले में बिजली पहुंचायी गयी. इसके बाद बिहारस्टेट पावर होल्डिंग कंपनी पूरी तरह हर घर बिजली योजना के काम में जुट गयी. इस समय बिहार के लगभग सभी गांवों में बिजली पहुंचाने का काम पूरा हो चुका है. अब इस बात की जांच की जा रही है कि कोई घर छूटा तो नहीं है. आम लोगों से भी जानकारी मांगी जा रही है. छूटे घरों को तत्काल बिजली कनेक्शन देने का भी प्रावधान है.
बिहार का प्रदर्शन देश में सबसे बेहतर
नरेंद्र मोदी ने शुरू की थी सौभाग्य योजना
सौभाग्य योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 25 सितंबर 2017 को की थी. इसका मकसद देश में बिजली की सुविधा से वंचित करीब चार करोड़ गरीब परिवारों को 2018 तक मुफ्त बिजली कनेक्शन देना था. सौभाग्य योजना के तहत बिजली कनेक्शन के लिए 2011 की सामाजिक, आर्थिक और जातीय जनगणना को आधार माना गया है.
‘बिहार मॉडल से प्रभावित है सौभाग्य योजना’
केंद्र सरकार की सौभाग्य योजना बिहार मॉडल से प्रभावित थी. यह दावा ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र यादव ने किया था. उन्होंने कहा था कि सौभाग्य योजना की शुरुआत से पहले ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सात निश्चय योजना में बिहार के सभी घरों में मुफ्त बिजली कनेक्शन देने का एलान किया था. वहीं इस योजना में कैंप आयोजित कर हर घर तक बिजली कनेक्शन देना सुनिश्चित किया गया. इसे भी सौभाग्य योजना में अपनाया गया.