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पटना : ईंट-भट्ठा संचालकों को देना होगा शपथपत्र : सुशील मोदी

पटना : बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के अध्यक्ष के साथ अपने कार्यालय कक्ष में समीक्षा बैठक के बाद उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने निर्देश दिया कि राज्य में नये ईंट-भट्ठा स्थापित करने के लिए नयी स्वच्छता तकनीक को अपनाना अनिवार्य होगा. सरकार ने थर्मल पावर प्लांट के 300 किमी की परिधि के ईंट-भट्ठों के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 23, 2018 7:44 AM
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पटना : बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के अध्यक्ष के साथ अपने कार्यालय कक्ष में समीक्षा बैठक के बाद उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने निर्देश दिया कि राज्य में नये ईंट-भट्ठा स्थापित करने के लिए नयी स्वच्छता तकनीक को अपनाना अनिवार्य होगा.
सरकार ने थर्मल पावर प्लांट के 300 किमी की परिधि के ईंट-भट्ठों के लिए 25 प्रतिशत फ्लाई ऐश के प्रयोग की बाध्यता को भी शिथिल करने का निर्देश दिया है. विगत साल 1700 ईंट-भट्ठा संचालकों ने नयी स्वच्छता तकनीक में परिवर्तित करने के लिए शपथपत्र दाखिल किया था. उनमें से 1100 ने अपने ईंट-भट्ठों को नयी तकनीक में परिवर्तित कर लिया है.
पहले से संचालित शेष बचे ईंट-भट्ठे जो अब तक नयी स्वच्छता तकनीक को नहीं अपनाएं हैं, उनको परिचालन की अनुमति के लिए एफिडेबिट करना होगा कि अगले एक वर्ष में वे अपने भट्ठों को नयी स्वच्छता तकनीक में परिवर्तित कर लेंगे.
मोदी ने कहा कि पुरानी तकनीक वाले ईंट-भट्ठों सेे 1 लाख ईंट तैयार करने में 20 टन कोयले की खपत होती है, जबकि नयी स्वच्छता तकनीक अपनाने के बाद 12 टन कोयले की ही खपत होगी, जिससे कार्बन उत्सर्जन कम होने से वायु प्रदूषण पर नियंत्रण होगा.

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