ड्यूटी के तनाव में बीएमपी हवलदार ने गोली मार कर की खुदकुशी, परिजनों के बीच छाया मातम

फुलवारी शरीफ : पटना के बीएमपी-10 में तैनात एक हवलदार शमीम अहमद (54 वर्ष) ने खुद को गोली मार कर आत्महत्या कर ली. बताया जा रहा है कि हवलदार शमीम ड्यूटी के बोझ से कुछ दिनों से तनाव में था. बुधवार की सुबह करीब साढ़े सात बजे अपने ही बैरक में शमीम अहमद ने अपने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 24, 2018 2:37 PM

फुलवारी शरीफ : पटना के बीएमपी-10 में तैनात एक हवलदार शमीम अहमद (54 वर्ष) ने खुद को गोली मार कर आत्महत्या कर ली. बताया जा रहा है कि हवलदार शमीम ड्यूटी के बोझ से कुछ दिनों से तनाव में था. बुधवार की सुबह करीब साढ़े सात बजे अपने ही बैरक में शमीम अहमद ने अपने ही हथियार से दनादन तीन गोलियां मार ली. मृत हवलदार के सिर में तीन गोलियां लगी हैं. गोलियां लगते ही शमीम मौके पर ही ढेर हो गया.

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गोली चलने की आवाज से बीएमपी-10 में अफरातफरी मच गयी. बैरक के साथी और अन्य पुलिसकर्मी जब तक कुछ समझ पाते हवलदार शमीम अहमद की मौत हो चुकी थी. इस लोमहर्षक घटना की जानकारी मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया. रोते बिलखते परिजन बीएमपी पहुंचे. मृत शमीम अहमद आरा के दूध कटोरा मोहल्ला हाफिज कॉलोनी निवासी जन्नतनशीं सोयेब के पुत्र थे. हवलदार शमीम की अप्रत्याशित मौत की खबर सुनकर बेगम सईदा परवीन, तीनों पुत्र साजिद अहमद, इब्राहिम, तनवीर और एक बेटी रुखसार परवीन का रो-रो कर बुरा हाल है. मृतक के फुलवारीशरीफ निवासी रिश्तेदार के भांजा भी बीएमपी पहुंचे थे.

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मृत हवलदार के पुत्र साजिद ने बताया कि उसको पिता इसी बकरीद पर घर पर आरा आये थे. परिवार के साथ बकरीद मनाकर वापस ड्यूटी पर लौट गये. कुछ दिन पहले ही उसके पिता ने ठंड का कपड़ा मंगवाया था. पांच दिन पहले ठंड का सामान पुत्र साजिद ने लाकर पिता को दिया था. सामान देने के दौरान उनके पिता ने बताया था कि वे ड्यूटी के बोझ से बहुत ही ज्यादा परेशान हैं. लेकिन, उसे यह अंदाजा नहीं था कि उसके पिता आत्महत्या कर लेंगे. इतना बताकर बिलखने लगता है साजिद. बगल में बैठे उसके परिजन उसे संभालते हैं.

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वहीं, बीएमपी-14 के कोषाध्यक्ष जुबैर खान और मंत्री राजनाथ राम भी साथी की मौत की खबर सुनकर मर्माहत थे. उन दोनों ने बताया कि सुबह में साथियों के साथ चाय वगैरह भी पी थी और सेविंग भी की थी. किसी को अंदाजा ही नहीं था कि शमीम आत्मघाती कदम उठाने की तैयारी में है. पोस्टमार्टम के बाद मृत हवलदार के शव को वापस बीएमपी परिसर लाने के बाद सलामी दी जायेगी और फिर परिजनों को सौंप दिया जायेगा. बीएमपी-10 के कमांडेंट दीपक रंजन ने बताया कि उन्हें पहले से उनके बारे में कोई खास जानकारी नहीं है. उन्होंने बताया कि अभी ही नयी ड्यूटी ज्वाइन की है. यहां के पुलिसकर्मियों से पूछताछ में पता चला कि हवलदार शमीम बिल्कुल ठीक-ठाक और स्वस्थ्य थे. घटना के बाद एफएसएल की टीम को बुलाया गया है और शव को पोस्टमार्टम के लिए आईजीआईएमएस भेज दिया गया है.

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