पटना : बिहार की राजधानी पटना में 25 अक्टूबर को होने वाली सीपीआई की ‘भाजपा हराओ-देश बचाओ’ रैली को लेकर सूबे में सियासी पारा चढ़ने लगा है. इस रैली को लेकर सीपीआई की तैयारी अंतिम चरण में है. रैली की सफलता को लेकर आश्वस्त सीपीआई इस मंच से विपक्षी एकजुटता दिखाने की कोशिश में जुटी है. वहीं,प्रदेशमेंसत्तारूढ़ जदयू और भाजपा नेइसरैली कोलेकर तंज कसा है.
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव सत्यनारायण सिंह ने कहा कि 25 अक्टूबर को गांधी मैदान, पटना में आयोजित होने वाली ‘भाजपा हराओ देश बचाओ’ विराट रैली की सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी है. रैली में भाग लेने के लिए लोगों का आना शुरू हो गया है. हजारों लोग गांधी मैदान पहुंच चुके हैं. रैली में दो लाख से अधिक लोग भाग लेंगे. पटना में उनके ठहरने, पेयजल, शौचालय, चिकित्सा आदि की व्यवस्था कर ली गयी है.
राज्य सचिव सत्य नारायण सिंह ने कहा कि हर दृष्टि से 25 अक्टूबर की रैली ऐतिहासिक होगी. रैली को लेकर राज्यभर में पार्टी कार्यकर्ता में जोश-खरोश है. जिलों में रैली की तैयारी को लेकर जीप जत्था निकाला गया है. पार्टी के सभी कार्यकर्ता रैली की तैयारी को अंतिम रूप देने में लगे हुए है. जिलों से लोगों का जत्था 23 अक्टूबर से ही पटना पहुंचने लगेगा. रैली केंद्र और राज्य सरकार की जनविरोधी नीतियों और सांप्रदायिकता के खिलाफ आयोजित है. पेट्रोल-डीजल, घरेलू कीमतों में वेतहाशा बढ़ोतरी, दलितों, अल्पसंख्यकों, महिलाओं पर हो रहे जुल्म और राफेल खरीद में घोटाले के खिलाफ तथा सभी को रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य की गारंटी की मांग को लेकर रैली आयोजित की गयी है.
रैली को भाकपा के राष्ट्रीय महासचिव एस सुधाकर रेड्डी, राष्ट्रीय सचिव व सांसद डी राजा, राष्ट्रीय सचिव अतुल कुमार अंजान, राष्ट्रीय सचिव रमेंद्र कुमार, राष्ट्रीय सचिव के नारायणा, नेशनल फेडरेशन आॅफ इंडियन वोमेंन के महासचिव का ऐनी राजा, जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष डाॅ. कन्हैया कुमार, माकपा के राष्ट्रीय महासचिव सीताराम येचुरी, भाकपा (माले) के दीपांकर भट्टाचार्य, समाजवादी नेता शरद यादव, बिहार विधान सभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव, हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी, दलित युवा नेता व गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवानी, राज्य सभा में विरोधी दल के नेता गुलाम नबी आजाद, कांग्रेस नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह एवं सांसद तारिक अनवर आदि नेता रैली को संबोधित करेंगे.
सत्य नारायण सिंह ने कहा, सम्मेलन में भाग लेने के लिए एनसीपी के सांसद डीके त्रिपाठी भी आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि गांधी मैदान में बड़े नेताओं के नाम पर गेट बनाये गये हैं. बिहार पार्टी के संस्थापक व बिहार विधानसभा में विरोधी दल के पूर्व नेता स्वर्गीय सुनील मुखर्जी, पीर अली, शहीदे आजम भगत सिंह, पूर्व मंत्री स्वर्गीय चंद्रशेखर सिंह, राहुल सांकृत्यायन आदि के नाम पर द्वार बनाये गये हैं. उन्होंने कहा कि भाकपा की रैली ऐतिहासिक होगी और बिहार की राजनीतिक दशा और दिशा तय करेगी.
भाकपा राज्य सचिव ने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय नेताओं का आना शुरू हो गया है. पार्टी के राष्ट्रीय सचिव व एटक के अध्यक्ष रमेंद्र कुमार पटना पहुंच चुके हैं. पार्टी महासचिव एस सुधाकर रेड्डी और राष्ट्रीय सचिव के नारायणा भी देर शाम तक पटना पहुंच जायेंगे. राष्ट्रीय सचिव डी राजा और राष्ट्रीय सचिव अतुल कुमार अनजान गुरुवार को सुबह तक पटना पहुंच जायेंगे.
बयान देने और कहने से भागने वाली नहीं है भाजपा : नंदकिशोर यादव
वहीं, लेफ्ट की इस रैली को लेकरनीतीश सरकार में पथ निर्माण मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता नंदकिशोर यादव ने कहा कि किसी को बयान देने से और कहने सेभाजपा भागने वाली नहीं है. इनके नारे और रैलियों से कुछ भी होने वाला नहीं है.
पार्टी ने देश के सवा सौ करोड़जनता की सेवा करने का संकल्प लिया है औरभाजपा देश में काम करके दिखा रही है. उन्होंने कहा कि जनता हमारे साथ है जब भी चुनाव होगा एनडीए जीतेगी.
सीपीआई की रैली पर जदयू ने भी कसा तंज
सीपीआई की रैली पर जदयू प्रवक्ता डॉ सुनीलनेतंज कसतेहुए कहा है कि लोकतांत्रिकव्यवस्था में सभी पार्टियों को रैली करने का अधिकार है. हालांकि, नकारात्मक राजनीति कर कम्यूनिस्ट पार्टी के लोग अपनी मानसिकता का परिचय देते हैं. आज के समय में कम्यूनिस्ट पार्टी पूरी दुनिया से जा चुकी है.