नयी दिल्ली/पटना : अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव के लिये बिहार में राजग घटक दलों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर सहमति बन गयी है और इसके तहत जदयू और भाजपा, दोनों दल बराबर-बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच शुक्रवार को दिल्ली में हुई बैठक के बाद इसकी घोषणा की गयी. शाह ने संवाददाताओं को बताया कि बहुत दिनों से बिहार में लोकसभा चुनाव के संदर्भ में सभी साथी दलों से चर्चा चल रही थी. आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ इस बारे में विस्तृत चर्चा हुई और यह तय हुआ कि भाजपा और जदयू बराबर बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेंगे.
उन्होंने कहा, ‘‘2019 लोकसभा चुनाव में भाजपा और जदयू बराबर बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेगी और बाकी साथियों को भी सम्मानजनक जगह दी जायेगी. अगले दो तीन दिनों में सीटों की संख्या के बारे में घोषणा कर दी जायेगी.’ भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि बिहार में सभी घटक दलों का एक ही मत है कि 2019 के चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में प्रचंड बहुमत प्राप्त करना है.
It has been decided that BJP & JDU will fight on equal number of seats for Lok Sabha Elections 2019 in Bihar. Other allies will also get a respectable seat share. Numbers will be announced in a few days: BJP President Amit Shah after meeting Nitish Kumar pic.twitter.com/BhzM7pmZON
— ANI (@ANI) October 26, 2018
Upendra Kushwaha and Ram Vilas Paswan will remain with us. When a new ally has joined us, there will be a reduction in seat share for everyone: BJP President Amit Shah pic.twitter.com/lOIfSF1VyL
— ANI (@ANI) October 26, 2018
नीतीश कुमार ने भी कहा कि बातचीत हो चुकी है और अमित शाह ने जैसी घोषणा की कि जदयू और भाजपा बराबर बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. बाकी सहयोगी दलों से अंतिम दौर की बातचीत चल रही है और दो-तीन दिनों में चीजें तय हो जायेंगी. वहीं, शाह ने कहा कि यह भी तय हुआ है कि बिहार में नीतीश कुमार, रामविलास पासवान और सुशील कुमार मोदी पूरे अभियान को नेतृत्व प्रदान करेंगे. उपेंद्र कुशवाहा के बारे में एक सवाल के जवाब में भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा भी हमारे साथी है और सभी एक साथ है. सीटों के बंटवारे में संख्या के बारे में एक सवाल के जवाब में शाह ने कहा कि एक बार सैद्धांतिक बातें तय हो जाने के बाद कौन किन किन सीटों पर चुनाव लड़ेगा, इस बारे में बिहार की पार्टी इकाई और नीतीश कुमार चर्चा करके चीजें तय कर लेंगे.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुक्रवार को दोपहर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने गये. वहां दोनों के बीच क्या बात हुई, इसका स्पष्ट खुलासा तो नहीं हो सका है. लेकिन समझा जाता है कि इसमें लोकसभा चुनाव में सीट बंटवारे का मुद्दा शामिल रहा. वर्तमान में बिहार की 40 लोकसभा सीटों में 33 पर राजग का कब्जा है. इनमें 22 सीटें भाजपा, छह लोजपा, तीन रालोसपा को मिली थीं. बाद में इसमें जदयू की दो सीटें भी आ मिलीं. जदयू पिछले लोकसभा चुनाव में सभी 40 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और उसे सिर्फ दो सीटों पर जीत हासिल हुई थी. इसे देखते हुए जदयू को बड़ा फायदा होता दिख रहा है.
इससे पहले जेडीयू ने बीजेपी को सीट बंटवारे का 50-50 फॉर्मूला दिया था. इसके तहत पहले गठबंधन में सहयोगी पार्टी एलजेपी और आरएलएसपी को सीटें दे दी जाएं और बाकी बची सीटों को जेडीयू और बीजेपी में बराबर बराबर यानी 50-50 बांट दिया जाये. गौरतलब हो कि जनता दल (यूनाइटेड), लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) ये तीनों एनडीए के सहयोगी हैं. लेकिन इन घटक दलों में सीटों को लेकर रस्साकशी चल रही थी.