बिहार में सत्ता संग्राम: भाजपा और जदयू ने बांटी सीट, प्रत्याशियों के फैसले के बाद ही होगी सीटों की घोषणा
नयी दिल्ली/पटना : बिहार में भाजपा और जदयू के बराबर-बराबर सीटों पर लड़ने का समझौता हो चुका है, लेकिन कौन दल किस सीट से चुनाव लड़ेगा इसे लेकर चर्चा अभी जारी है. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीट बंटवारे को लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से विचार विमर्श […]
नयी दिल्ली/पटना : बिहार में भाजपा और जदयू के बराबर-बराबर सीटों पर लड़ने का समझौता हो चुका है, लेकिन कौन दल किस सीट से चुनाव लड़ेगा इसे लेकर चर्चा अभी जारी है. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीट बंटवारे को लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से विचार विमर्श किया. सूत्रों का कहना है कि एनडीए में सीट बंटवारे की घोषणा के साथ ही संभावित प्रत्याशियों के नाम पर भी विचार किया जा रहा है. यही कारण है कि कौन सा सीट किस दल को मिलेगा इसकी औपचारिक घोषणा नहीं की गयी है.
भाजपा और जदयू ने जिताऊ उम्मीदवारों को ही मैदान में उतारने की रणनीति बना रहा है. सीट बंटवारे के तहत सीटों का आवंटन भले किसी दल को मिले, तरजीह जिताऊ उम्मीदवारों को ही दी जायेगी. एनडीए के सहयोगी दलों लोजपा और रालोसपा से भी संभावित जिताऊ उम्मीदवारों के नाम मांगे गये हैं. उम्मीदवारों के नाम पर विचार करने के बाद सीटों की संख्या और कौन दल किस सीट से चुनाव लड़ेगा इसकी घोषणा की जायेगी. जिताऊ उम्मीदवार को लेकर सीटों को आड़े नहीं आने दिया जायेगा. हालांकि संभावित बगावत को ध्यान में रखते हुए इसकी सार्वजनिक घोषणा उचित समय पर की जायेगी.
दूसरी ओर लोजपा सीट बंटवारे को लेकर सहमत है. लोजपा संसदीय दल के नेता चिराग पासवान के मुताबिक वह सम्मानजनक समझौते को लेकर तैयार है. सबसे बड़ी बात यह है कि गठबंधन बनी रहे और एनडीए के सभी दल मिलकर चुनाव लड़े. वहीं रालोसपा का कहना है कि जब तक सीटों की संख्या के विषय में पता नहीं चल जाता है, तबतक इस विषय में कुछ नहीं कहा जा सकता है. क्योंकि अमित शाह ने सम्मानजनक सीटों की बात कही है, लेकिन वह सीट कौन सी है और कितनी है इस विषय में अबतक जानकारी नहीं दी गयी है. वैसे पार्टी के नेताओं की बैठक सोमवार तक बुलायी जायेगी, उसके बाद इस विषय में अंतिम फैसला लिया जायेगा.