पटना : लोकसभा चुनाव में भाजपा के साथ बराबर-बराबर सीट मिलने से उत्साहित जदयू को बड़ा राजनीतिक आधार मिला है़ पूर्णिया और नालंदा की सीटें जदयू के पास हैं. इन दोनों के अलावा 2014 के लोकसभा चुनाव में दूसरे स्थान पर रहने वाली सीटें भी इस बार जदयू को मिल सकती है़ं अनुसूचित जाति के लिए लोजपा से बची आरक्षित सीटों पर जदयू के उम्मीदवार हो सकते हैं.
उत्तर बिहार की सुपौल लोकसभा सीट पर जदयू दूसरे नंबर पर रहा था़ यह सीट कांग्रेस की रंजीता रंजन ने जीती थी और भाजपा के कामेश्वर चौपाल तीसरे स्थान पर थे़ इसी प्रकार चर्चित सीट मधेपुरा पर जदयू दूसरे स्थान पर था़ यहां 2014 में जदयू अध्यक्ष शरद यादव उम्मीदवार थे़ 2013 में भाजपा से अलग हो जाने के बाद शरद यादव के खिलाफ भाजपा ने नीतीश सरकार में मंत्री रहीं रेणु कुुमारी के पति विजय कुमार सिंह को उम्मीदवार बनाया था़ राजद ने दबंग कहे जाने वाले पप्पू यादव को चुनाव मैदान में उतारा था़ त्रिकोणत्मक लड़ाई में जीत का सेहरा पप्पू यादव के सिर बंधा़ भाजपा तीसरे स्थान पर रही और शरद यादव 312728 वोट पाकर दूसरे स्थान पर थे.
इसी प्रकार बांका, भागलपुर, कटिहार, किशनगंज, अररिया की सीटों पर भाजपा को पराजय का सामना करना पड़ा था. सूत्रों के मुताबिक इनमें जदयू के हिस्से दो से तीन सीटें आ सकती है़ं नीतीश सरकार के मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह के मुंगेर लोकसभा सीट से उम्मीदवार होने की चर्चा है़ मुंगेर की सीट पर भाजपा के साथ 2014 में आयी लोजपा की वीणा देवी का कब्जा है़ वीणा देवी बाहुबली सूरजभान की पत्नी है़ं ललन सिंह भी 2014 में 243827 वोट लाकर दूसरे स्थान पर थे़ ऐसी चर्चा हैै कि बेगूसराय पर जदयू अपना दावा करेगा. यहां से जदयू के मोनाजिर हसन पूर्व में सांसद थे. भाकपा के भीतर यहां से कन्हैया कुमार को उम्मीदवार बनाये जाने की चर्चा है़ इसी प्रकार लोजपा की खगड़िया की सीट पर भी बदलाव के संकेत मिल रहे हैं. यहा महबूब अली कैसर लोजपा के टिकट पर 2014 में सांसद निर्वाचित हुए थे़ कैसर के इस बार लोजपा के बदले किसी दूसरी पार्टी से चुनाव लड़ने की चर्चा है़ ऐसी स्थिति में खगड़िया की सीट जदयू कके खाते में जाने के कयास लग रहे हैं. सासाराम की सीट से भाजपा के छेदी पासवान सांसद हैं.
अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में इस सीट पर भी बदलाव की चर्चा है़ खास नजर दरभंगा की सीट पर टिकी है़ यहां के भाजपा सांसद कीर्ति आजाद पार्टी से नाराज चल रहे हैं. 2014 के चुनाव में जदयूू के उम्मीदवार रहे संजय झा ने यहां से चुनाव लड़नेे की पूरी तैयारी कर रखी है़ ऐसे में इस सीट के जदयू में आने की चर्चा है़ पटना साहिब के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा की भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति नाराजगी जगजाहिर है़ ऐसे में जदयू की इच्छा राजधानी की इस महत्वपूर्ण सीट पर अपने उम्मीदवार उतारने की है़ हालांकि, पटना जिले में लोकसभा की दूसरी सीट पाटलिपुत्र है़ यहां से भाजपा के रामकृपाल यादव सांसद हैं. 2009 के चुनाव में जदयू ने यहां से जीत हासिल की थी. जदयू उम्मीदवार के रूप में रंजन प्रसाद यादव ने राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद को शिकस्त दी थी़ ऐसे में पटना की किसी एक सीट पर जदयू के दावे से इनकार नहीं किया जा सकता.
किस सीट पर कौन दल लड़ेगा, यह भी तय हो जायेगा. आपस में बैठ कर इस पर निर्णय हो जायेगा.
-आरसीपी सिंह , राष्ट्रीय महासचिव जदयू