जदयू ने लालू प्रसाद को जेल से भगाने की आशंका व्यक्त की

पटना : जदयू ने बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव की एक कुख्यात अपराधी के साथ सेल्फी पर प्रश्न उठाते हुए झारखंड के पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर आशंका व्यक्त की है कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद को जेल से भगाने की साजिश रची जा सकती है. जदयू प्रवक्ता और बिहार विधान परिषद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 24, 2018 8:29 PM

पटना : जदयू ने बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव की एक कुख्यात अपराधी के साथ सेल्फी पर प्रश्न उठाते हुए झारखंड के पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर आशंका व्यक्त की है कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद को जेल से भगाने की साजिश रची जा सकती है. जदयू प्रवक्ता और बिहार विधान परिषद सदस्य नीरज कुमार ने झारखंड के पुलिस महानिदेशक को लिखे पत्र में आरोप लगाया कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के पुत्र तेजस्वी इन दिनों लगातार अपराधियों से मिल रहे हैं. ऐसे में आशंका है कि कहीं वह अपराधियों का एक दल बनाकर अपने पिता को जेल से फरार करवाने की साजिश न करें.

लालू चारा घोटाला के कई मामलों में झारखंड की राजधानी रांची के एक जेल में सजा काट रहे हैं. नीरज ने आरोप लगाया कि सीवान में तेजस्वी सजायाफ्ता पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन के घर गये और उसके बाद एक आम सभा को संबोधित किया. उन्होंने आरोप लगाया कि अपनी यात्रा के क्रम में गोपालगंज पहुंचे तेजस्वी का दुर्दांत और कई संगीन मामलों के आरोपी सुरेश चौधरी के साथ सेल्फी ली, जो सोशल साइट पर वायरल हो गयी है.

नीरज ने आरोप लगाया कि यही नहीं जब तेजस्वी आमसभा को संबोधित कर रहे थे तब चौधरी उनके मंच पर ‘विराजमान’ होकर मंच की ‘शोभा’ बढ़ा रहा था. ऐसे में दोनों के आत्मीय संबंधों को समझा जा सकता है. उन्होंने झारखंड के पुलिस महानिदेशक से अनुरोध किया है कि इस मामले को संज्ञान में लेते हुए ऐसी कथित साजिश को असफल करने के लिए यथोचित कार्रवाई करें.

उल्लेखनीय है कि तेजस्वी इन दिनों ‘संविधान बचाव’ यात्रा पर निकले हुए हैं. बिहार के उपमुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने लालू प्रसाद और उनके परिवार पर प्रहार करते हुए आरोप लगाया कि जिस दल का संविधान इतना अलोकतांत्रिक हो कि एक व्यक्तिसत्रह बार पार्टी का अध्यक्ष बन सकता है, एक ही परिवार के कई लोग प्रमुख पदों पर हो सकते हैं और शहाबुद्दीन जैसे सजायाफ्ता कई साल तक राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य रह सकते हों, उसके नेता को अपने दल का संविधान ठीक करने के लिए यात्रा निकालनी चाहिए. सुशील ने बुधवार को ट्वीट कर आरोप लगाया कि कमजोर लोगों को सताने वाले बाहुबलियों के साथ मंच साझा कर तेजस्वी यादव अपराध का राजनीतिकरण कर रहे हैं.

Next Article

Exit mobile version